खोजों ने सम्राट का आदेश रानी वशती को दिया, किन्तु रानी ने सम्राट के सम्मुख आना अस्वीकार कर दिया। सम्राट नाराज हुआ। उसके भीतर ही भीतर क्रोध भभकने लगा।
एस्तेर 3:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब हामान ने यह देखा कि मोरदकय न सिर झुकाकर और न भूमि पर लेटकर उसको प्रणाम करता है, तब वह क्रोध से भर गया। पवित्र बाइबल हामान ने जब यह देखा कि मोर्दकै ने उसके आगे झुकने और उसे आदर देने को मना कर दिया है तो उसे बहुत क्रोध आया। Hindi Holy Bible जब हामान ने देखा, कि मोर्दकै नहीं झुकता, और न मुझ को दण्डवत करता है, तब हामान बहुत ही क्रोधित हुआ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब हामान ने देखा कि मोर्दकै नहीं झुकता, और न मुझ को दण्डवत् करता है, तब हामान बहुत ही क्रोधित हुआ। सरल हिन्दी बाइबल जब हामान ने यह देखा कि मोरदकय न तो उसके सामने झुकता है और न ही उसका आदर करता है, तब हामान क्रुद्ध हो गया! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब हामान ने देखा, कि मोर्दकै नहीं झुकता, और न मुझ को दण्डवत् करता है, तब हामान बहुत ही क्रोधित हुआ। |
खोजों ने सम्राट का आदेश रानी वशती को दिया, किन्तु रानी ने सम्राट के सम्मुख आना अस्वीकार कर दिया। सम्राट नाराज हुआ। उसके भीतर ही भीतर क्रोध भभकने लगा।
अत: राजभवन के द्वारपाल, सम्राट के सब सेवक, हामान के सम्मुख सिर झुकाकर और भूमि पर लेटकर उसको साष्टांग प्रणाम करते थे; क्योंकि सम्राट ने उन्हें ऐसा ही आदेश दिया था। किन्तु मोरदकय न तो सिर झुकाकर और न भूमि पर लेटकर उसको साष्टांग प्रणाम करता था।
द्वारपाल हर दिन उससे यह कहते थे, किन्तु उसने उनकी बात नहीं सुनी। मोरदकय ने उन्हें बताया कि वह यहूदी है, और वह किसी को सिर झुकाकर प्रणाम नहीं कर सकता। यह देखने के लिए कि क्या मोरदकय की यह बात हामान को स्वीकार होगी अथवा नहीं, द्वारपालों ने उसको बता दिया कि मोरदकय यहूदी है।
उस दिन हामान आनन्द में डूबा, प्रसन्नचित्त रानी एस्तर के महल से बाहर निकला। मोरदकय राजमहल के प्रवेश-द्वार पर बैठा हुआ था। जब हामान ने देखा कि मोरदकय न तो उसके सम्मान में खड़ा हुआ और न वह उससे डरा, तब वह मोरदकय के प्रति क्रोध से भर गया।
निस्सन्देह क्रोध मूर्ख मनुष्य को मार डालता है; और मूढ़ आदमी ईष्र्या के कारण मर जाता है।
मूर्ख मनुष्य अपनी चिढ़ तत्काल प्रकट कर देता है, किन्तु व्यवहार-कुशल मनुष्य अपना अपमान पी जाता है।
जो मनुष्य बड़ा क्रोधी है, उसे क्रोध का फल भोगना ही पड़ेगा; यदि तुम उसे एक बार बचाओगे, तो उसे बार-बार बचाना पड़ेगा।
जो मनुष्य घमण्डी और हठी है, जो अहंकार में डूबकर काम करता है, उसको ज्ञान की हंसी उड़ानेवाला कहते हैं।
नबूकदनेस्सर क्रोध से भर गया। उसके चेहरे का रंग बदल गया। उसका क्रोध शद्रक, मेशक और अबेदनगो के प्रति भड़क उठा। उसने आदेश दिया कि भट्ठी की अग्नि सात गुना अधिक तेज की जाए।