प्रभु परमेश्वर ने स्त्री से कहा, ‘मैं तेरी प्रसव-पीड़ा को असहनीय बनाऊंगा। तू पीड़ा से ही बच्चों को जन्म देगी। तेरी इच्छाएं पति के लिए होंगी। वह तुझ पर शासन करेगा।’
एस्तेर 1:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) खोजों ने सम्राट का आदेश रानी वशती को दिया, किन्तु रानी ने सम्राट के सम्मुख आना अस्वीकार कर दिया। सम्राट नाराज हुआ। उसके भीतर ही भीतर क्रोध भभकने लगा। पवित्र बाइबल किन्तु उन सेवकों ने जब राजा के आदेश की बात महारानी वशती से कही तो उसने वहाँ जाने से मना कर दिया। इस पर वह राजा बहुत क्रोधित हुआ। Hindi Holy Bible खोजों के द्वारा राजा की यह आज्ञा पाकर रानी वशती ने आने से इनकार किया। इस पर राजा बड़े क्रोध से जलने लगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) खोजों के द्वारा राजा की यह आज्ञा पाकर रानी वशती ने आने से इन्कार किया। इस पर राजा बड़े क्रोध से जलने लगा। सरल हिन्दी बाइबल किंतु रानी वश्ती ने खोजों द्वारा दिए गए राजा के इस आदेश को अस्वीकार कर दिया. इस पर राजा क्रोधित हो उठा, क्रोध उसके अंदर भड़कने लगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 खोजों के द्वारा राजा की यह आज्ञा पाकर रानी वशती ने आने से इन्कार किया। इस पर राजा बड़े क्रोध से जलने लगा। |
प्रभु परमेश्वर ने स्त्री से कहा, ‘मैं तेरी प्रसव-पीड़ा को असहनीय बनाऊंगा। तू पीड़ा से ही बच्चों को जन्म देगी। तेरी इच्छाएं पति के लिए होंगी। वह तुझ पर शासन करेगा।’
कि वे रानी वशती को राजमुकुट के साथ सम्राट के सम्मुख पेश करें ताकि वह लोगों और दरबारियों को उसकी सुन्दरता के दर्शन करा सके; क्योंकि रानी वशती देखने में सुन्दर थी।
सम्राट की यह नीति थी कि वह विधि और न्याय-शास्त्र के आचार्यों से परामर्श ले, जो परंपराओं से परिचित थे।
सम्राट क्रोधावेश में भोजन पर से उठ गया, और वह राजमहल के उद्यान में चला गया। किन्तु हामान वहीं ठहरा रहा और रानी एस्तर से अपने प्राणों की भीख मांगने लगा, क्योंकि उसने जान लिया था कि सम्राट ने उसका अनिष्ट करने का निश्चय कर लिया है।
हे परमेश्वर, क्यों तूने हमें सदा के लिए त्याग दिया? क्यों तेरी क्रोधाग्नि तेरे चारागाह की भेड़ों के प्रति भड़क उठी?
हे प्रभु, कब तक? क्या तू निरंतर क्रोध करता रहेगा? कब तक तेरी ईष्र्या अग्नि जैसी जलती रहेगी?
मूसा पड़ाव के निकट आए। जब उन्होंने बछड़ा और नाच देखा तब उनका क्रोध भड़क उठा। उन्होंने अपने हाथ से पट्टियाँ फेंक दीं और पहाड़ की तलहटी में उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए।
हारून ने उत्तर दिया, ‘हे स्वामी, आपका क्रोध न भड़के। आप स्वयं इन लोगों को जानते हैं कि ये बुराई करने को तत्पर रहते हैं।
राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयानक होता है; पर उसकी कृपा घास पर पड़ी ओस की बून्द के सदृश जीवनदायक होती है।
राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयावह होता है; जो मनुष्य राजा का क्रोध भड़काता है, वह अपने प्राण से हाथ धोता है।
यह बात सुनकर राजा नबूकदनेस्सर नाराज हो गया। उसका क्रोध भड़क उठा। उसने राजाज्ञा दी कि बेबीलोन देश के समस्त दरबारी विद्वान − ज्योतिषी, तांत्रिक, शकुन विचारनेवाले और कसदी पंडित − मौत के घाट उतार दिए जाएंगे।
यह सुनते ही नबूकदनेस्सर का क्रोध भड़क उठा। उसने रोष में आकर आदेश दिया कि शद्रक, मेशक और अबेदनगो को पेश किया जाए। सैनिकों ने तीनों व्यक्तियों को राजा के सम्मुख प्रस्तुत किया।
नबूकदनेस्सर क्रोध से भर गया। उसके चेहरे का रंग बदल गया। उसका क्रोध शद्रक, मेशक और अबेदनगो के प्रति भड़क उठा। उसने आदेश दिया कि भट्ठी की अग्नि सात गुना अधिक तेज की जाए।
प्रभु के क्रोध के सम्मुख कौन खड़ा रह सकता है? उसकी क्रोधाग्नि को कौन सह सकता है? उसका कोप अग्नि की तरह बरसता है, और प्रभु के सामने चट्टानें फूट जाती हैं।
जिस तरह कलीसिया मसीह के अधीन रहती है, उसी तरह पत्नी को भी सब बातों में अपने पति के अधीन रहना चाहिए।
प्रभु उसको क्षमा करने को तैयार भी नहीं होगा, वरन् प्रभु का क्रोध और उसकी ईष्र्या-भावना उस व्यक्ति के प्रति भड़क उठेगी। इस पुस्तक में लिखित समस्त अभिशाप उस पर पड़ेंगे और प्रभु आकाश के नीचे से उसका नाम मिटा डालेगा।
पत्नियो! आप अपने पतियों के अधीन रहें। यदि उन में से कुछ अब तक शुभ संदेश स्वीकार नहीं करते, तो वे आपका श्रद्धापूर्ण तथा पवित्र जीवन देखकर-शब्दों के कारण नहीं,