तब ईश-पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा कि वे सुन्दर हैं। उन्होंने उनमें से जिन कन्याओं को पसन्द किया, उनको पत्नी बना लिया।
एज्रा 9:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) की कन्याओं से स्वयं विवाह करते, और अपने पुत्रों का भी विवाह कराते हैं। इस प्रकार हमारी पवित्र जाति इस देश की अन्य जातियों से मिलकर भ्रष्ट हो गई है। इस विश्वासघात के कार्य में पदाधिकारी और जनता के मुखिया सबसे आगे हैं।’ पवित्र बाइबल इस्राएल के लोगों ने अपने चारों ओर रहने वाले अन्य जाति के लोगों से विवाह किया है। इस्राएल के लोग विशेष माने जाते हैं। किन्तु अब वे अपने चारों ओर रहने वाले अन्य लोगों से मिलकार दोगले हो गये हैं। इस्राएल के लोगों के प्रमुखों और बड़े अधिकारियों ने इस विषय में बुरे उदाहरण रखे हैं।” Hindi Holy Bible क्योंकि उन्होंने उनकी बेटियों में से अपने और अपने बेटों के लिये स्त्रियां कर ली हैं; और पवित्र वंश इस ओर के देशों के लोगों में मिल गया है। वरन हाकिम और सरदार इस विश्वासघात में मुख्य हुए हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि उन्होंने उनकी बेटियों में से अपने और अपने बेटों के लिये स्त्रियाँ कर ली हैं; और पवित्र वंश इस ओर के देशों के लोगों में मिल गया है। वरन् हाकिम और सरदार इस विश्वासघात में मुख्य हुए हैं।” सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि उन्होंने उनकी कुछ कन्याओं से विवाह कर लिया है तथा कुछ का विवाह अपने पुत्रों से कर दिया है; परिणामस्वरूप यह पवित्र, अलग किया हुआ राष्ट्र इन राष्ट्रों में मिल चुका है. सच तो यह है कि शासक और अधिकारी इस विश्वासघात में सबसे आगे रहे हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि उन्होंने उनकी बेटियों में से अपने और अपने बेटों के लिये स्त्रियाँ कर ली हैं; और पवित्र वंश इस ओर के देशों के लोगों में मिल गया है। वरन् हाकिम और सरदार इस विश्वासघात में मुख्य हुए हैं।” |
तब ईश-पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा कि वे सुन्दर हैं। उन्होंने उनमें से जिन कन्याओं को पसन्द किया, उनको पत्नी बना लिया।
राजा सुलेमान अनेक विजातीय औरतों का प्रेमी था। उसने न केवल फरओ की पुत्री से विवाह किया था, वरन् मोआबी, अम्मोनी, एदोमी, सीदोनी और हित्ती जाति की कन्याओं से भी विवाह किया था।
एलाम वंश के शकन्याह बेन-यहीएल ने एज्रा से कहा, ‘हमने अपने परमेश्वर के विरुद्ध विश्वासघात किया, और इस देश में रहने वाली विदेशी जातियों की कन्याओं से विवाह किया। पर इस अपराध के बावजूद इस्राएली कौम के बचने की अब भी आशा शेष है।
अत: तुम उन जातियों से विवाह-सम्बन्ध स्थापित न करना : न अपनी पुत्रियों का विवाह उनके पुत्रों से करना, और न ही अपने पुत्रों का विवाह उनकी पुत्रियों से करना। उनकी सुख-समृद्धि की कामना मत करना। तब तुम शक्तिशाली बनोगे, उस देश की उत्तमोत्तम वस्तुओं का उपभोग करोगे, और अपने बाद अपनी सन्तान को उसे पैतृक-अधिकार में छोड़ जाओगे।”
अब हम क्या पुन: तेरी आज्ञाओं का उल्लंघन करें; और घृणित प्रथाओं को मानने वाली जातियों के साथ विवाह-सम्बन्ध स्थापित करें? तब क्या तू हम से क्रुद्ध न होगा, और हमें जड़-मूल से नष्ट नहीं कर देगा, कि हमारी कौम का कोई चिह्न शेष न रहे, एक भी इस्राएली तेरे दण्ड से भाग न सके?
अत: मैंने यहूदा प्रदेश के प्रतिष्ठित लोगों को फटकारा और उनसे कहा, ‘तुम विश्राम-दिवस पर अनुचित कार्य करते हो, और पवित्र दिवस को अपवित्र करते हो।
महापुरोहित एल्याशीब के पुत्र योयादा का एक पुत्र होरोन-निवासी सनबल्लत का दामाद था। मैंने योयादा के पुत्र को यरूशलेम से निकाल दिया।
तुम मेरे लिए पुरोहितों का राज्य, एक पवित्र राष्ट्र बनोगे।” तू ये ही बातें इस्राएलियों से कहना।’
‘तुम मेरे लिए पवित्र बनोगे। अतएव तुम मैदान में जंगली पशु द्वारा फाड़े गए पशु का मांस मत खाना, वरन उसे कुत्तों के सामने फेंक देना।
तू अपने पुत्रों का विवाह करने के लिए उनकी पुत्रियाँ मत ग्रहण करना। ऐसा न हो कि उनकी पुत्रियाँ अपने देवताओं का अनुगमन करें और यों वेश्या के सदृश व्यवहार करें और ऐसा ही व्यवहार तुम्हारे पुत्रों से करवाएँ कि वे उनके देवताओं का अनुगमन करें।
यदि जनसंख्या का दसवां अंश भी शेष रहेगा, तो वह भी नष्ट होगा, जैसे तारपीन अथवा बांज वृक्ष के कट जाने पर उनका ठूंठ शेष रहता है।’ उनका ठूंठ एक पवित्र वंश है।
जिससे वह अपनी सन्तान को अपनी जाति में अपवित्र न करे; क्योंकि उसे पवित्र करने वाला मैं, प्रभु हूँ।’
यहूदा प्रदेश के निवासी अविश्वासी हैं। यरूशलेम नगर और इस्राएल प्रदेश में घृणित कार्य किए गए। यहूदा के निवासियों ने विदेशी देवता के अनुयायियों की पुत्रियों से प्रेम किया और विवाह किया, और यों प्रभु के पवित्र स्थान को अपवित्र किया।
क्या प्रभु ने पति और पत्नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्या आत्मा इस में सम्मिलित नहीं है? और पति-पत्नी के एक होने का क्या उद्देश्य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्तान उत्पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात न करे।
क्योंकि विश्वास नहीं करने वाला पति अपनी पत्नी द्वारा पवित्र किया गया है और विश्वास नहीं करने वाली पत्नी अपने विश्वास-युक्त पति द्वारा पवित्र की गयी है। नहीं तो आपकी सन्तान दूषित होती, किन्तु अब वह पवित्र है।
आप लोग अविश्वासियों के साथ बेमेल जूए में मत जुतें। धार्मिकता का अधर्म से क्या नाता? ज्योति का अन्धकार से क्या सम्बन्ध?
तुम अपने प्रभु परमेश्वर की पवित्र प्रजा हो। प्रभु ने तुम्हें अपनी प्रजा, अपनी निज सम्पत्ति बनाने के लिए पृथ्वी की समस्त जातियों में से तुम्हें चुना है।
क्योंकि तू अपने प्रभु परमेश्वर की पवित्र प्रजा है। तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझको अपनी प्रजा, अपनी निज सम्पत्ति बनाने के लिए पृथ्वी की समस्त जातियों में से तुझको चुना है।
ये गिलआद प्रदेश में आए। उन्होंने रूबेन और गाद कुल के तथा अर्ध मनश्शे के गोत्र के लोगों से कहा,
यदि तुम प्रभु से विमुख हो जाओगे, और अपने मध्य निवास करने वाली इन शेष जातियों में घुल-मिल जाओगे, इनसे विवाह-सम्बन्ध स्थापित करोगे, उनकी कन्याओं से तुम विवाह करोगे और वे तुम्हारी कन्याओं से