ईजेबेल ने राजा अहाब के नाम में पत्र लिखे। उसने उन पर अहाब की मुहर लगाई। तत्पश्चात् ईजेबेल ने पत्रों को नाबोत के नगर में रहने वाले धर्मवृद्धों और अभिजात वर्ग के लोगों के पास भेजा।
एज्रा 4:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो अभियोग-पत्र भेजा गया, उसकी प्रतिलिपि यह है : ‘महाराज अर्तक्षत्र की सेवा में, फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के निवासी, आपके सेवक शुभकामनाएं भेज रहे हैं। पवित्र बाइबल यह उस पत्र की प्रतिलिपि है जिसे उन लोगों ने अर्तक्षत्र को भेजा था। राजा अर्तक्षत्र को, परात नदी के पश्चिमी क्षेत्र में रहने वाले आप के सेवकों की ओर से है। Hindi Holy Bible जो चिट्ठी उन्होंने अर्तक्षत्र राजा को लिखी, उसकी यह नकल है---तेरे दास जो महानद के पार के मनुष्य हैं, इत्यादि। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो चिट्ठी उन्होंने अर्तक्षत्र राजा को लिखी, उसकी यह नकल है –“राजा अर्तक्षत्र की सेवा में : तेरे दास जो महानद के पार के मनुष्य हैं, तुझे शुभकामनाएँ भेजते हैं। सरल हिन्दी बाइबल (यह उस पत्र कि नकल है जिसे उन लोगों ने अर्तहषस्ता को भेजा था.) महाराज अर्तहषस्ता को महाराज के दास लोग जो परात नदी के पश्चिमी प्रदेश से हैं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो चिट्ठी उन्होंने अर्तक्षत्र राजा को लिखी, उसकी यह नकल है- “राजा अर्तक्षत्र की सेवा में तेरे दास जो महानद के पार के मनुष्य हैं, तुझे शुभकामनाएँ भेजते हैं। |
ईजेबेल ने राजा अहाब के नाम में पत्र लिखे। उसने उन पर अहाब की मुहर लगाई। तत्पश्चात् ईजेबेल ने पत्रों को नाबोत के नगर में रहने वाले धर्मवृद्धों और अभिजात वर्ग के लोगों के पास भेजा।
उन्होंने वेदी को उसी स्थान पर तैयार किया जहां वह पहले थी। वे इस देश में निवास करने वाले सामरी लोगों से डरते थे। वे प्रात: और सन्ध्या समय वेदी पर प्रभु को अग्नि-बलि चढ़ाने लगे।
इनके अतिरिक्त अभियोग-पत्र लिखने में उन कौमों के लोग भी शामिल थे, जिनको महान् तथा गौरवशाली राजा ओस्नप्पर ने उनके देशों से निष्कासित कर सामरी प्रदेश के नगरों में तथा फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के शेष प्रदेशों में बसाया था।
‘महाराज को यह मालूम हो कि जो यहूदी आपके देश से हमारी ओर आए थे, वे यरूशलेम नगर को चले गए हैं और वे उस विद्रोही तथा दुष्ट नगर का पुनर्निर्माण कर रहे हैं। वे नींवें खोद चुके हैं, और शहरपनाह की दीवारें खड़ी होने लगी हैं।
फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपाल तत्तनई, शत्तबोर्जनई तथा उस क्षेत्र के उसके सहयोगी राजदूतों ने सम्राट दारा को जो पत्र लिखा, उसकी प्रतिलिपि यह है।
यह सम्राट अर्तक्षत्र के पत्र की प्रतिलिपि है। यह पत्र उसने एज्रा को दिया था। एज्रा पुरोहित और शास्त्री था। जो आज्ञाएं और संविधियां प्रभु ने इस्राएली कौम को दी थीं, वह उनका पंडित था।
यहूदी लोग सामरियों से कोई सम्बन्ध नहीं रखते। इसलिए सामरी स्त्री ने येशु से कहा, “यह क्या कि आप यहूदी हो कर भी मुझ सामरी स्त्री से पीने के लिए पानी माँग रहे हैं?”