देखो, तुम्हारी आँखें, मेरे भाई बिन्यामिन की आँखें, देख रही हैं कि तुमसे वार्तालाप करने वाला मैं यूसुफ हूँ।
उत्पत्ति 45:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वहाँ मैं आपके लिए भोजन-सामग्री की व्यवस्था करूँगा; क्योंकि अभी अकाल के पाँच वर्ष शेष हैं। ऐसा न हो कि आप, आपके परिवार एवं आपके साथ के लोगों को अभाव हो।” पवित्र बाइबल भुखमरी के अगले पाँच वर्षों में मैं आपकी देखभाल करुँगा। इस प्रकार आपके और आपके परिवार की जो चीज़ें हैं उनसे आपको हाथ धोना नहीं पड़ेगा।’” Hindi Holy Bible और अकाल के जो पांच वर्ष और होंगे, उन में मैं वहीं तेरा पालन पोषण करूंगा; ऐसा न हो कि तू, और तेरा घराना, वरन जितने तेरे हैं, सो भूखों मरें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और अकाल के जो पाँच वर्ष और होंगे, उनमें मैं वहीं तेरा पालन–पोषण करूँगा; ऐसा न हो कि तू और तेरा घराना, वरन् जितने तेरे हैं, वे भूखों मरें।’ नवीन हिंदी बाइबल मैं वहाँ तेरी आवश्यकताओं को पूरा करूँगा, क्योंकि अकाल के पाँच और वर्ष अभी बाकी हैं, कहीं ऐसा न हो कि तू और तेरा घराना और जो कुछ तेरा है, वे भूख से मरें।’ सरल हिन्दी बाइबल वहां मैं आपके लिए भोजन की व्यवस्था करता रहूंगा, क्योंकि अकाल अभी पांच वर्ष और रहेगा, जिसके कारण आप वहां आपकी संपूर्ण गृहस्थी के साथ पूर्णतः साधन विहीन हो जाएंगे.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और अकाल के जो पाँच वर्ष और होंगे, उनमें मैं वहीं तेरा पालन-पोषण करूँगा; ऐसा न हो कि तू, और तेरा घराना, वरन् जितने तेरे हैं, वे भूखे मरें।’ (प्रेरि. 7:14) |
देखो, तुम्हारी आँखें, मेरे भाई बिन्यामिन की आँखें, देख रही हैं कि तुमसे वार्तालाप करने वाला मैं यूसुफ हूँ।
उसने अपने पिता और भाइयों और अपने पिता के समस्त परिवार के लोगों की संख्या अनुसार भोजन-व्यवस्था कर दी।
मिस्र देश तुम्हारे सम्मुख है। अपने पिता और भाइयों को मिस्र देश की सर्वोत्तम भूमि पर बसाओ। उन्हें गोशेन प्रदेश में रहने दो। यदि तुम जानते हो कि उनमें परिश्रमी पुरुष हैं तो उन्हें मेरे पशुओं के अधिकारी नियुक्त कर दो।’
अत: तुम मत डरो। मैं तुम्हारा और तुम्हारे छोटे-छोटे बच्चों का पालन-पोषण करता रहूँगा।’ इस प्रकार यूसुफ ने उन्हें आश्वस्त किया और अपनी प्रेमपूर्ण बातों से उनको शान्ति दी।
यहूदी मोरदकय का पद और स्थान सम्राट क्षयर्ष के बाद था। वह यहूदी कौम में महान व्यक्ति माना जाता था। यहूदी समाज उससे प्रसन्न था। वह अपनी कौम की भलाई के काम में जुटा रहता था, और अपने जातीय भाई-बन्धुओं का कल्याण चाहता था।
यदि किसी विधवा के अपने पुत्र-पुत्रियाँ अथवा पौत्र-पौत्रियाँ हों, तो वे यह समझें कि उन्हें सब से पहले अपने निजी परिवार के प्रति धर्म निभाना और अपने माता-पिता के उपकारों को थोड़ा-बहुत लौटाना चाहिए, क्योंकि यह परमेश्वर को प्रिय है।