मैंने सुना है कि मिस्र देश में अन्न है। तुम वहाँ जाओ, और हमारे लिए अन्न खरीद कर लाओ, जिससे हम मरें नहीं वरन् जीवित रहें।’
उत्पत्ति 43:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यहूदा ने अपने पिता याकूब से कहा, ‘लड़के को मेरे साथ भेजिए। हम मिस्र देश जाएँगे जिससे हम और आप एवं हमारे छोटे-छोटे बच्चे भूख से मरें नहीं, वरन् जीवित रहें। पवित्र बाइबल तब यहूदा ने अपने पिता इस्राएल से कहा, “बिन्यामीन को मेरे साथ भेजो। मैं उसकी देखभाल करूँगा हम लोग मिस्र अवश्य जाएंगे और भोजन लाएंगे। यदि हम लोग नहीं जाते हैं तो हम लोगों के बच्चे भी मर जाएँगे। Hindi Holy Bible फिर यहूदा ने अपने पिता इस्राएल से कहा, उस लड़के को मेरे संग भेज दे, कि हम चले जाएं; इस से हम, और तू, और हमारे बालबच्चे मरने न पाएंगे, वरन जीवित रहेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर यहूदा ने अपने पिता इस्राएल से कहा, “उस लड़के को मेरे संग भेज दे कि हम चले जाएँ; इससे हम और तू, और हमारे बाल–बच्चे मरने न पाएँगे, वरन् जीवित रहेंगे। नवीन हिंदी बाइबल तब यहूदा ने अपने पिता इस्राएल से कहा, “लड़के को मेरे साथ भेज दे कि हम वहाँ जाएँ; इससे हम और तू, तथा हमारे बाल-बच्चे मरेंगे नहीं, बल्कि जीवित रहेंगे। सरल हिन्दी बाइबल यहूदाह ने अपने पिता इस्राएल से कहा, “इस लड़के को मेरे साथ भेज दीजिए, तब हम यहां से जाएंगे, ताकि अकाल में हमारी मृत्यु न हो जाए और आप, और हमारे बच्चे नहीं मरें और सब जीवित रह सकें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर यहूदा ने अपने पिता इस्राएल से कहा, “उस लड़के को मेरे संग भेज दे, कि हम चले जाएँ; इससे हम, और तू, और हमारे बाल-बच्चे मरने न पाएँगे, वरन् जीवित रहेंगे। |
मैंने सुना है कि मिस्र देश में अन्न है। तुम वहाँ जाओ, और हमारे लिए अन्न खरीद कर लाओ, जिससे हम मरें नहीं वरन् जीवित रहें।’
किन्तु याकूब ने कहा, ‘मेरा पुत्र बिन्यामिन तुम्हारे साथ नहीं जाएगा। उसका भाई यूसुफ तो मर चुका और वह अकेला बचा है। जिस मार्ग पर तुम जाओगे यदि उसमें बिन्यामिन पर कोई विपत्ति आ पड़े तो तुम लोग मुझ वृद्ध को शोक-सन्तप्त दशा में ही अधोलोक पहुँचा दोगे।’
हमने अपने स्वामी को उत्तर दिया था, “हमारे वृद्ध पिता हैं और उनकी वृद्धावस्था में उत्पन्न एक छोटा भाई है। उसके सगे भाई की मृत्यु हो चुकी है। वह अपनी मां के बच्चों में अकेला बचा है। हमारे पिता उससे विशेष प्रेम करते हैं।”
तब हमने कहा, “हम नहीं जा सकते। यदि हमारा छोटा भाई हमारे साथ जाएगा तो हम जाएँगे; क्योंकि जब तक हमारा छोटा भाई हमारे साथ न होगा हम मिस्र देश के स्वामी के दर्शन नहीं कर सकते।”
उनको आदेश दो कि वे छोटे-छोटे बच्चों और स्त्रियों के लिए मिस्र देश से गाड़ियाँ ले जाएँ और अपने पिता को लेकर आएँ।
अत: तुम मत डरो। मैं तुम्हारा और तुम्हारे छोटे-छोटे बच्चों का पालन-पोषण करता रहूँगा।’ इस प्रकार यूसुफ ने उन्हें आश्वस्त किया और अपनी प्रेमपूर्ण बातों से उनको शान्ति दी।
यूसुफ के परिवार के लोग, उसके भाई और उसके पिता के परिवार के लोग भी गए। किन्तु वे अपने बच्चों, भेड़-बकरियों और गाय-बैलों को गोशेन प्रदेश में छोड़ गए।
एक दरबारी ने यह सलाह दी, ‘महाराज, बचे हुए घोड़ों में से पांच घोड़ों के साथ सैनिक-दल भेजिए। यदि वे बच जाएंगे तो शेष जीवित इस्राएली सैनिकों के समान जीवित रहेंगे। यदि वे मर जाएंगे तो उनका भी वही हाल होगा, जो तमाम इस्राएलियों का हुआ है, जो मर चुके हैं। आइए; हम उनको भेजें और सच्चाई का पता लगाएं।’
यदि हम यह कहेंगे, “आओ हम नगर में प्रवेश करें” तो नगर में अकाल फैला है, और हम वहां मर जाएंगे। परन्तु यदि हम यहां बैठे रहेंगे, तो यहां भी हम भूख से मर जाएंगे। इसलिए, आओ, चलें। हम सीरियाई सेना के पड़ाव पर जाएंगे। यदि वे हमें जीवित छोड़ देंगे तो हम जीवित रहेंगे। यदि वे हमें मार डालेंगे, तो हम मर जाएंगे।’
तब मैंने अहवा नदी के तट पर सामूहिक उपवास की घोषणा की ताकि हम परमेश्वर के सम्मुख विनम्र बनें, और उससे स्वयं की, अपने बच्चों की तथा सम्पत्ति की रक्षा के लिए निर्विघ्न यात्रा की मांग करें।
‘अपने माता-पिता का आदर कर जिससे तेरी आयु उस भूमि पर दीर्घ हो सके जिसे तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे प्रदान कर रहा है।
तुम्हारे बच्चों को, जिनके विषय में तुमने कहा था कि वे लूट लिए जाएंगे, मैं उस देश में लाऊंगा। वे उस देश को जानेंगे, जिसका तुमने तिरस्कार किया है।