अब्राहम ने उत्तर दिया, ‘मैंने यह कार्य इसलिए किया : मैं सोचता था कि इस स्थान में परमेश्वर का भय किसी को नहीं है। इसलिए वे मुझे मेरी पत्नी के कारण मार डालेंगे।
उत्पत्ति 42:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूसुफ ने तीसरे दिन उनसे कहा, ‘यह कार्य करो तो तुम जीवित रहोगे, क्योंकि मैं परमेश्वर से डरता हूँ। पवित्र बाइबल तीन दिन बाद यूसुफ ने उनसे कहा, “मैं परमेश्वर का भय मानता हूँ। इसलिए मैं तुम लोगों को यह प्रमाणित करने का एक अवसर दूँगा कि तुम लोग सच बोल रहे हो। तुम लोग यह काम करो और मैं तुम लोगों को जीवित रहने दूँगा। Hindi Holy Bible तीसरे दिन यूसुफ ने उन से कहा, एक काम करो तब जीवित रहोगे; क्योंकि मैं परमेश्वर का भय मानता हूं; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तीसरे दिन यूसुफ ने उनसे कहा, “एक काम करो तब जीवित रहोगे; क्योंकि मैं परमेश्वर का भय मानता हूँ; नवीन हिंदी बाइबल तीसरे दिन यूसुफ ने उनसे कहा, “एक काम करो तब जीवित रहोगे; क्योंकि मैं परमेश्वर का भय मानता हूँ। सरल हिन्दी बाइबल तीसरे दिन योसेफ़ ने उनसे कहा, “यदि जीवित रहना चाहते हो, तो तुम्हें यह करना होगा; क्योंकि मुझमें परमेश्वर का भय है: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तीसरे दिन यूसुफ ने उनसे कहा, “एक काम करो तब जीवित रहोगे; क्योंकि मैं परमेश्वर का भय मानता हूँ; |
अब्राहम ने उत्तर दिया, ‘मैंने यह कार्य इसलिए किया : मैं सोचता था कि इस स्थान में परमेश्वर का भय किसी को नहीं है। इसलिए वे मुझे मेरी पत्नी के कारण मार डालेंगे।
वह इस घर में मुझसे अधिक बड़े नहीं हैं। उन्होंने मुझे कोई भी वस्तु देना अस्वीकार नहीं किया, केवल आपको, क्योंकि आप उनकी पत्नी हैं। तब मैं परमेश्वर के विरुद्ध इतना बड़ा कुकर्म, यह पाप कैसे कर सकता हूँ?’
यदि तुम सच्चे लोग हो तो तुम्हारा कोई एक भाई हवालात में रहे। शेष भाई अपने भूखे परिवार के लिए अन्न लेकर जाएँ,
मुझसे पहले के राज्यपालों ने जनता पर भारी बोझ डाला था। वे जनता से प्रति व्यक्ति कर के रूप में चांदी के चालीस सिक्कों के अतिरिक्त भोजन-वस्तु और अंगूररस भी लेते थे। इतना ही नहीं, उनके सरकारी कर्मचारी भी जनता पर अधिकार जताया करते थे। परन्तु मैं ऐसा नहीं करता था, क्योंकि मैं परमेश्वर से डरता था।
मैंने उनसे फिर कहा, ‘यह काम, जो तुम कर रहे हो, ठीक नहीं है। तुम्हें तो परमेश्वर का भय मानकर ऐसा आचरण करना चाहिए था ताकि अन्य कौमें, जो हमारी शत्रु हैं, हमारा मज़ाक न उड़ाएं।
ऊत्स देश में एक मनुष्य रहता था। उसका नाम अय्यूब था। वह प्रत्येक दृष्टि से सिद्ध और निष्कपट था। वह परमेश्वर से डरता और बुराई से दूर रहता था।
परन्तु दाइयां परमेश्वर से डरती थीं। अत: उन्होंने मिस्र देश के राजा के आदेशानुसार नहीं किया। उन्होंने लड़कों को जीवित रहने दिया।
अब तुम सब इस्राएली लोगों में योग्य, परमेश्वर के भक्त, सत्य-निष्ठ और घूस से घृणा करने वाले व्यक्ति चुनो। ऐसे व्यक्तियों को हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास एवं दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त करो।
तुम एक दूसरे पर अन्धेर मत करना; वरन् अपने परमेश्वर से डरना; क्योंकि मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ।
येशु ने कहा, “किसी नगर में एक न्यायाधीश था, जो न तो परमेश्वर से डरता और न किसी मनुष्य की परवाह करता था।
बहुत समय तक वह अस्वीकार करता रहा। बाद में उसने मन-ही-मन यह कहा, ‘मैं न तो परमेश्वर से डरता और न किसी मनुष्य की परवाह करता हूँ,