उत्पत्ति 41:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सबेरे उसकी आत्मा व्याकुल थी। उसने दूत भेजकर अपने सब तान्त्रिकों और विद्वानों को बुलाया। फरओ ने उनको अपने स्वप्न सुनाए। पर कोई भी फरओ को उनका अर्थ न बता सका। पवित्र बाइबल अगली सुबह फ़िरौन इन सपनों के बारे में परेशान था। इसलिए उसने मिस्र के सभी जादूगरों को और सभी गुणी लोगों को बुलाया। फ़िरौन ने उनको सपना बताया। किन्तु उन लोगों में से कोई भी सपने को स्पष्ट या उसकी व्याख्या न कर सका। Hindi Holy Bible भोर को फिरौन का मन व्याकुल हुआ; और उसने मिस्र के सब ज्योतिषियों, और पण्डितों को बुलवा भेजा; और उन को अपने स्वप्न बताएं; पर उन में से कोई भी उनका फल फिरौन से न कह सहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) भोर को फ़िरौन का मन व्याकुल हुआ और उसने मिस्र के सब ज्योतिषियों और पण्डितों को बुलवा भेजा; और उनको अपने स्वप्न बताए; पर उनमें से कोई भी उनका फल फ़िरौन को न बता सका। नवीन हिंदी बाइबल जब भोर हुआ तो फ़िरौन का मन व्याकुल था, इसलिए उसने मिस्र के सब ज्योतिषियों और विद्वानों को बुलवाया और उन्हें अपने स्वप्न बताए; पर उनमें से कोई भी फ़िरौन को उनका अर्थ न समझा सका। सरल हिन्दी बाइबल सुबह होने पर राजा मन में बेचैन हुए, इसलिये इनका अर्थ जानने के लिए मिस्र देश के सब ज्योतिषियों एवं पंडितों को बुलवाया और फ़रोह ने उन्हें अपने दोनों स्वप्न बताये लेकिन कोई भी उनका अर्थ नहीं बता पाया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 भोर को फ़िरौन का मन व्याकुल हुआ; और उसने मिस्र के सब ज्योतिषियों, और पंडितों को बुलवा भेजा; और उनको अपने स्वप्न बताए; पर उनमें से कोई भी उनका फल फ़िरौन को न बता सका। |
उन्होंने यूसुफ से कहा, ‘हमने स्वप्न देखे हैं। किन्तु यहाँ उनका अर्थ बतानेवाला कोई नहीं है।’ यूसुफ बोला, ‘क्या यह सच नहीं है कि स्वप्नों के अर्थ बताना केवल परमेश्वर का कार्य है? कृपाकर, मुझे सुनाइए।’
फरओ ने यूसुफ से कहा, ‘मैंने एक स्वप्न देखा है। किन्तु उसका अर्थ बतानेवाला कोई नहीं है। मैंने तुम्हारे विषय में सुना है कि तुम स्वप्न सुनकर उसका अर्थ बता सकते हो।’
तब पतली बालों ने सात अच्छी बालों को खा लिया। मैंने अपना यह स्वप्न तान्त्रिकों को सुनाया। पर मुझ पर इसका अर्थ प्रकट करने वाला यहाँ कोई नहीं है।’
तब पतली बालों ने मोटी और भरी बालों को खा लिया। तत्पश्चात् फरओ जाग गया। यह स्वप्न था।
फरओ ने विद्वानों और तान्त्रिकों को बुलाया। मिस्र देश के जादूगरों ने भी अपने तन्त्र-मन्त्र से वैसा ही किया।
मिस्र देश के जादूगरों ने भी अपने तन्त्र-मन्त्र से वैसा ही किया। अतएव फरओ का हृदय हठीला बना रहा। उसने मूसा और हारून की बातें नहीं सुनीं, जैसा प्रभु ने कहा था।
किन्तु जादूगरों ने भी तन्त्र-मन्त्र के द्वारा वैसा ही किया। वे भी मेंढकों को मिस्र देश पर बुला लाए।
जादूगर फोड़ों के कारण मूसा के सामने खड़े न हो सके। समस्त मिस्र निवासियों के और जादूगरों के शरीर पर फोड़े निकल आए थे।
मिस्र-निवासियों का उत्साह ठण्डा पड़ जाएगा : मैं उनकी योजनाओं को निरर्थक कर दूंगा। तब वे मार्गदर्शन के लिए अपनी देव-मूर्तियों, झाड़-फूंक करनेवालों, प्रेतसाधकों और टोनहों के पास जाएंगे।
अत: मैं इन लोगों के मध्य पुन: आश्चर्य कर्म, अद्भुत कार्य करूंगा: इनके बुद्धिमान लोगों की बुद्धि नष्ट हो जाएगी, समझदार व्यक्तियों की समझ को पाला मार जाएगा।”
ओ मेरे शिष्यो! जब लोग तुमसे यह कहेंगे, ‘बुदबुदानेवाले और गुनगुनानेवाले भूत-प्रेत के साधकों और जादू-टोना करनेवालों से मार्गदर्शन प्राप्त करो’ तो तुम यह कहना, ‘क्या हमें परमेश्वर से मार्गदर्शन नहीं प्राप्त करना चाहिए? क्या जीवित जाति के लिए मुर्दों से मार्ग-दर्शन प्राप्त करना उचित है?’
वे चारों राजा की सेवा में उपस्थित होने लगे। जब कभी राजा बुद्धि और समझ के विषय में उनसे कोई प्रश्न पूछता, तब उनका उत्तर सुनकर राजा को यह अनुभव होता कि वे उसके राज्य भर के सब ज्योतिषियों और तांत्रिकों से दस गुना अधिक प्रवीण हैं।
“राजा नबूकदनेस्सर ने, मैंने यह स्वप्न देखा। अब, तुम, ओ बेलतशस्सर, इसका अर्थ बताओ; क्योंकि मेरे राज्य का कोई भी दरबारी विद्वान इसका अर्थ मुझे नहीं बता सका। पर तुम मेरे स्वप्न का अर्थ बता सकते हो; क्योंकि पवित्र परमेश्वर का आत्मा तुममें निवास करता है।”
“यह सुनकर दानिएल, जो बेलतशस्सर कहलाते हैं, बहुत समय तक स्तब्ध खड़े रहे। उनके हृदय में अनेक विचार उठे, जिन्होंने उनको व्याकुल कर दिया। मैंने कहा, “ओ बेलतशस्सर, मेरे स्वप्न, अथवा उसके अर्थ से तुम व्याकुल मत हो।” बेलतशस्सर ने उत्तर दिया, “महाराज, मेरे स्वामी! काश, यह स्वप्न आपके बैरियों के लिए हो, इसका अर्थ आपके शत्रुओं पर पड़े!
मैंने एक स्वप्न देखा। उस स्वप्न ने मुझे डरा दिया। जब मैं पलंग पर लेटता तब मेरे मन के विचार, और स्वप्न के दृश्य मुझे परेशान करते थे।
अत: मैंने एक राजाज्ञा प्रसारित की कि बेबीलोन देश के सब दरबारी विद्वान मेरे सम्मुख प्रस्तुत हों और मुझे मेरे स्वप्न का अर्थ बताएं।
तब मेरे आदेश के अनुसार ज्योतिषी, तांत्रिक, शकुन विचारनेवाले और कसदी पंडित मेरे महल में आए। मैंने उन्हें अपना स्वप्न बताया, किन्तु वे उसका अर्थ मुझ पर प्रकट नहीं कर सके।
आपके राज्य में एक ऐसा व्यक्ति है जिसमें पवित्र परमेश्वर का आत्मा निवास करता है। आपके पिता के राज्यकाल में एक ऐसी घटना घटी थी जिससे यह पता चला कि उस व्यक्ति में ज्योति और समझ है, देवताओं की बुद्धि के सदृश उसमें भी बुद्धि है। अत: आपके पिता राजा नबूकदनेस्सर ने उसको ज्योतिषियों, तांत्रिकों, कसदी पंडितों और शकुन विचारनेवालों का मुखिया बना दिया था;
‘दर्शन के वास्तविक अर्थ की चर्चा यहाँ समाप्त हुई। पर जहाँ तक मेरा सम्बन्ध है, मेरे विचारों ने मुझे व्याकुल कर दिया। मेरे चेहरे का रंग बदल गया। किन्तु यह बात मैंने अपने मन में ही रखी, और किसी को नहीं बताई।’
“मैं, दानिएल, यह दर्शन पाकर इतना कमजोर हो गया कि कुछ दिनों तक बीमार पड़ा रहा। जब मैं स्वस्थ हुआ तब शैया से उठा और राजकाज में व्यस्त हो गया। किन्तु मैं दर्शन के कारण स्तब्ध था; क्योंकि मैं उसको समझ नहीं पाया था।’
‘तुम ओझों अथवा भूत-प्रेत साधनेवालों की ओर उन्मुख मत होना। उन्हें मत खोजना, अन्यथा उनके द्वारा तुम अपवित्र हो जाओगे। मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ।
‘यदि कोई व्यक्ति ओझों तथा भूत-प्रेतों को साधने वालों की ओर उन्मुख होगा और उनका अनुगमन कर मेरे प्रति वेश्या सदृश व्यवहार करेगा, तो मैं उस व्यक्ति से विमुख होऊंगा और उसके लोगों के मध्य से उसको नष्ट करूंगा।
यह मैंने सुना, और मेरा शरीर कांपने लगा। आवाज सुनते ही मेरे ओंठ कांपने लगे। सड़ायंध मेरी हड्डियों तक घुस गई। मेरे पैरों तले की जमीन खिसक गई। मैं चुपचाप उस दिन की प्रतीक्षा करूंगा, जब हमारे आक्रमणकारियों पर संकट आएगा।
येशु का जन्म यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर में हुआ। उस समय हेरोदेस राजा था। येशु के जन्म के बाद ज्योतिषी पूर्व के देशों से यरूशलेम नगर में आये
वहाँ कुछ एपिकूरी तथा स्तोइकी दार्शनिकों से भी उनका सम्पर्क हुआ। उनमें से कुछ लोगों ने कहा, “यह बकवादी हम से क्या कहना चाहता है?” दूसरों ने कहा, “यह विदेशी देवताओं का प्रचारक जान पड़ता है”, क्योंकि पौलुस येशु तथा “पुनरुत्थान” का शुभ समाचार सुना रहे थे।
मूसा को मिस्रियों की सब विद्याओं का प्रशिक्षण मिला। वह शक्तिशाली वक्ता और कर्मवीर बने।
क्योंकि धर्मग्रन्थ में लिखा है, “मैं ज्ञानियों का ज्ञान नष्ट करूंगा और समझदारों की समझ व्यर्थ कर दूँगा।”
पलिश्ती लोगों ने अपने पुरोहित और भविष्यवाणी करनेवालों को बुलाया। उन्होंने उनसे पूछा, ‘हमें प्रभु की मंजूषा के साथ क्या करना चाहिए? हमें उसके साथ, उसके स्थान को क्या भेजना चाहिए?’