किन्तु उनके पश्चात् अकाल के सात वर्ष आएँगे। फलत: मिस्र देश में सुकाल के दिनों की उपज भुला दी जाएगी। अकाल देश को खा जाएगा।
उत्पत्ति 41:51 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूसुफ ने ज्येष्ठ पुत्र का नाम ‘मनश्शे’ रखा; क्योंकि वह कहता था ‘परमेश्वर ने मुझे मेरे सब कष्ट और पिता का समस्त परिवार भुला दिया है।’ पवित्र बाइबल पहले पुत्र का नाम मनश्शे रखा गया। यूसुफ ने उसका यह नाम रखा क्योंकि उसने बताया, “मुझे जितने सारे कष्ट हुए तथा घर की हर बात परमेश्वर ने मुझसे भुला दी।” Hindi Holy Bible और यूसुफ ने अपने जेठे का नाम यह कहके मनश्शे रखा, कि परमेश्वर ने मुझ से सारा क्लेश, और मेरे पिता का सारा घराना भुला दिया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यूसुफ ने अपने जेठे का नाम यह कहके मनश्शे रखा, कि ‘परमेश्वर ने मुझ से मेरा सारा क्लेश, और मेरे पिता का सारा घराना भुला दिया है।’ नवीन हिंदी बाइबल यूसुफ ने यह कहकर अपने पहलौठे का नाम मनश्शे रखा, “परमेश्वर ने मुझसे मेरा सारा क्लेश, और मेरे पिता का सारा घराना भुलवा दिया है।” सरल हिन्दी बाइबल पहले बेटे का नाम योसेफ़ ने मनश्शेह रखा क्योंकि उन्होंने विचार किया, “परमेश्वर ने सभी कष्टों एवं मेरे पिता के परिवार को भुलाने में मेरी सहायता की है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यूसुफ ने अपने जेठे का नाम यह कहकर मनश्शे रखा, कि ‘परमेश्वर ने मुझसे मेरा सारा क्लेश, और मेरे पिता का सारा घराना भुला दिया है।’ |
किन्तु उनके पश्चात् अकाल के सात वर्ष आएँगे। फलत: मिस्र देश में सुकाल के दिनों की उपज भुला दी जाएगी। अकाल देश को खा जाएगा।
अकाल-वर्ष के आगमन के पूर्व यूसुफ के दो पुत्र उत्पन्न हुए। ओन नगर के पुरोहित पोटीफेरा की पुत्री आसनत ने उनको यूसुफ से जन्म दिया।
उसने दूसरे पुत्र का नाम ‘एफ्रइम’ रखा, क्योंकि वह कहता था, ‘परमेश्वर ने मुझे उस देश में फलवन्त किया है, जहाँ मुझे विपत्तियाँ झेलनी पड़ी थीं।’
इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, ’आपके पिता बीमार हैं।’ अतएव वह अपने दोनों पुत्रों, मनश्शे और एफ्रइम को लेकर गया।
अब तेरे दोनों पुत्र, जो मिस्र देश में मेरे आगमन के पूर्व तुझे उत्पन्न हुए थे, वे मेरे हैं। जैसे रूबेन और शिमोन हैं वैसे मनश्शे और एफ्रइम मेरे हैं।
तुम अपने दु:ख-तकलीफ को भूल जाओगे, जैसे पानी बहकर गुजर जाता है वैसे दु:ख की स्मृति भी बीत जाएगी।
तूने मेरे विलाप को हर्ष में बदल दिया; तूने मेरा शोक-सूचक टाट उतार कर मुझे आनन्द के वस्त्र पहनाए,
प्रभु का क्रोध क्षण मात्र के लिए होता है; पर उसकी कृपा जीवनपर्यन्त बनी रहती है। रोदन संध्या समय आकर रात में ठहर सकता है, पर प्रभात के साथ उल्लास का आगमन होता है।
‘मैं इस्राएल पर सदा अभियोग नहीं लगाता रहूंगा, और न सदा क्रुद्ध रहूंगा; क्योंकि मुझसे आत्मा निसृत होता है, मैंने ही जीवन का श्वास सृजा है।
जो व्यक्ति देश में आशिष की याचना करेगा, वह सत्य परमेश्वर के नाम से आशिष को प्राप्त करेगा। जो देश में शपथ लेगा, वह सत्य परमेश्वर के नाम से शपथ लेगा; क्योंकि अतीत के कष्ट भुला दिये गये हैं; वे मेरी आंखों से ओझल हो गये हैं।
वह पहिलौठे सांड़ के सदृश महाबलवान है। जैसे जंगली भैंसे के सींगों में अपार शक्ति होती है, वैसे उसमें है। वह अपनी शक्ति रूपी सींग के द्वारा शत्रु पक्ष के लोगों को पृथ्वी के सीमान्तों तक खदेड़ देगा। एफ्रइम वंश के लाखों पुरुष, मनश्शे वंश के हजारों लोग ऐसे शक्तिशाली हैं!’
यूसुफ के वंशज दो गोत्रों में बंट गए थे : मनश्शे और एफ्रइम। लेवी कुल के लोगों को पैतृक-अधिकार में भूमि नहीं दी गई। पर इसके बदले में उन्हें रहने के लिए नगर तथा उनकी पशु-सम्पत्ति के लिए चरागाह दिए गए।
मनश्शे यूसुफ का ज्येष्ठ पुत्र था, इसलिए उसके वंशजों को भी चिट्ठी डालकर पैतृक-अधिकार के लिए भूमि प्रदान की गई। गिलआद का पिता और मनश्शे का ज्येष्ठ पुत्र माकीर एक सैनिक था; अत: उसे गिलआद और बाशान प्रदेश प्रदान किए गए।
वह गर्भवती हुई, और यथासमय उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने अपने पुत्र का नाम ‘शमूएल’ रखा। वह कहती थी, ‘क्योंकि मैंने इसको प्रभु से माँगा था।’