परमेश्वर ने उन्हें यह आशिष दी, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी को भर दो, और उसे अपने अधिकार में कर लो। समुद्र के जलचरों, आकाश के पक्षियों और भूमि के समस्त गतिमान जीव-जन्तुओं पर तुम्हारा अधिकार हो।’
उत्पत्ति 28:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सर्वशक्तिमान परमेश्वर तुझे आशिष दे, तुझे इतना फलवन्त और असंख्य बनाए कि तू अनेक जातियों का एक समुदाय बन जाए। पवित्र बाइबल मैं प्रार्थना करता हूँ कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर तुम्हें आशीर्वाद दे और तुम्हें बहुत से पुत्र दे। मैं प्रार्थना करता हूँ कि तुम एक महान राष्ट्र के पिता बनो। Hindi Holy Bible और सर्वशक्तिमान ईश्वर तुझे आशीष दे, और फुला-फला कर बढ़ाए, और तू राज्य राज्य की मण्डली का मूल हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सर्वशक्तिमान ईश्वर तुझे आशीष दे, और फलवन्त कर के बढ़ाए, और तू राज्य राज्य की मण्डली का मूल हो। नवीन हिंदी बाइबल सर्वशक्तिमान ईश्वर तुझे आशिष दे, और फलवंत करे, तथा तुझे इतना बढ़ाए कि तू राज्य-राज्य की मंडली का मूलपुरुष हो जाए। सरल हिन्दी बाइबल सर्वशक्तिमान परमेश्वर की दया तुम पर बनी रहे तथा सुख और शांति से आगे बढ़ो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सर्वशक्तिमान परमेश्वर तुझे आशीष दे, और फलवन्त करके बढ़ाए, और तू राज्य-राज्य की मण्डली का मूल हो। |
परमेश्वर ने उन्हें यह आशिष दी, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी को भर दो, और उसे अपने अधिकार में कर लो। समुद्र के जलचरों, आकाश के पक्षियों और भूमि के समस्त गतिमान जीव-जन्तुओं पर तुम्हारा अधिकार हो।’
मैं तेरे वंशजों को पृथ्वी के रजकणों के सदृश बढ़ाऊंगा। उनकी गिनती करना असम्भव होगा: यदि कोई पृथ्वी के रजकणों को गिन सकेगा तो वह तेरे वंशजों को भी गिन सकेगा।
मैंने यिश्माएल के विषय में तेरी बात सुनी। देख, मैं उसे भी आशिष दूँगा। मैं उसे फलवन्त बनाऊंगा, और उसे अत्यधिक बढ़ा दूँगा। उससे बारह नायक उत्पन्न होंगे। मैं उसे एक महान राष्ट्र बनाऊंगा।
उन्होंने रिबका को आशीर्वाद देते हुए कहा, ‘हे हमारी बहिन, तुम हजारों-लाखों पुत्र-पुत्रियों की माता बनो। तुम्हारे वंशज अपने बैरियों के नगरों पर अधिकार करें।’
प्रभु ने उसी रात उन्हें दर्शन देकर कहा, ‘मैं तेरे पिता अब्राहम का परमेश्वर हूँ। मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ। मैं तुझे आशिष दूँगा, और अपने सेवक अब्राहम के कारण तेरे वंश की संख्या बढ़ाऊंगा।’
मैं तेरे वंश को आकाश के तारों के सदृश असंख्य बनाऊंगा, और उन्हें ये सब देश प्रदान करूँगा। पृथ्वी के समस्त राष्ट्र तेरे वंश द्वारा मुझसे आशिष प्राप्त करेंगे;
इसहाक थरथर कांपने लगे। उन्होंने पूछा, ‘तब वह कौन था जो मेरे पास शिकार लाया था? मैंने तेरे आने से पहले उसका परोसा हुआ भोजन खाया, और उसे आशीर्वाद दिया। अब वही आशीर्वाद उस पर बना रहेगा।’
परमेश्वर ने उससे पुन: कहा, ‘मैं सर्वशक्तिमान, परमेश्वर हूँ। फलो-फूलो और असंख्य हो जाओ। राष्ट्र और राष्ट्रों का समूह तुझसे निकलेगा। अनेक राजाओं का उद्गम तुझसे होगा।
उसने दूसरे पुत्र का नाम ‘एफ्रइम’ रखा, क्योंकि वह कहता था, ‘परमेश्वर ने मुझे उस देश में फलवन्त किया है, जहाँ मुझे विपत्तियाँ झेलनी पड़ी थीं।’
सर्वशक्तिमान परमेश्वर उस पुरुष की कृपादृष्टि तुम्हें प्रदान करे जिससे वह तुम्हारे दूसरे भाई और बिन्यामिन को तुम्हारे साथ भेज दे। यदि मुझे सन्तान से वंचित होना है, तो होने दो।’
याकूब ने यूसुफ से कहा, ‘सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मुझे कनान देश के लूज नगर में दर्शन दिए थे। उसने मुझे यह आशिष दी थी,
“देख, मैं तुझे फलवन्त करूँगा। मैं तुझे असंख्य बनाऊंगा। मैं तुझे अनेक जातियों का समुदाय बनाऊंगा। मैं तेरे पश्चात् तेरे वंश के अधिकार में यह देश सदा-सर्वदा के लिए सौंप दूँगा।”
तेरे पिता के परमेश्वर के द्वारा, जो तेरी सहायता करेगा, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के द्वारा, जो तुझे ऊपर आकाश की आशिषें नीचे महासागर की आशिषें स्तन और गर्भाशय की आशिषें देगा।
परमेश्वर ने नूह और उसके पुत्रों को आशिष दी और उनसे कहा, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी में भर जाओ।
यदि प्रभु घर को न बनाए, तो उसे बनानेवाले व्यक्ति व्यर्थ परिश्रम करते हैं; यदि प्रभु नगर की रक्षा न करे, तो पहरेदार व्यर्थ जागते हैं।
किन्तु इस्राएल के वंशज फलवन्त हुए। वे अत्यन्त बढ़ गए। उनकी संख्या में भारी वृद्धि हुई और वे शक्तिशाली हो गए। उनसे समस्त देश भर गया।
मैंने अब्राहम, इसहाक और याकूब को सर्वशक्तिमान परमेश्वर के रूप में दर्शन दिए थे। परन्तु मैंने अपना नाम “प्रभु” उन पर प्रकट नहीं किया था।
मैं तुम्हारे लिए पिता-जैसा होऊंगा और तुम मेरे लिए पुत्र-पुत्रियों-जैसे होगे; यह सर्वशक्तिमान् प्रभु का कथन है।”
मैंने उस में कोई मन्दिर नहीं देखा, क्योंकि सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर उसका मन्दिर है, और मेमना भी।
बोअज बेतलेहम नगर से आया। उसने फसल काटनेवालों से कहा, ‘प्रभु तुम्हारे साथ हो!’ उन्होंने उत्तर दिया, ‘प्रभु आपको आशिष दे।’