‘मैं आज झरने पर पहुँचा और प्रार्थना की, “हे प्रभु, मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर, जिस मार्ग पर मैं जा रहा हूँ, उसे तू आज सफल कर।
उत्पत्ति 24:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने नगर के द्वार पर पहुंचकर एक कुएं के पास अपने ऊंटों को बैठाया। सन्ध्या का समय था। ऐसे समय स्त्रियां कुएं से पानी भरने निकलती थीं। पवित्र बाइबल वह नगर के बाहर के कुएँ पर ग्या। यह बात शाम को हुई जब स्त्रियाँ पानी भरने के लिए बाहर आती हैं। नौकर ने वहीं ऊँटों को घुटनों के बल बिठाया। Hindi Holy Bible और उसने ऊंटों को नगर के बाहर एक कुएं के पास बैठाया, वह संध्या का समय था, जिस समय स्त्रियां जल भरने के लिये निकलती हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने ऊँटों को नगर के बाहर एक कुएँ के पास बैठाया। वह संध्या का समय था, जिस समय स्त्रियाँ जल भरने के लिये निकलती हैं। नवीन हिंदी बाइबल उसने ऊँटों को नगर के बाहर एक कुएँ के पास बैठाया। वह साँझ का समय था, जब स्त्रियाँ जल भरने के लिए निकलती हैं। सरल हिन्दी बाइबल नगर के बाहर पहुंचकर उसने ऊंटों को कुएं के पास बैठा दिया; यह शाम का समय था. इसी समय स्त्रियां पानी भरने बाहर आया करती थीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने ऊँटों को नगर के बाहर एक कुएँ के पास बैठाया। वह संध्या का समय था, जिस समय स्त्रियाँ जल भरने के लिये निकलती हैं। |
‘मैं आज झरने पर पहुँचा और प्रार्थना की, “हे प्रभु, मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर, जिस मार्ग पर मैं जा रहा हूँ, उसे तू आज सफल कर।
उसे मैदान में एक कुआं दिखाई दिया। वहाँ कुएँ के पास भेड़-बकरियों के तीन रेवड़ बैठे थे; क्योंकि कुएँ से ही उन्हें पानी पिलाया जाता था। कुएँ के मुँह पर एक बड़ा पत्थर था।
जब फरओ ने यह बात सुनी तब उसने मूसा का वध करने के लिए उनको खोजा। किन्तु वह फरओ के सम्मुख से भाग गए। वह मिद्यान देश में रहने लगे। मूसा एक कुएं पर बैठे थे।
मिद्यान देश के पुरोहित की सात पुत्रियां थीं। वे कुएं से पानी खींचने आईं। उन्होंने अपने पिता की भेड़-बकरियों को पानी पिलाने के लिए नांदों में पानी भरा।
धार्मिक मनुष्य अपने पशु के प्राण की भी चिन्ता करता है; पर दुर्जन की दया भी निर्दयता के समान होती है!
पनघट पर पानी भरनेवाली स्त्रियाँ उच्च स्वर में गीत गाती हैं; वे प्रभु की विजय के गीत गाती हैं; इस्राएली ग्रामीणों की विजय के गीत गाती हैं। तब प्रभु के लोग नगर के प्रवेश-द्वारों पर गए।
जब वे पहाड़ी नगर पर चढ़ रहे थे तब उन्हें कुछ लड़कियाँ मिलीं, जो पानी भरने के लिए नगर के बाहर निकली थीं। उन्होंने लड़कियों से पूछा, ‘क्या द्रष्टा यहाँ रहते हैं?’