इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
उत्पत्ति 22:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इन घटनाओं के पश्चात् परमेश्वर ने अब्राहम की परीक्षा ली। उसने उन्हें पुकारा, ‘अब्राहम!’ उन्होंने उत्तर दिया ‘क्या आज्ञा है?’ पवित्र बाइबल इन बातों के बाद परमेश्वर ने इब्राहीम के विश्वास की परीक्षा लेना तय किया। परमेश्वर ने उससे कहा, “इब्राहीम!” और इब्राहीम ने कहा, “हाँ।” Hindi Holy Bible इन बातों के पश्चात ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने, इब्राहीम से यह कहकर उसकी परीक्षा की, कि हे इब्राहीम: उसने कहा, देख, मैं यहां हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा की, “हे अब्राहम!” उसने कहा, “देख, मैं यहाँ हूँ।” नवीन हिंदी बाइबल इन बातों के बाद ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने यह कहकर अब्राहम की परीक्षा ली, “हे अब्राहम!” उसने कहा, “क्या आज्ञा।” सरल हिन्दी बाइबल कुछ समय के बाद, परमेश्वर ने अब्राहाम की परीक्षा ली. परमेश्वर ने उनसे कहा, “हे अब्राहाम!” उन्होंने उत्तर दिया, “हे प्रभु! मैं यहां हूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने, अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा की, “हे अब्राहम!” उसने कहा, “देख, मैं यहाँ हूँ।” (इब्रा. 11:17) |
इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
किन्तु प्रभु के दूत ने स्वर्ग से उन्हें पुकार कर कहा, ‘अब्राहम! अब्राहम!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’
इसहाक अपने पिता अब्राहम से बोला, ‘पिताजी!’ उन्होंने कहा, ‘हां मेरे पुत्र, क्या बात है?’ इसहाक ने पूछा, ‘आग और लकड़ियां तो हैं; परन्तु अग्नि-बलि का मेमना कहां है?’
याकूब ने यूसुफ से कहा, ‘तेरे भाई शकेम नगर के मैदान में भेड़-बकरी चरा रहे हैं। आ, मैं तुझे उनके पास भेजूँगा।’ यूसुफ ने अपने पिता से कहा, ‘मैं तैयार हूँ।’
प्रभु का क्रोध इस्राएलियों के विरुद्ध फिर भड़क उठा। उसने इस्राएलियों के प्रति दाऊद को भड़काया। उसने कहा, ‘जा, और इस्राएल तथा यहूदा प्रदेशों की जनगणना कर।’
एक बार बेबीलोन के उच्चाधिकारियों ने उसके प्रदेश में हुए एक आश्चर्यपूर्ण कार्य के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए राजदूत भेजे। तब परमेश्वर ने उसको उसकी स्वतंत्र इच्छा पर छोड़ दिया ताकि वह अपनी जांच करे, और अपने हृदय की बातों को स्वयं जान ले।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘देख, मैं तुम्हारे लिए स्वर्ग से भोजन की वर्षा करूंगा। ये लोग प्रत्येक दिन बाहर निकलकर दैनिक भोजन एकत्र करेंगे। इससे मैं उनको परखूंगा कि वे मेरी व्यवस्था के अनुसार चलेंगे अथवा नहीं।
जब प्रभु परमेश्वर ने देखा कि मूसा झाड़ी को देखने के लिए आ रहे हैं तब उसने झाड़ी के मध्य से मूसा को पुकारा, ‘मूसा! मूसा!!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’
जैसे कुठाली चांदी को परखने के लिए, और सोने को परखने के लिए भट्ठी है, वैसे ही मनुष्य के हृदय को परखने वाला प्रभु है।
तत्पश्चात् मैंने स्वामी की यह वाणी सुनी, ‘मैं किस को भेजूं? हमारी ओर से कौन जाएगा?’ मैंने कहा, ‘मैं प्रस्तुत हूं, मुझे भेज।’
आप को अब तक ऐसा प्रलोभन नहीं दिया गया है, जो मनुष्य की शक्ति से परे हो। परमेश्वर सत्यप्रतिज्ञ है। वह आप को ऐसे प्रलोभन में पड़ने नहीं देगा, जो आपकी शक्ति से परे हो। वह प्रलोभन के समय आप को उससे निकलने का मार्ग दिखायेगा, जिससे आप उसे सहन कर सकें।
तो तू उस नबी अथवा स्वप्न-द्रष्टा की बातों को मत सुनना; क्योंकि तेरा प्रभु परमेश्वर यह जानने के लिए तेरी परीक्षा ले रहा है, कि क्या तू अपने सम्पूर्ण हृदय से, सम्पूर्ण प्राण से अपने प्रभु परमेश्वर को प्रेम करता है।
उसने निर्जन प्रदेश में तुझे “मन्ना” खिलाया था जिसको तेरे पूर्वज नहीं जानते थे। उसने तुझे पीड़ित किया, तुझे कसौटी पर कसा था, कि अन्त में तेरा भला करे।
तू उन सब मार्गों को स्मरण करना, जिन पर तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में ले गया, जिससे वह तुझे पीड़ित करे और यह जानने के लिए तेरी परीक्षा ले, कि तेरे हृदय में क्या है, और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा अथवा नहीं।
जब परमेश्वर ने अब्राहम की परीक्षा ली, तब विश्वास के कारण अब्राहम ने इसहाक को अर्पित किया। वह अपने एकलौते पुत्र को बलि चढ़ाने को तैयार हो गये, यद्यपि उनसे यह प्रतिज्ञा की गयी थी
क्या हमारे पिता अब्राहम अपने कर्मों के कारण धार्मिक नहीं ठहराए गये, जब उन्होंने वेदी पर अपने पुत्र इसहाक को अर्पित किया?
यह इसलिए होता है कि आपका विश्वास परीक्षा में खरा निकले। सोना भी तो आग में तपाया जाता है और आपका विश्वास नश्वर सोने से कहीं अधिक मूल्यवान् है। इस प्रकार आपका विश्वास येशु मसीह के प्रकट होने पर स्तुति, प्रशंसा और प्रतिष्ठा का कारण बने।
जिससे मैं उन जातियों के द्वारा इस्राएलियों को कसौटी पर कस सकूँ कि वे अपने पूर्वजों के समान मेरे मार्ग पर चलने को तत्पर हैं अथवा नहीं।’
तब प्रभु ने शमूएल को पुकारा, ‘शमूएल! शमूएल!!’ उसने उत्तर दिया, ‘आज्ञा दीजिए, मैं प्रस्तुत हूँ।’