अब्राहम ने कहा, ‘स्वामी, यदि आपकी कृपा-दृष्टि मुझ पर हो, तो आप अपने सेवक के पास से चले न जाइए।
उत्पत्ति 18:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं थोड़ा जल मंगवाता हूँ। आप अपने पैर धोइए और पेड़ के नीचे विश्राम कीजिए। पवित्र बाइबल मैं आप लोगों के पैर धोने के लिए पानी लाता हूँ। आप पेड़ों के नीचे आराम करें। Hindi Holy Bible मैं थोड़ा सा जल लाता हूं और आप अपने पांव धोकर इस वृक्ष के तले विश्राम करें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं थोड़ा सा जल लाता हूँ, और आप अपने पाँव धोकर इस वृक्ष के नीचे विश्राम करें। नवीन हिंदी बाइबल मैं थोड़ा सा पानी ले आता हूँ कि आप अपने पैर धोकर इस वृक्ष के नीचे विश्राम करें। सरल हिन्दी बाइबल आप इस पेड़ के नीचे बैठिये, मैं पानी लेकर आता हूं, ताकि आप अपने पांव धो सकें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं थोड़ा सा जल लाता हूँ और आप अपने पाँव धोकर इस वृक्ष के तले विश्राम करें। |
अब्राहम ने कहा, ‘स्वामी, यदि आपकी कृपा-दृष्टि मुझ पर हो, तो आप अपने सेवक के पास से चले न जाइए।
और कहा, ‘मेरे स्वामियो, मैं आपसे विनती करता हूँ। आप अपने सेवक के घर पधारिए और अपने पैर धोइए। आप यहीं रात व्यतीत कीजिए। आप प्रात:काल उठकर अपने मार्ग पर चले जाना।’ किन्तु उन्होंने उत्तर दिया, ‘नहीं, हम चौक में ही रात बिताएँगे।’
अब्राहम का सेवक घर में आया। लाबान ने ऊंटों की काठियां खोलकर उनके आगे पुआल और चारा डाला। उसने सेवक और उसके साथियों को पैर धोने के लिए जल दिया।
गृह-प्रबन्धक उनको यूसुफ के महल में ले गया। उसने उनको पानी दिया। उन्होंने अपने पैर धोए। उसने उनके गधों को चारा भी दिया।
तब उन्होंने उस स्त्री की ओर मुड़ कर शिमोन से कहा, “इस स्त्री को देखते हो? मैं तुम्हारे घर आया। तुमने मुझे पैर धोने के लिए पानी नहीं दिया; पर इसने मेरे पैर अपने आँसुओं से धोये और अपने केशों से उनको पोंछा।
और अपने भले कामों के कारण नेकनाम हो, जिसने अपने बच्चों का अच्छा पालन-पोषण किया हो, अतिथियों की सेवा की हो, सन्तों के पैर धोये हों, दीन-दुखियों की सहायता की हो, अर्थात् हर प्रकार के परोपकार में लगी रही हो।
यों बूढ़ा उसे अपने घर ले आया। उसने पुआल और चारा सान कर गधों को दिया। यात्रियों ने अपने पैर धोए, और खाया-पिया।
अबीगइल उठी। उसने झुककर उनका अभिवादन किया और कहा, ‘मैं आपकी सेविका हूं। अपने स्वामी दाऊद के सेवकों के पैर धोने के लिए यह दासी प्रस्तुत है।’