उत्पत्ति 16:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब्राम सारय से बोले, ‘देखो, तुम्हारी दासी तुम्हारे हाथ में है। तुम्हारी दृष्टि में जो भला लगे, वही उसके साथ करो।’ सारय हागार को दु:ख देने लगी। अत: हागार उसके पास से भाग गई। पवित्र बाइबल लेकिन अब्राम ने सारै से कहा, “तुम हाजिरा की मालकिन हो। तुम उसके साथ जो चाहो कर सकती हो।” इसलिए सारै ने अपनी दासी को दाण्ड दिया और उसकी दासी भाग गई। Hindi Holy Bible अब्राम ने सारै से कहा, देख तेरी लौंडी तेरे वश में है: जैसा तुझे भला लगे वैसा ही उसके साथ कर। सो सारै उसको दु:ख देने लगी और वह उसके साम्हने से भाग गई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब्राम ने सारै से कहा, “देख, तेरी दासी तेरे वश में है; जैसा तुझे भला लगे वैसा ही उसके साथ कर।” तब सारै उसको दु:ख देने लगी, और वह उसके सामने से भाग गई। नवीन हिंदी बाइबल परंतु अब्राम ने सारै से कहा, “देख, तेरी दासी तेरे अधिकार में है; जैसा तुझे ठीक लगे वैसा ही उसके साथ कर।” तब सारै उसके साथ कठोर व्यवहार करने लगी, और वह उसे छोड़कर भाग गई। सरल हिन्दी बाइबल अब्राम ने सारय से कहा, “सुनो, तुम्हारी दासी पर तुम्हारा ही अधिकार है. तुम जैसा चाहो उसके साथ करो.” तब सारय हागार को तंग करने लगी. हागार परेशान होकर सारय के सामने से भाग गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब्राम ने सारै से कहा, “देख तेरी दासी तेरे वश में है; जैसा तुझे भला लगे वैसा ही उसके साथ कर।” तब सारै उसको दुःख देने लगी और वह उसके सामने से भाग गई। |
सेवक अपने स्वामी अब्राहम के ऊंटों में से दस ऊंट और सर्वोत्तम भेंट लेकर उन के भाई नाहोर के नगर को चला गया जो उत्तर-मेसोपोतामिया देश में था।
प्रभु ने शैतान से कहा, ‘अच्छा, मैं उसको तेरे अधिकार में सौंपता हूँ; केवल उसका प्राण मत लेना।’
जब फरओ ने यह बात सुनी तब उसने मूसा का वध करने के लिए उनको खोजा। किन्तु वह फरओ के सम्मुख से भाग गए। वह मिद्यान देश में रहने लगे। मूसा एक कुएं पर बैठे थे।
जो व्यक्ति विलम्ब से क्रोध करता है वह बड़ा समझदार है; पर तुरन्त क्रुद्ध होनेवाला मनुष्य केवल अपनी मूर्खता को प्रकट करता है।
कोमल उत्तर देने से क्रोध शान्त हो जाता है; परन्तु कटु वचन से क्रोधाग्नि धधक उठती है।
घर छोड़कर चला जानेवाला आदमी उस पक्षी की तरह भटकता है, जो अपने घोंसले से दूर चला गया है।
कोरे शब्दों से सेवक नहीं सुधरता; वह मालिक के शब्दों को समझता तो है, पर वह उन पर ध्यान नहीं देता।
यदि शासक तुमसे नाराज हो तो तुम अपना स्थान मत छोड़ो। क्योंकि धैर्य गंभीर अपराध भी सुधार देता है।
राजा सिदकियाह ने कहा, ‘देखो, वह तुम्हारे हाथ में है; क्योंकि राजा भी तुम्हारी इच्छा के विरुद्ध कुछ नहीं कर सकता।’
देखिए, हम आपके अधिकार में हैं। अब आपको अपनी दृष्टि में जो कार्य भला लगे, वह हमारे साथ कीजिए।’
पतियो! आप समझदारी से अपना विवाहित जीवन व्यतीत कीजिए। अपनी पत्नी का ध्यान रखें और उसे शारीरिक दृष्टि से ‘अबला’ समझ कर तथा अपने साथ शाश्वत् जीवन के अनुग्रह की उत्तराधिकारिणी जान कर उसका समुचित आदर करें। यदि आप ऐसा करेंगे, तो आपकी प्रार्थनाओं में कोई बाधा नहीं पड़ेगी।