उन्होंने फिर कहा, ‘आओ, हम अपने लिए एक नगर और ऐसी एक मीनार बनाएँ जिसका शिखर आकाश को स्पर्श करे। इस प्रकार हम नाम कमा लें। ऐसा न हो कि हमें समस्त पृथ्वी पर तितर-बितर होना पड़े।’
उत्पत्ति 11:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने आपस में कहा, ‘आओ, हम ईंटें बनाकर उन्हें आग में भलीभाँति पकाएँ।’ उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंटें और चूने के स्थान पर मिट्टी का गारा प्रयुक्त किया। पवित्र बाइबल लोगों ने कहा, “हम लोगों को ईंटें बनाना और उन्हें आग में तपाना चाहिए, ताकि वे कठोर हो जाएं।” इसलिए लोगों ने अपने घर बनाने के लिए पत्थरों के स्थान पर ईंटों का प्रयोग किया और लोगों ने गारे के स्थान पर राल का प्रयोग किया। Hindi Holy Bible तब वे आपस में कहने लगे, कि आओ; हम ईंटें बना बना के भली भाँति आग में पकाएं, और उन्होंने पत्थर के स्थान में ईंट से, और चूने के स्थान में मिट्टी के गारे से काम लिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वे आपस में कहने लगे, “आओ, हम ईटें बना बना के भली भाँति आग में पकाएँ।” और उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंट से, और चूने के स्थान पर मिट्टी के गारे से काम लिया। नवीन हिंदी बाइबल उन्होंने आपस में कहा, “आओ हम ईंटें बनाकर उन्हें आग में पकाएँ।” और उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंटों का और गारे के स्थान पर अस्फाल्ट का प्रयोग किया। सरल हिन्दी बाइबल वे आपस में कहने लगे, “हम सब मिलकर अच्छी ईंट बनाकर आग में पकायें.” उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंटों का और चुने के स्थान पर मिट्टी के गारे को काम में लिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वे आपस में कहने लगे, “आओ, हम ईंटें बना-बनाकर भली भाँति आग में पकाएँ।” और उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंट से, और मिट्टी के गारे के स्थान में चूने से काम लिया। |
उन्होंने फिर कहा, ‘आओ, हम अपने लिए एक नगर और ऐसी एक मीनार बनाएँ जिसका शिखर आकाश को स्पर्श करे। इस प्रकार हम नाम कमा लें। ऐसा न हो कि हमें समस्त पृथ्वी पर तितर-बितर होना पड़े।’
इसलिए आओ, हम उतरकर वहाँ उनकी भाषा में ऐसा सम्भ्रम उत्पन्न करें कि वे एक दूसरे की भाषा समझ न सकें।’
सिद्दीम की घाटी में डामर के अनेक गड्ढे थे। जब सदोम और गमोरा के राजा भागे तब उनकी सेना के अनेक सिपाही उनमें गिर पड़े। शेष पहाड़ की ओर भाग गए।
वह नगर के रहने वालों को भी ले गया, और उन्हें आरों, लोहे की गैतियों और कुल्हाड़ियों तथा ईंट के भट्ठों के काम पर नियुक्त किया। उसने ऐसा ही व्यवहार अम्मोनी जाति के अन्य नगरों के साथ भी किया। तत्पश्चात् दाऊद तथा समस्त सेना यरूशलेम लौट गई।
वे दुष्प्रयोजन को पूर्ण करने का साहस करते हैं। वे जाल बिछाने के लिए छिपकर वार्तालाप करते हैं, वे यह कहते हैं, “हमें कौन देख सकता है?”
उन्होंने ईंट-गारा और खेती सम्बन्धी सब कामों में इस्राएली लोगों से कठोर बेगार करवा कर उनका जीवन कड़वा बना डाला। वे अपने प्रत्येक कार्य में उनसे कठोर बेगार करवाते थे।
पर जब वह बालक को और न छिपा सकी तब उसके लिए सरकण्डों की एक टोकरी ली। उसने टोकरी पर डामर और राल का लेप लगाया, और उसके भीतर बालक को रख दिया। तत्पश्चात् उसने टोकरी नील नदी के किनारे कांसों के मध्य में रख दी।
यदि वे तुझसे यह कहें, ‘हमारे साथ आ। हम हत्या के लिए घात लगाएं; हम अकारण ही निर्दोष पर छिप कर वार करें;
मैंने अपने हृदय में कहा, “चल, अब मैं भोग-विलास को जांचूंगा, इसलिए मौज कर।” पर मुझे अनुभव हुआ कि भोग-विलास भी निस्सार है।
अब मैं तुम्हें बताता हूं, मैं अपने अंगूर-उद्यान के साथ कैसा व्यवहार करूंगा : मैं उसकी बाड़ हटा दूंगा, और तब पशु उसको चर जाएंगे। मैं उसकी दीवारें ढाह दूंगा, और राहगीर उसको रौंदेंगे।
यह मेरे मुंह पर निरंतर मुझे भड़काती रहती है; इसके लोग उद्यानों में देवताओं को बलि चढ़ाते हैं, ईंटों पर धूप जलाते हैं।
‘ईंटों की दीवार गिर गई तो क्या हुआ! हम पक्के तत्थरों की पक्की दीवार खड़ी कर लेंगे। गूलर-वृक्ष कट गए तो क्या हुआ? हम उनके स्थान पर देवदार के वृक्ष उगाएंगे।’
चाहे तू घेराबन्दी के समय के लिए, पानी की व्यवस्था कर ले, सुदृढ़ मोर्चाबन्दी कर ले, ईंट बनाने के लिए मिट्टी गूंध ले, ईंटों के सांचे ले आए,
हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम किस प्रकार प्रेम तथा परोपकार के लिए एक दूसरे को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
जब तक “आज” बना रहता है, आप लोग प्रतिदिन एक दूसरे को प्रोत्साहन देते जायें, जिससे कोई भी पाप के फन्दे में पड़ कर कठोर न बने।
तुम लोग जो यह कहते हो, “हम आज या कल अमुक नगर जायेंगे, एक वर्ष तक वहां रह कर व्यापार करेंगे और धन कमायेंगे”, मेरी बात सुनो।
धनवानो, मेरी बात सुनो! तुम लोगों को रोना और विलाप करना चाहिए, क्योंकि विपत्तियाँ तुम पर आ पड़ने वाली हैं।