प्रभु ने शपथ खाई है, और वह अपना यह निश्चय नहीं बदलेगा: ‘तू मलकीसेदेक के समान सदा के लिए पुरोहित है।’
इब्रानियों 7:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) व्यवस्था तो दुर्बल मनुष्यों को महापुरोहित नियुक्त करती है, किन्तु व्यवस्था के समाप्त हो जाने के बाद परमेश्वर की शपथ के अनुसार वह पुत्र महापुरोहित नियुक्त किया जाता है, जिसे सदा के लिए पूर्ण सिद्ध बना दिया गया है। पवित्र बाइबल किन्तु परमेश्वर ने शपथ के साथ एक वाचा दिया। यह वाचा व्यवस्था के विधान के बाद आया और इस वाचा ने प्रमुख याजक के रूप में पुत्र को नियुक्त किया जो सदा-सदा के लिए सम्पूर्ण बन गया। Hindi Holy Bible क्योंकि व्यवस्था तो निर्बल मनुष्यों को महायाजक नियुक्त करती है; परन्तु उस शपथ का वचन जो व्यवस्था के बाद खाई गई, उस पुत्र को नियुक्त करता है जो युगानुयुग के लिये सिद्ध किया गया है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि व्यवस्था तो निर्बल मनुष्यों को महायाजक नियुक्त करती है, परन्तु उस शपथ का वचन, जो व्यवस्था के बाद खाई गई, उस पुत्र को नियुक्त करता है जो युगानुयुग के लिये सिद्ध किया गया है। नवीन हिंदी बाइबल व्यवस्था तो निर्बल मनुष्यों को महायाजक नियुक्त करती है, परंतु शपथ का वह वचन, जो व्यवस्था के बाद आया, उस पुत्र को नियुक्त करता है जो सदा के लिए सिद्ध किया गया है। सरल हिन्दी बाइबल व्यवस्था, महापुरोहितों के रूप में मनुष्यों को चुनता है, जो मानवीय दुर्बलताओं में सीमित होते हैं किंतु शपथ के वचन ने, जो व्यवस्था के बाद प्रभावी हुई, एक पुत्र को चुना, जिन्हें अनंत काल के लिए सिद्ध बना दिया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि व्यवस्था तो निर्बल मनुष्यों को महायाजक नियुक्त करती है; परन्तु उस शपथ का वचन जो व्यवस्था के बाद खाई गई, उस पुत्र को नियुक्त करता है जो युगानुयुग के लिये सिद्ध किया गया है। |
प्रभु ने शपथ खाई है, और वह अपना यह निश्चय नहीं बदलेगा: ‘तू मलकीसेदेक के समान सदा के लिए पुरोहित है।’
और जो व्यक्ति पाप करता है, यदि वह अभ्यंजित पुरोहित है, तो वह प्रजा को भी दोषी बनाता है। ऐसा व्यक्ति अपने पाप के लिए, जो उसने किया है, प्रभु को एक निष्कलंक बछड़ा पाप-बलि के रूप में चढ़ाएगा।
येशु ने उनसे कहा, “जाकर उस लोमड़ी से कहो−मैं आज और कल भूतों को निकालता और रोगियों को स्वस्थ करता हूँ और तीसरे दिन मेरा कार्य पूर्ण हो जाएगा।
परन्तु वर्तमान अन्तिम युग में वह हम से पुत्र द्वारा बोला है। उसने उस पुत्र के द्वारा समस्त विश्व की सृष्टि की और उसी को सब कुछ का उत्तराधिकारी नियुक्त किया है।
परमेश्वर, जिसके कारण और जिसके द्वारा सब कुछ होता है, बहुत-से पुत्र-पुत्रियों को महिमा तक ले जाना चाहता था। इसलिए यह उचित था कि वह उन सब की मुक्ति के प्रवर्तक को, अर्थात् येशु को दु:खभोग द्वारा पूर्ण सिद्ध बनाए।
इसलिए यह आवश्यक था कि वह सभी बातों में अपने भाई-बहिनों† के सदृश बन जायें, जिससे वह परमेश्वर-सम्बन्धी बातों में मनुष्यों के दयालु और विश्वस्त महापुरोहित के रूप में प्रजा के पापों का प्रायश्चित कर सकें।
भाइयो एवं बहिनो! आप पवित्र हैं, आप ईश्वरीय बुलावे में सहभागी हैं; इसलिए आप हमारे विश्वास-वचन के महापुरोहित येशु का ध्यान करें, जिनको परमेश्वर ने प्रेषित किया।
जब कि मसीह, परमेश्वर के घराने का अध्यक्ष बन कर, पुत्र के रूप में विश्वस्त रहे। परमेश्वर का घराना हम हैं, बशर्ते हम पूर्ण भरोसा करें और वह आशा अक्षुण्ण बनाये रखें, जिस पर हम गर्व करते हैं।
हमारे अपने एक महान् महापुरोहित हैं, अर्थात् परमेश्वर-पुत्र येशु जो ऊध्र्वलोक को पार कर चुके हैं। इसलिए हम अपने विश्वास-वचन में सुदृढ़ रहें।
इसी प्रकार, मसीह ने अपने को महापुरोहित बनने का गौरव नहीं प्रदान किया; किन्तु परमेश्वर ने किया और उन से कहा, “तू मेरा पुत्र है, आज मैं ने तुझे उत्पन्न किया है।”
क्योंकि मसीह की नियुिक्त के समय प्रभु परमेश्वर ने शपथ खायी थी। जैसा कि धर्मग्रन्थ कहता है, “मैंने शपथ ली है और मेरी यह शपथ अपरिवर्तनीय है: तू सदा पुरोहित बना रहेगा।”
उनके न तो पिता है, न माता और न कोई वंशावली। उनके जीवन का न तो आरम्भ है और न अन्त। वह परमेश्वर के पुत्र के सदृश हैं और वह सदा पुरोहित बने रहते हैं।