क्योंकि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया, उसकी मुक्तिप्रद शक्ति पर भरोसा नहीं किया।
इब्रानियों 3:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन लोगों के विषय में उसने शपथ खाकर कहा कि “ये मेरे विश्रामस्थान में प्रवेश नहीं करेंगे”? निश्चय ही उनके विषय में, जिन्होंने विश्वास करना अस्वीकार किया। पवित्र बाइबल परमेश्वर ने किनके लिए शपथ उठायी थी कि वे उसकी विश्राम में प्रवेश नहीं कर पायेंगे? क्या वे ही नहीं थे जिन्होंने उसकी आज्ञा का उल्लंघन किया था? Hindi Holy Bible और उस ने किन से शपथ खाई, कि तुम मेरे विश्राम में प्रवेश करने न पाओगे? केवल उन से जिन्हों ने आज्ञा न मानी? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसने किनसे शपथ खाई कि तुम मेरे विश्राम में प्रवेश करने न पाओगे? क्या केवल उनसे नहीं जिन्होंने आज्ञा न मानी? नवीन हिंदी बाइबल और उसने किनसे शपथ खाई कि तुम मेरे विश्राम में कभी प्रवेश नहीं करोगे? क्या उनसे नहीं जिन्होंने आज्ञा नहीं मानी? सरल हिन्दी बाइबल और फिर कौन थे वे, जिनके संबंध में उन्होंने शपथ खाई थी कि वे लोग उनके विश्राम में प्रवेश नहीं पाएंगे? क्या ये सब वे ही नहीं थे, जिन्होंने आज्ञा नहीं मानी थी? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने किन से शपथ खाई, कि तुम मेरे विश्राम में प्रवेश करने न पाओगे: केवल उनसे जिन्होंने आज्ञा न मानी? (भज. 106:24-26) |
क्योंकि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया, उसकी मुक्तिप्रद शक्ति पर भरोसा नहीं किया।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘ये लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? जो अद्भुत कार्य मैंने इनके मध्य किए, उनको देखकर भी ये कब तक मुझ पर विश्वास नहीं करेंगे?
वे उस देश को नहीं देख सकेंगे जिसको प्रदान करने की शपथ मैंने उनके पूर्वजों से खाई थी। मेरा तिरस्कार करने वाला कोई भी व्यक्ति उस देश को नहीं देख सकेगा।
उनमें से यपून्ने के पुत्र कालेब तथा नून के पुत्र यहोशुअ को छोड़ कोई भी व्यक्ति उस देश में प्रवेश नहीं करेगा, जिसमें तुम्हें बसाने की मैंने शपथ खाई है।
वे लोग, कनान देश की बुराई कर, असत्य समाचार लाए थे। अत: वे प्रभु के सम्मुख महामारी से मर गए।
परन्तु प्रभु ने मूसा और हारून से कहा, ‘तुम दोनों ने मुझ पर विश्वास नहीं किया! मुझे इस्राएली समाज की दृष्टि में पवित्र सिद्ध नहीं किया, इसलिए तुम इस धर्मसभा को उस देश में नहीं ले जा सकोगे जिसे मैंने उन्हें प्रदान किया है।’
जो पुत्र में विश्वास करता है, उसे शाश्वत जीवन प्राप्त है। परन्तु जो पुत्र में विश्वास करने से इन्कार करता है, वह जीवन का दर्शन नहीं करेगा, परन्तु परमेश्वर का क्रोध उस पर बना रहता है।
जिस तरह आप लोग पहले परमेश्वर की अवज्ञा करते थे और अब, यहूदियों की अवज्ञा के कारण, परमेश्वर के कृपापात्र बन गए हैं,
जब प्रभु ने तुम्हें कादेश-बर्नेअ के मरूद्यान से यह कहकर भेजा था, “आक्रमण करो और उस देश पर अधिकार कर लो, जिसको मैंने तुम्हें प्रदान किया है,” तब भी तुमने अपने प्रभु परमेश्वर के वचन से विद्रोह किया था। तुमने उस पर विश्वास नहीं किया, और न उसकी वाणी सुनी।
इसलिए हम उस विश्रामस्थान में प्रवेश करने का पूरा-पूरा प्रयत्न करें; कहीं ऐसा न हो कि उन लोगों की अवज्ञा के अनुकरण में किसी का पतन हो जाए।
हम को उन लोगों की तरह एक मंगलमय समाचार सुनाया गया है। परन्तु उन लोगों ने जो सन्देश सुना, उन्हें उससे कोई लाभ नहीं हुआ; क्योंकि संदेश सुनने वालों ने विश्वासपूर्वक उसको ग्रहण नहीं किया।
यह निश्चित है कि कुछ लोगों को प्रवेश करना है; किन्तु जिन लोगों को पहले वह मंगलमय समाचार सुनाया गया था, वे अवज्ञा करने के कारण प्रवेश नहीं कर पाये।