यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा, ‘मेरी मृत्यु निकट है। किन्तु परमेश्वर तुम्हारी सुध लेगा, और तुम्हें इस देश से निकाल कर उस देश में ले जाएगा, जिसकी शपथ उसने अब्राहम, इसहाक और याकूब से खाई थी।’
इब्रानियों 2:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धर्मग्रंथ के किसी स्थान पर कोई यह साक्षी देता है, “मनुष्य क्या है, जो तू उसकी सुधि ले? मनुष्य का पुत्र क्या है, जो तू उसकी देखभाल करे? पवित्र बाइबल बल्कि शास्त्र में किसी स्थान पर किसी ने यह साक्षी दी है: “मनुष्य क्या है, जो तू उसकी सुध लेता है? मानव पुत्र का क्या है जिसके लिए तू चिंतित है? Hindi Holy Bible वरन किसी ने कहीं, यह गवाही दी है, कि मनुष्य क्या है, कि तू उस की सुधि लेता है? या मनुष्य का पुत्र क्या है, कि तू उस पर दृष्टि करता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वरन् किसी ने कहीं यह गवाही दी है, “मनुष्य क्या है कि तू उसकी सुधि लेता है? या मनुष्य का पुत्र क्या है कि तू उसकी चिन्ता करता है? नवीन हिंदी बाइबल परंतु किसी ने कहीं पर यह साक्षी दी है : मनुष्य क्या है कि तू उसे स्मरण रखे? या मनुष्य का पुत्र क्या है कि तू उसकी सुधि ले? सरल हिन्दी बाइबल किसी ने इसे इस प्रकार स्पष्ट किया है: “मनुष्य है ही क्या, कि आप उसको याद करें या मनुष्य की संतान, जिसका आप ध्यान रखें? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वरन् किसी ने कहीं, यह गवाही दी है, “मनुष्य क्या है, कि तू उसकी सुधि लेता है? या मनुष्य का पुत्र क्या है, कि तू उस पर दृष्टि करता है? |
यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा, ‘मेरी मृत्यु निकट है। किन्तु परमेश्वर तुम्हारी सुध लेगा, और तुम्हें इस देश से निकाल कर उस देश में ले जाएगा, जिसकी शपथ उसने अब्राहम, इसहाक और याकूब से खाई थी।’
मनुष्य की हस्ती ही क्या है कि वह पाप से स्वयं शुद्ध हो सके? जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है, क्या वह कभी धार्मिक बन सकता है?
हे प्रभु, मानव क्या है, कि तू उस पर ध्यान दे? मत्र्य मनुष्य क्या है कि तू उसकी चिन्ता करे?
उसके सम्मुख पृथ्वी के समस्त राष्ट्र नगण्य हैं, उनका अस्तित्व शून्य से भी कम है, वे कुछ भी नहीं हैं!
प्रभु कहता है : ‘मैं, मैं ही वह हूं, जो तुझे शांति देता है। तब तू नश्वर मनुष्य से, घास के समान तत्काल सूख जानेवाले इन्सान से क्यों डरता है?
“धन्य है प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर! उसने अपनी प्रजा की सुध ली है और उसका उद्धार किया है।
सब लोगों पर भय छा गया और वे यह कहते हुए परमेश्वर की महिमा करने लगे, “हमारे बीच महान् नबी उत्पन्न हुए हैं और परमेश्वर ने अपनी प्रजा की सुध ली है।”
कोई भी मर्यादा का उल्लंघन न करे और इस सम्बन्ध में अपने भाई अथवा बहिन के प्रति अन्याय नहीं करे; क्योंकि प्रभु इन सब बातों का बदला लेता है, जैसा कि हम आप लोगों को स्पष्ट श्ब्दों में समझा चुके हैं।
क्योंकि धर्मग्रन्थ सातवें दिन के विषय में यह कहता है, “परमेश्वर ने अपना समस्त कार्य समाप्त कर सातवें दिन विश्राम किया”
मसीह का आत्मा उन नबियों में विद्यमान था और पहले से ही वह मसीह के दु:खभोग तथा इसके बाद आने वाली महिमा की साक्षी देता था। नबी यह जानना चाहते थे कि आत्मा किस समय और किन परिस्थितियों की ओर संकेत कर रहा है।