जो संविधियां और न्याय-सिद्धान्त प्रभु ने इस्राएली राष्ट्र के लिए मूसा को दिए थे, यदि तू उनका पालन करने में तत्पर रहेगा तो तू फूलेगा-फलेगा। शक्तिशाली और साहसी बन! भयभीत मत हो! निराश मत हो!
इब्रानियों 2:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए हमें जो सन्देश मिला है, उस पर अच्छी तरह ध्यान देना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि हम मार्ग से भटक जायें। पवित्र बाइबल इसलिए हमें और अधिक सावधानी के साथ, जो कुछ हमने सुना है, उस पर ध्यान देना चाहिए ताकि हम भटकने न पायें। Hindi Holy Bible इस कारण चाहिए, कि हम उन बातों पर जो हम ने सुनी हैं और भी मन लगाएं, ऐसा न हो कि बहक कर उन से दूर चले जाएं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण चाहिए कि हम उन बातों पर जो हम ने सुनी हैं, और भी मन लगाएँ, ऐसा न हो कि बहककर उन से दूर चले जाएँ। नवीन हिंदी बाइबल इस कारण यह आवश्यक है कि हम उन बातों पर जो हमने सुनी हैं और भी अधिक ध्यान लगाएँ; कहीं ऐसा न हो कि हम भटक जाएँ। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये ज़रूरी है कि हमने जो सुना है, उस पर विशेष ध्यान दें. ऐसा न हो कि हम उससे दूर चले जाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण चाहिए, कि हम उन बातों पर जो हमने सुनी हैं अधिक ध्यान दें, ऐसा न हो कि बहक कर उनसे दूर चले जाएँ। |
जो संविधियां और न्याय-सिद्धान्त प्रभु ने इस्राएली राष्ट्र के लिए मूसा को दिए थे, यदि तू उनका पालन करने में तत्पर रहेगा तो तू फूलेगा-फलेगा। शक्तिशाली और साहसी बन! भयभीत मत हो! निराश मत हो!
मैं कसदी राष्ट्र को युद्ध के लिए उभारूंगा; वह खूंखार और वेगवान है। वह पृथ्वी के कोने-कोने में जाकर उन स्थानों पर कब्जा करता है, जो उसके नहीं हैं।
तू महिमा से नहीं, वरन् नीचता से भर जाएगा। तू स्वयं पी, और अपनी नग्नता देख। प्रभु के दाहिने हाथ में प्याला है। वह तेरे हाथ में आएगा, और घोर नीचता तेरी महिमा को ढांप लेगी।
क्या तुम अब तक नहीं समझते? क्या उन पाँच हजार लोगों के लिए पाँच रोटियाँ तुम्हें याद नहीं हैं? और तुम ने रोटियों से भरी कितनी टोकरियाँ एकत्र की थीं?
क्या आँखें रहते भी तुम देखते नहीं? और कान रहते भी तुम सुनते नहीं? क्या तुम्हें याद नहीं है :
अच्छी भूमि पर गिरे हुए बीज वे लोग हैं, जो वचन सुन कर उसे सच्चे और निष्कपट हृदय में सुरक्षित रखते और अपने धैर्य के कारण फल लाते हैं।
इस पर लोगों ने येशु को मारने के लिए पत्थर उठाये, किन्तु वह छिपकर मन्दिर से निकल गये।
तुम सावधान रहना। ऐसा न हो कि तुम अपने प्रभु परमेश्वर के विधान को, जिसे उसने तुम्हारे साथ स्थापित किया है, भूल जाओ, और किसी की आकृति के अनुरूप कोई मूर्ति बनाओ, जिसको तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने मना किया है,
‘तुम सावधान रहना! अपने प्रति सतर्क रहना! ऐसा न हो कि जो बातें तुम्हारी आंखों ने देखी हैं, उनको तुम भूल जाओ। ऐसा न हो कि वे जीवन भर के लिए तुम्हारे हृदय से दूर हो जाएं। वरन् तुम उन्हें अपने पुत्र-पुत्रियों और पौत्र-पौत्रियों को बताना।
क्या आप लोग धर्मग्रन्थ का यह प्रबोधन भूल गये हैं, जिस में परमेश्वर आप को अपनी संतान कह कर सम्बोधित करता है? “मेरे बच्चो†! प्रभु के अनुशासन की उपेक्षा मत करो और उसकी फटकार से हिम्मत मत हारो;
मैं इसका पूरा ध्यान रखूँगा कि मेरे चले जाने के बाद भी आप लोग सब समय इन बातों को स्मरण रख सकें।
प्रिय भाइयो एवं बहिनो! मैं आप लोगों को दूसरी बार पत्र लिख रहा हूँ। इन पत्रों में मैं कुछ बातों का स्मरण दिला कर आप लोगों की सद्बुद्धि को सचेत करना चाहता हूँ।