सीनय पर्वत धुएं से आच्छादित था, क्योंकि प्रभु अग्नि में उस पर उतरा था। सहसा भट्ठे के धुएँ के सदृश उसका धुआँ ऊपर उठा और सारा पहाड़ बहुत कांपने लगा।
इब्रानियों 12:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस समय उसकी वाणी ने पृथ्वी को हिला दिया था; किन्तु अब वह यह घोषित करता है, “मैं एक बार और न केवल पृथ्वी को, बल्कि आकाश को भी हिलाऊंगा।” पवित्र बाइबल उसकी वाणी ने उस समय धरती को झकझोर दिया था किन्तु अब उसने प्रतिज्ञा की है, “एक बार फिर न केवल धरती को ही बल्कि आकाशों को भी मैं झकझोर दूँगा।” Hindi Holy Bible उस समय तो उसके शब्द ने पृथ्वी को हिला दिया पर अब उस ने यह प्रतिज्ञा की है, कि एक बार फिर मैं केवल पृथ्वी को नहीं, वरन आकाश को भी हिला दूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उस समय तो उसके शब्द ने पृथ्वी को हिला दिया, पर अब उसने यह प्रतिज्ञा की है, “एक बार फिर मैं न केवल पृथ्वी को वरन् आकाश को भी हिला दूँगा।” नवीन हिंदी बाइबल उस समय उसकी वाणी ने पृथ्वी को हिला दिया था, परंतु अब उसने यह प्रतिज्ञा की है, मैं फिर एक बार न केवल पृथ्वी को बल्कि आकाश को भी हिला दूँगा। सरल हिन्दी बाइबल उस समय तो उनकी आवाज ने पृथ्वी को हिला दिया था किंतु अब उन्होंने यह कहते हुए प्रतिज्ञा की है, “एक बार फिर मैं न केवल पृथ्वी परंतु स्वर्ग को भी हिला दूंगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उस समय तो उसके शब्द ने पृथ्वी को हिला दिया पर अब उसने यह प्रतिज्ञा की है, “एक बार फिर मैं केवल पृथ्वी को नहीं, वरन् आकाश को भी हिला दूँगा।” (हाग्गै. 2:6, न्याय. 5:4, भज. 68:8) |
सीनय पर्वत धुएं से आच्छादित था, क्योंकि प्रभु अग्नि में उस पर उतरा था। सहसा भट्ठे के धुएँ के सदृश उसका धुआँ ऊपर उठा और सारा पहाड़ बहुत कांपने लगा।
मैं सेनाओं का प्रभु, अपने भयंकर क्रोध के दिन अपने रोष से आकाश को कंपाऊंगा, पृथ्वी अपने स्थान से टल जाएगी।
जब प्रभु पृथ्वी को आतंकित करने के लिए अपने सिंहासन से उठेगा, तब मनुष्य उसके आतंक से, उसकी प्रभुता के तेज से भागकर चट्टान की गुफाओं में प्रवेश करेंगे, वे भूमि के गड्ढों में छिपेंगे।
प्रभु यह कहता है; ‘जिस प्रकार नया आकाश और नई पृथ्वी, जो मैं बनानेवाला हूं, मेरे सम्मुख स्थिर रहेंगे, उसी प्रकार तुम्हारे वंशज और तुम्हारा नाम स्थिर रहेंगे।
प्रभु सियोन पर्वत से हुंकार रहा है, वह यरूशलेम नगर से गरज रहा है। आकाश और पृथ्वी कांप उठे। प्रभु अपने निज लोगों का शरण-स्थल है। इस्राएली कौम का वह गढ़ है।
पहाड़ों ने तुझे देखा, वे कांप उठे। जल-प्रलय की धाराएँ फूट पड़ीं। अथाह सागर चिल्ला पड़ा, उसने अपने हाथ ऊपर उठा लिए।
प्रभु ने यह कहा, ‘यहूदा प्रदेश के राज्यपाल जरूब्बाबेल से यह कह: मैं आकाश और पृथ्वी को कंपानेवाला हूं।
मैं पृथ्वी के राज्य-सिंहासनों को उलट-पलट दूंगा। मैं राष्ट्रों की राज्य-सत्ता को नष्ट कर दूंगा। रथों और सारथियों को, घोड़ों और घुड़सवारों को पटक दूंगा और वे गिर जाएंगे। वे अपने साथी की तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे
“एक बार और”- इन शब्दों से यह संकेत मिलता है कि जो वस्तुएं हिलायी जायेंगी, वे सृष्ट होने के कारण हटाई जायेंगी और जो नहीं हिलायी जायेंगी, वे बनी रहेंगी।
‘प्रभु, जब तू सेईर देश से बाहर निकला, जब तूने एदोम के मैदान से प्रस्थान किया, तब भूमि कांपने लगी, और आकाश बरसने लगा, मेघ जल बरसाने लगे।