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इब्रानियों 12:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

हम अपने विश्‍वास के प्रवर्तक एवं सिद्धिकर्ता येशु पर दृष्‍टि रखे रहें, जिन्‍होंने कलंक की कोई परवाह नहीं की और भविष्‍य में आनन्‍द की प्राप्‍ति के लिए क्रूस का कष्‍ट सहन किया तथा परमेश्‍वर के सिंहासन की दाहिनी ओर विराजमान हुए।

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पवित्र बाइबल

हमारे विश्वास के अगुआ और उसे सम्पूर्ण सिद्ध करने वाले यीशु पर आओ हम दृष्टि लगायें। जिसने अपने सामने उपस्थित आनन्द के लिए क्रूस की यातना झेली, उसकी लज्जा की कोई चिंता नहीं की और परमेश्वर के सिंहासन के दाहिने हाथ विराजमान हो गया।

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Hindi Holy Bible

और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करने वाले यीशु की ओर ताकते रहें; जिस ने उस आनन्द के लिये जो उसके आगे धरा था, लज्ज़ा की कुछ चिन्ता न करके, क्रूस का दुख सहा; और सिंहासन पर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

और विश्‍वास के कर्ता और सिद्ध करनेवाले यीशु की ओर ताकते रहें, जिसने उस आनन्द के लिये जो उसके आगे धरा था, लज्जा की कुछ चिन्ता न करके क्रूस का दु:ख सहा, और परमेश्‍वर के सिंहासन की दाहिनी ओर जा बैठा।

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नवीन हिंदी बाइबल

और विश्‍वास के कर्ता और सिद्ध करनेवाले यीशु की ओर ताकते रहें, जिसने उस आनंद के लिए जो उसके सामने रखा था, लज्‍जा की चिंता किए बिना क्रूस के दुःख को सह लिया, और परमेश्‍वर के सिंहासन के दाहिनी ओर जा बैठा।

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सरल हिन्दी बाइबल

हम अपनी दृष्टि मसीह येशु, हमारे विश्वास के कर्ता तथा सिद्ध करनेवाले पर लगाए रहें, जिन्होंने उस आनंद के लिए, जो उनके लिए निर्धारित किया गया था, लज्जा की चिंता न करते हुए क्रूस की मृत्यु सह ली और परमेश्वर के सिंहासन की दाहिने ओर बैठ गए.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करनेवाले यीशु की ओर ताकते रहें; जिसने उस आनन्द के लिये जो उसके आगे धरा था, लज्जा की कुछ चिन्ता न करके, क्रूस का दुःख सहा; और सिंहासन पर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा। (1 पत. 2:23,24, तीतु. 2:13,14)

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इब्रानियों 12:2
78 क्रॉस रेफरेंस  

प्रभु ने मेरे स्‍वामी से कहा: ‘जब तक मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न बना दूं, तू मेरी दाहिनी ओर बैठ।’


प्रभु, मेरे लिए अपने अभिप्राय को पूर्ण कर; हे प्रभु, तेरी करुणा शाश्‍वत है। मैं तेरे हाथों की रचना हूं, मुझ को मत त्‍याग।


ओ इस्राएलियो, धिक्‍कार है तुम्‍हें! तुम मिस्र-देश से सहायता मांगने जाते हो; तुम उसकी अश्‍व-शक्‍ति का सहारा लेते हो। तुम्‍हें उसके रथों पर भरोसा है; क्‍योंकि उसके पास असंख्‍य रथ हैं। तुम्‍हें उसके घुड़सवारों पर विश्‍वास है; क्‍योंकि वे बहुत बलवान हैं। ओ इस्राएलियो, धिक्‍कार है तुम्‍हें! तुम इस्राएल के पवित्र परमेश्‍वर की ओर सहायता के लिए नहीं देखते; तुम प्रभु का मार्गदर्शन नहीं खोजते।


ओ पृथ्‍वी के सीमान्‍तों तक रहनेवालो, मेरी ओर मुड़ो और मैं तुम्‍हें बचाऊंगा; क्‍योंकि मैं परमेश्‍वर हूं, और मुझे छोड़ दूसरा कोई नहीं है।


लोगों ने उससे घृणा की; उन्‍होंने उसको त्‍याग दिया। वह दु:खी मनुष्‍य था, केवल पीड़ा से उसकी पहचान थी। उसको देखते ही लोग अपना मुख फेर लेते थे। हम ने उससे घृणा की और उसका मूल्‍य नहीं जाना।


प्रभु याकूब के वंशजों से मुख मोड़े हुए है। मैं उसकी प्रतीक्षा करूंगा; वही मेरी आशा का आधार होगा।


मैं प्रभु की ओर दृष्‍टि लगाए हूं; मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्‍वर की प्रतीक्षा में हूं, मेरा परमेश्‍वर मेरी आवाज सुनेगा।


मैं दाऊद के परिवार और यरूशलेम के निवासियों पर कृपा और प्रार्थना की आत्‍मा उण्‍डेलूंगा। अत: वे मुझ पर दृष्‍टि डालेंगे। जिस व्यक्‍ति को उन्‍होंने बेधा है उसके लिए वे विलाप करेंगे, जैसे कोई अपने मृत इकलौते पुत्र के लिए विलाप करता है। वे रोएंगे, जैसे कोई अपने ज्‍येष्‍ठ पुत्र की मृत्‍यु पर रोता है।


अत: मूसा ने पीतल का एक सर्प बनाया और उसको एक खम्‍भे पर लटका दिया। यदि आग्‍नेय सर्प किसी मनुष्‍य को काटता था तो वह पीतल के सर्प को देखता और बच जाता था।


उस समय से येशु अपने शिष्‍यों को यह समझाने लगे कि “मुझे यरूशलेम जाना ही होगा। यह अनिवार्य है कि मैं वहाँ धर्मवृद्धों, महापुरोहितों और शास्‍त्रियों के हाथ से बहुत दु:ख उठाऊं, मार डाला जाऊं और तीसरे दिन जीवित हो उठूँ।”


जैसे मानव-पुत्र अपनी सेवा कराने नहीं, बल्‍कि सेवा करने तथा बहुतों के बदले उनकी मुक्‍ति के मूल्‍य में अपने प्राण देने आया है।”


उन्‍होंने कहा, “अब्‍बा! पिता! तेरे लिए सब कुछ सम्‍भव है। यह प्‍याला मुझ से हटा ले; किन्‍तु मेरी इच्‍छा नहीं, तेरी इच्‍छा पूरी हो।”


[इस प्रकार धर्मग्रन्‍थ का यह कथन पूरा हो गया : “वह अपराधियों के साथ गिना गया।”]


प्रभु येशु अपने शिष्‍यों से बातें करने के बाद स्‍वर्ग में उठा लिये गये और परमेश्‍वर की दाहिनी ओर विराजमान हो गये।


येशु ने उत्तर दिया, “अवश्‍य, एलियाह पहले आकर सब ठीक करेंगे। परन्‍तु मानव-पुत्र के विषय में धर्मग्रन्‍थ में यह क्‍यों लिखा है कि वह बहुत दु:ख उठाएगा और तिरस्‍कृत किया जाएगा?


इस पर लड़के के पिता ने तुरन्‍त पुकार कर कहा, “मैं विश्‍वास करता हूँ; मेरे अल्‍पविश्‍वास को दूर करने में मेरी सहायता कीजिए!”


प्रेरितों ने प्रभु से कहा, “हमारा विश्‍वास बढ़ाइए।”


तब हेरोदेस ने अपने सैनिकों के साथ येशु का अपमान तथा उपहास किया और उन्‍हें भड़कीला वस्‍त्र पहना कर पिलातुस के पास वापस भेज दिया।


क्‍या यह अनिवार्य नहीं था कि मसीह यह सब दु:ख भोगें और इस प्रकार अपनी महिमा में प्रवेश करें?”


दूसरे दिन योहन ने येशु को अपनी ओर आते देखा और कहा, “देखो, परमेश्‍वर का मेमना, जो संसार का पाप हरता है।


मैं तुम से सच-सच कहता हूँ− जब तक गेहूँ का दाना मिट्टी में गिर कर नहीं मर जाता, तब तक वह अकेला ही रहता है; परन्‍तु यदि वह मर जाता है, तो बहुत फल देता है।


और मैं, जब भूमि से ऊपर उठाया जाऊंगा, तब सब मनुष्‍यों को अपनी ओर आकर्षित करूँगा।”


येशु यह जानते थे कि पिता ने सब कुछ उनके हाथों में दे दिया है और यह कि वह परमेश्‍वर के पास से आए हैं और परमेश्‍वर के पास जा रहे हैं।


मेरे पिता की इच्‍छा यह है कि जो पुत्र को देखे और उस में विश्‍वास करे, उसे शाश्‍वत जीवन प्राप्‍त हो। मैं उसे अन्‍तिम दिन पुनर्जीवित कर दूँगा।”


तुम्‍हारे पूर्वज अब्राहम यह जान कर उल्‍लसित हुए कि वह मेरा दिन देखेंगे और वह उसे देख कर आनन्‍दविभोर हुए।”


“इस्राएल का सारा घराना यह निश्‍चित रूप से जान ले कि जिन्‍हें आप लोगों ने क्रूस पर चढ़ाया, परमेश्‍वर ने उन्‍हीं येशु को प्रभु और मसीह दोनों बना दिया है।”


जीवन के अधिनायक को आप लोगों ने मार डाला; किन्‍तु परमेश्‍वर ने उन्‍हें मृतकों में से जिलाया। हम इस बात के साक्षी हैं।


परमेश्‍वर ने उन्‍हें अधिनायक तथा मुक्‍तिदाता का उच्‍च पद देकर अपने दाहिने हाथ से उन्नत किया, कि वह इस्राएल को पश्‍चात्ताप और पापक्षमा प्रदान करें।


प्रेरित इसलिए आनन्‍दित हो कर धर्म-महासभा के भवन से निकले कि उन्‍हें येशु के नाम के लिए अपमानित होने का गौरव मिला।


जो विनाश के मार्ग पर चलते हैं, वे क्रूस की शिक्षा को ‘मूर्खता’ समझते हैं। किन्‍तु हम लोगों के लिए, जो मुक्‍ति के मार्ग पर चलते हैं, वह परमेश्‍वर का सामर्थ्य है;


किन्‍तु हम क्रूसित मसीह का ही प्रचार करते हैं। यह यहूदियों के विश्‍वास में बाधा है और गैर-यहूदियों के लिए ‘मूर्खता’।


उन्‍होंने क्रूस द्वारा दोनों का एक ही देह में परमेश्‍वर के साथ मेल कराया और इस प्रकार शत्रुता को नष्‍ट कर दिया।


आप प्रेम के मार्ग पर चलें, जिस तरह मसीह ने हम लोगों से प्रेम किया और सुगन्‍धित भेंट तथा बलि के रूप में परमेश्‍वर के प्रति अपने को हमारे लिए अर्पित कर दिया।


जिस परमेश्‍वर ने आप लोगों में यह शुभ कार्य आरम्‍भ किया, वह येशु मसीह के दिन तक उसे पूर्ण भी करेगा, इसका मुझे पक्‍का विश्‍वास है।


हमारा स्‍वदेश तो स्‍वर्ग है और हम स्‍वर्ग से आने वाले अपने मुक्‍तिदाता प्रभु येशु मसीह की राह देखते रहते हैं।


अब मेरे लिए धार्मिकता का वह मुकुट तैयार है, जिसे धर्मनिष्‍ठ न्‍यायी प्रभु मुझे “उस दिन” प्रदान करेंगे, मुझ को ही नहीं, बल्‍कि उन सब को जिन्‍होंने प्रेम के साथ उनके प्रकट होने के दिन की प्रतीक्षा की है।


क्‍या उसने स्‍वर्गदूतों में किसी से कभी यह कहा, “तू तब तक मेरी दाहिनी ओर बैठ, जब तक मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न बना दूँ?”


यह पुत्र, परमेश्‍वर की महिमा का प्रतिबिम्‍ब और उसके तत्‍व का प्रतिरूप है। यह पुत्र अपने शक्‍तिशाली शब्‍द द्वारा समस्‍त सृष्‍टि को बनाये रखता है। उसने मनुष्‍यों को पापों से शुद्ध किया और वह उच्‍च स्‍वर्ग में महामहिम परमेश्‍वर की दाहिनी ओर विराजमान हुआ।


मसीह ने अपने एकमात्र अर्पण द्वारा उन लोगों को सदा के लिए पूर्णता तक पहुँचा दिया है, जिनको वह पवित्र करते हैं।


आप लोगों में कुछ को सब के देखते-देखते अपमान और अत्‍याचार सहना पड़ा, अथवा कुछ को ऐसी स्‍थिति में पड़े हुओं के भागीदार बनना पड़ा।


उपहास, कोड़ों, बेड़ियों और बन्‍दीगृह द्वारा कुछ लोगों की परीक्षा ली गयी है।


कहीं ऐसा न हो कि आप लोग निराश होकर हिम्‍मत हार जायें, इसलिए आप उनका स्‍मरण करते रहें, जिन्‍होंने पापियों का इतना घोर विरोध सहा।


इसलिए हम उनके अपमान का भार ढोते हुए “पड़ाव के बाहर” उनके पास चलें;


वह पूर्ण रूप से सिद्ध बन कर और परमेश्‍वर से मलकीसेदेक के अनुरूप महापुरोहित की उपाधि प्राप्‍त कर उन सब के शाश्‍वत मुक्‍ति के स्रोत बन गये, जो उनकी आज्ञाओं का पालन करते हैं।


क्‍योंकि व्‍यवस्‍था कुछ भी पूर्णता तक नहीं पहुँचा सकी। हमें इस से श्रेष्‍ठ आशा प्रदान की गयी है और इसके माध्‍यम से हम परमेश्‍वर के निकट पहुँचते हैं।


इन बातों का सारांश यह है: हमारे एक ऐसे महापुरोहित हैं, जो स्‍वर्ग में महामहिम परमेश्‍वर के सिंहासन की दाहिनी ओर विराजमान हो कर


उसी तरह मसीह बहुतों के पाप हरने के लिए एक ही बार अर्पित हुए। वह दूसरी बार प्रकट होंगे−पाप के कारण नहीं, बल्‍कि उन लोगों को मुक्‍ति दिलाने के लिए, जो उनकी प्रतीक्षा करते हैं।


मेरे भाइयो और बहिनो! आप लोग हमारे माहिमान्‍वित प्रभु येशु मसीह में विश्‍वास करते हैं, इसलिए भेदभाव और चापलूसी से दूर रहिए।


मसीह का आत्‍मा उन नबियों में विद्यमान था और पहले से ही वह मसीह के दु:खभोग तथा इसके बाद आने वाली महिमा की साक्षी देता था। नबी यह जानना चाहते थे कि आत्‍मा किस समय और किन परिस्‍थितियों की ओर संकेत कर रहा है।


मसीह ने भी एक बार ही पापों के प्रायश्‍चित के लिए दु:ख भोगा; धर्मी अधर्मियों के लिए मर गये, जिससे वह आप लोगों को परमेश्‍वर के पास ले जायें। वह शरीर की दृष्‍टि से तो मारे गये, किन्‍तु आत्‍मा द्वारा जिलाये गये।


मसीह ने दूतों, अधिकारियों और शक्‍तियों को अपने अधीन कर स्‍वर्ग में प्रवेश किया और अब वह परमेश्‍वर की दाहिनी ओर विराजमान हैं।


परमेश्‍वर के प्रेम में सुदृढ़ बने रहें और हमारे प्रभु येशु मसीह की दया की आशा करें जो शाश्‍वत् जीवन की ओर ले जाती है।


“तुम जो कुछ देख रहे हो, उसे पुस्‍तक में लिखो और उसे सात कलीसियाओं को भेज दो − इफ़िसुस, स्‍मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलदेलफिया, और लौदीकिया को।”


मैं उसे देखते ही मृतक-जैसा उसके चरणों पर गिर पड़ा। उसने मुझ पर अपना दाहिना हाथ रख कर कहा, “मत डरो। प्रथम और अन्‍तिम मैं हूँ।


जो है, जो था और जो आनेवाला है, वही सर्वशक्‍तिमान प्रभु परमेश्‍वर कहता है, “अल्‍फा और ओमेगा मैं हूँ।”


“स्‍मुरना की कलीसिया के दूत को यह लिखो : “जो प्रथम और अन्‍तिम है, जो मर गया था और पुनर्जीवित हो गया है, उसका सन्‍देश इस प्रकार है :