हे प्रभु, मेरी चट्टान और मेरे उद्धारकर्ता! मेरे मुंह के शब्द तुझे प्रिय लगें और मेरे हृदय का ध्यान तू स्वीकार करे।
इफिसियों 5:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप यह पता लगाते रहें कि कौन-सी बातें प्रभु को प्रिय हैं। पवित्र बाइबल हर समय यह जानने का जतन करते रहो कि परमेश्वर को क्या भाता है। Hindi Holy Bible और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यह परखो कि प्रभु को क्या भाता है। नवीन हिंदी बाइबल और यह परखो कि प्रभु किस बात से प्रसन्न होता है। सरल हिन्दी बाइबल यह डूंढ़ो कि हमारे किन कामों से प्रभु संतुष्ट होते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है? |
हे प्रभु, मेरी चट्टान और मेरे उद्धारकर्ता! मेरे मुंह के शब्द तुझे प्रिय लगें और मेरे हृदय का ध्यान तू स्वीकार करे।
क्या मैं ऐसे उपवास से प्रसन्न होता हूं? क्या इस दिन उपवास करनेवाले व्यक्ति को अपने प्राण को कष्ट नहीं देना चाहिए? क्या सिर को झाऊ वृक्ष की तरह झुकाना, अपने नीचे राख और टाट-वस्त्र बिछाना, उपवास कहलाता है? क्या तुम इसको उपवास कहते हो? क्या ऐसा उपवास का दिन मुझे स्वीकार होगा?
ओ यरूशलेम के निवासियो, शबा देश से लाया गया लोबान, दूर देश से लाए गए सुगन्धित द्रव्य मेरे किस काम के? इन्हें मुझे मत चढ़ाओ। मुझे तुम्हारी अग्नि-बलि स्वीकार नहीं है। मैं तुम्हारी पशु-बलि पसन्द नहीं करता हूं।’
जो इन बातों द्वारा मसीह की सेवा करता है, वह परमेश्वर को प्रिय और मनुष्यों द्वारा सम्मानित है।
जिससे जो श्रेय है, आप उसे पहचानें। इस तरह आप लोग मसीह के दिन के लिए निर्मल-चित्त तथा निर्दोष होंगे
अब मुझे पूर्ण राशि प्राप्त हो गई है; मैं सम्पन्न हूँ। इपफ्रोदितुस से आपकी भेजी हुई वस्तुएँ पा कर मैं समृद्ध हो गया हूँ। आप लोगों की यह भेंट एक मधुर सुगन्ध है, एक सुग्राह्य बलि है, जो परमेश्वर को प्रिय है।
इस प्रकार आप प्रभु के योग्य जीवन बिता कर सब बातों में उसे प्रसन्न करेंगे, हर प्रकार के भले कार्य करते रहेंगे और परमेश्वर के ज्ञान में फलते और बढ़ते जायेंगे।
यदि किसी विधवा के अपने पुत्र-पुत्रियाँ अथवा पौत्र-पौत्रियाँ हों, तो वे यह समझें कि उन्हें सब से पहले अपने निजी परिवार के प्रति धर्म निभाना और अपने माता-पिता के उपकारों को थोड़ा-बहुत लौटाना चाहिए, क्योंकि यह परमेश्वर को प्रिय है।
हमें जो राज्य मिला है, वह नहीं हिलाया जा सकता, इसलिए हम परमेश्वर को धन्यवाद देते रहें और उसकी इच्छानुसार भक्ति एवं श्रद्धा के साथ उसकी आराधना करते रहें,
यदि आप अपनी भूल-चूक के कारण मार खाते और धैर्य रखते हों, तो इसमें क्या बड़ी बात हुई? किंतु सत्कर्म करने के बाद भी यदि आप को दु:ख भोगना पड़ता है और आप उसे धैर्य से सहते हैं, तो यह परमेश्वर की दृष्टि में पुण्य की बात है।
और जीवन्त पत्थरों के समान आत्मिक भवन में निर्मित हो जाएं। इस प्रकार आप पवित्र पुरोहित-वर्ग बन कर ऐसी आत्मिक बलि चढ़ा सकेंगे, जो येशु मसीह द्वारा परमेश्वर को स्वीकार हो।
उसने दाऊद के बख्तर के नीचे अपनी तलवार बांधी। तब दाऊद ने चलने का प्रयत्न किया। परन्तु वह चल न सका; क्योंकि उसे इन शस्त्रों का अभ्यास न था। उसने शाऊल से कहा, ‘मैं इन शस्त्रों को पहिनकर चल नहीं सकता। मुझे इनका अभ्यास नहीं है’ अत: दाऊद ने उनको उतार दिया।