अब वह मर गया। तब मैं क्यों उपवास करूँ? क्या मैं उसे वापस ला सकता हूँ? अब मैं उसके पास जाऊंगा; परन्तु वह मेरे पास नहीं लौटेगा।’
अय्यूब 7:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मुझे देखनेवाला फिर कभी मुझे नहीं देख सकेगा; प्रभु, तेरी आँखें मुझ पर हैं, पर मैं तेरे देखते-देखते खत्म हो जाऊंगा। पवित्र बाइबल अभी तू मुझको देख रहा है किन्तु फिर तू मुझको नहीं देख पायेगा। तू मुझको ढूँढेगा किन्तु तब तक मैं जा चुका होऊँगा। Hindi Holy Bible जो मुझे अब देखता है उसे मैं फिर दिखाई न दूंगा; तेरी आंखें मेरी ओर होंगी परन्तु मैं न मिलूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो मुझे अब देखता है उसे मैं फिर दिखाई न दूँगा; तेरी आँखें मेरी ओर होंगी परन्तु मैं न मिलूँगा। सरल हिन्दी बाइबल वह, जो मुझे आज देख रहा है, इसके बाद नहीं देखेगा; तुम्हारे देखते-देखते मैं अस्तित्वहीन हो जाऊंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो मुझे अब देखता है उसे मैं फिर दिखाई न दूँगा; तेरी आँखें मेरी ओर होंगी परन्तु मैं न मिलूँगा। |
अब वह मर गया। तब मैं क्यों उपवास करूँ? क्या मैं उसे वापस ला सकता हूँ? अब मैं उसके पास जाऊंगा; परन्तु वह मेरे पास नहीं लौटेगा।’
तू मेरे पैरों में काठ की बेड़ी पहनाता है; और मेरे प्रत्येक पग पर नजर रखता है। तूने मेरे पैरों के सम्मुख सीमा-रेखा खींच दी है जिसको मैं पार नहीं कर सकता!
परन्तु मनुष्य जब मर जाता है, वह निष्क्रिय पड़ा रहता है। अपनी अन्तिम साँस लेने के बाद मनुष्य कहाँ रहता है?
प्रभु, ऐसे क्षण-भंगुर मनुष्य को क्या तू जाँचता है? तू अपने साथ ऐसे मनुष्य को अदालत में खड़ा करता है?
वह सपने की तरह लुप्त हो जाएगा, और उसका पता तक नहीं चलेगा; रात में देखे गए दृश्य के समान उसकी स्मृति भी शेष नहीं रहेगी।
जिन आंखों ने उस दुर्जन को देखा था, अब वे उसे नहीं देख सकेंगी; न ही वह स्थान उसको देख पाएगा जहां वह रहता था।
वह शय्या पर लेटते समय स्वयं को धनी महसूस करता है; पर यह फिर न होगा, क्योंकि सबेरे आँख खोलने पर वह अपने को निर्धन पाता है।
क्या यह तेरा धर्म नहीं है कि तू मेरे अपराध को क्षमा करे, मेरे अधर्म को दूर करे? मैं शीघ्र ही कबर में सो जाऊंगा; तू मुझे ढूंढ़ेगा, पर मैं तुझे नहीं मिलूंगा!’
पर जब वह अपने स्थान पर नष्ट किया जाता है, तब उसका स्थान उसको अस्वीकार करता है : वह कहता है, मैंने तुझे कभी देखा ही नहीं!
वायु उसके ऊपर से बहती है, और वह ठहर नहीं पाता, उसका स्थान भी उसको फिर कभी नहीं पहचानता!
मैं पुन: वहाँ से निकला। तब वह वहाँ नहीं था! यद्यपि मैंने उसे खोजा तोभी वह वहाँ नहीं मिला।
“तू डांट-डपट से व्यक्ति को कुकर्म के लिए दंडित करता है- जैसा कीड़ा वस्तुओं को खा जाता है, तू उसकी इच्छित वस्तुओं को नष्ट कर देता है। निस्सन्देह प्रत्येक मनुष्य श्वास मात्र है। सेलाह