उनके पिता याकूब ने उनसे कहा, ‘तुम लोगों ने मुझे सन्तानहीन कर दिया। यूसुफ नहीं रहा। शिमोन भी नहीं रहा। अब तुम बिन्यामिन को ले जाओगे। ये सब विपत्तियाँ मुझ पर ही आ पड़ी हैं।’
अय्यूब 7:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘हे परमेश्वर, स्मरण कर कि मेरा जीवन हवा का एक झोंका है। मेरी आँखें अब अच्छे दिन नहीं देखेंगी। पवित्र बाइबल हे परमेश्वर, याद रख, मेरा जीवन एक फूँक मात्र है। अब मेरी आँखें कुछ भी अच्छा नहीं देखेंगी। Hindi Holy Bible याद कर कि मेरा जीवन वायु ही है; और मैं अपनी आंखों से कल्याण फिर न देखूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “याद कर कि मेरा जीवन वायु ही है; और मैं अपनी आँखों से कल्याण फिर न देखूँगा। सरल हिन्दी बाइबल यह स्मरणीय है कि मेरा जीवन मात्र श्वास है; कल्याण अब मेरे सामने आएगा नहीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “याद कर कि मेरा जीवन वायु ही है; और मैं अपनी आँखों से कल्याण फिर न देखूँगा। |
उनके पिता याकूब ने उनसे कहा, ‘तुम लोगों ने मुझे सन्तानहीन कर दिया। यूसुफ नहीं रहा। शिमोन भी नहीं रहा। अब तुम बिन्यामिन को ले जाओगे। ये सब विपत्तियाँ मुझ पर ही आ पड़ी हैं।’
प्रभु, स्मरण कर अपना यह वचन; तूने अपने सेवक मूसा से यह कहा था : “यदि तुम मेरे प्रति विश्वासघात करोगे तो मैं तुम्हें अन्य कौमों में बिखेर दूंगा;
मेरी आयु के चन्द दिन और शेष हैं! प्रभु, मुझे अकेला छोड़ दे, ताकि मैं उस स्थान को जाने के पूर्व कुछ आराम कर सकूं, जहाँ से मैं वापस नहीं आ सकूंगा, जहाँ केवल अन्धकार है, महा अन्धकार है, जहाँ मृत्यु की छाया है।
‘प्रभु स्मरण कर कि तूने मुझे मिट्टी से बनाया था; अब क्या तू मुझे मिट्टी में ही मिला देगा?
मुझे अपने जीवन से घृणा है; मैं चिरकाल तक जीवित रहना नहीं चाहता। मुझे अकेला छोड़ दे; क्योंकि मेरा जीवन हवा का झोंका है।
‘मेरी आयु के दिन हरकारे से भी अधिक तेज भाग रहे हैं! वे दौड़ रहे हैं, और उन्हें मेरा कल्याण कहीं दिखाई नहीं देता।
निस्सन्देह मनुष्य छाया जैसा चलता-फिरता प्राणी है। निस्सन्देह वह व्यर्थ ही उत्तोजित है; मनुष्य धन का ढेर तो लगाता है, पर नहीं जानता कि कौन उसे भोगेगा।
अनेक मनुष्य यह कहते हैं, “काश! हम भलाई को देख पाते। प्रभु, अपने मुख की ज्योति हम पर प्रकाशित कर!”
हे प्रभु, स्मरण कर कि शत्रु तेरी कैसी निन्दा करता है, मूर्ख तेरे नाम का तिरस्कार करते हैं।
हे परमेश्वर, उठ और अपना पक्ष प्रस्तुत कर। मूर्ख द्वारा निरन्तर की जाने वाली निन्दा को स्मरण कर।
हे स्वामी, स्मरण कर, जीवन-काल कितना अल्प है; तूने सब मनुष्यों को नश्वर उत्पन्न किया है।
हे स्वामी, अपने सेवक की निन्दा स्मरण कर; मैं कैसे अपने हृदय में लोगों का अपमान सहता हूँ।
प्रभु, तू सब जानता है; मुझे स्मरण रख, मेरी सुधि ले। मेरे प्राण के खोजियों से प्रतिशोध ले। प्रभु, तू सहनशील है, अत: मुझे मरने से बचा ले। प्रभु, तुझे यह मालूम है कि मैंने तेरे कारण ही निन्दा सही है।
तुम नहीं जानते कि कल तुम्हारा क्या हाल होगा। तुम्हारा जीवन एक कुहरा मात्र है-वह एक क्षण दिखाई दे कर लुप्त हो जाता है।