रिबका ने इसहाक से कहा, ‘मैं हित्ती जाति की बहुओं के कारण जीवन से ऊब गई हूँ। यदि याकूब भी इन बहुओं के समान इस देश की किसी हित्ती जाति की कन्या से विवाह कर लेगा तो मुझे अपने जीवन से क्या लाभ? मैं मर जाऊंगी।’
अय्यूब 7:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मुझे अपने जीवन से घृणा है; मैं चिरकाल तक जीवित रहना नहीं चाहता। मुझे अकेला छोड़ दे; क्योंकि मेरा जीवन हवा का झोंका है। पवित्र बाइबल मैं अपने जीवन से घृणा करता हूँ। मेरी आशा टूट चुकी है। मैं सदैव जीवित रहना नहीं चाहता। मुझे अकेला छोड़ दे। मेरा जीवन व्यर्थ है। Hindi Holy Bible मुझे अपने जीवन से घृणा आती है; मैं सर्वदा जीवित रहना नहीं चाहता। मेरा जीवनकाल सांस सा है, इसलिये मुझे छोड़ दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मुझे अपने जीवन से घृणा आती है; मैं सर्वदा जीवित रहना नहीं चाहता। मेरा जीवनकाल साँस सा है, इसलिये मुझे छोड़ दे। सरल हिन्दी बाइबल मैं अपने जीवन से घृणा करता हूं; मैं सर्वदा जीवित रहना नहीं चाहता हूं. छोड़ दो मुझे अकेला; मेरा जीवन बस एक श्वास तुल्य है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मुझे अपने जीवन से घृणा आती है; मैं सर्वदा जीवित रहना नहीं चाहता। मेरा जीवनकाल साँस सा है, इसलिए मुझे छोड़ दे। |
रिबका ने इसहाक से कहा, ‘मैं हित्ती जाति की बहुओं के कारण जीवन से ऊब गई हूँ। यदि याकूब भी इन बहुओं के समान इस देश की किसी हित्ती जाति की कन्या से विवाह कर लेगा तो मुझे अपने जीवन से क्या लाभ? मैं मर जाऊंगी।’
और स्वयं निर्जन प्रदेश की ओर चले गए। उन्होंने एक दिन का मार्ग पार किया। वह झाऊ वृक्ष के नीचे बैठ गए। उन्होंने प्रभु से अपनी मृत्यु मांगी। उन्होंने कहा, ‘प्रभु, अब बहुत हो गया! तू मेरे प्राण ले ले। मैं अपने पूर्वजों से गया-बीता हूं।’
‘मैं अपने जीवन से तंग आ गया हूँ। मैं निस्संकोच अपनी शिकायत पेश करूंगा। मैं अपने प्राण की पीड़ा व्यक्त करूंगा।
मेरी आयु के चन्द दिन और शेष हैं! प्रभु, मुझे अकेला छोड़ दे, ताकि मैं उस स्थान को जाने के पूर्व कुछ आराम कर सकूं, जहाँ से मैं वापस नहीं आ सकूंगा, जहाँ केवल अन्धकार है, महा अन्धकार है, जहाँ मृत्यु की छाया है।
हे प्रभु, उस पर से दृष्टि हटा, ताकि वह प्रसन्नवदन हो सके, और एक मजदूर के समान दिन की समाप्ति पर आराम कर सके।
मैं इतना भयभीत हो जाता हूं, कि मैं अपना ही गला घोंटना चाहता हूं। मुझे ऐसे जीवन से अधिक मृत्यु की कामना होने लगती है।
‘हे परमेश्वर, स्मरण कर कि मेरा जीवन हवा का एक झोंका है। मेरी आँखें अब अच्छे दिन नहीं देखेंगी।
यद्यपि मैं हर दृष्टि से सिद्ध हूं, तो भी मुझे अपनी परवाह नहीं, मैं अपने जीवन से घृणा करता हूं।
इससे पूर्व कि मैं प्रस्थान करूं और न रहूं, मुझ पर से अपनी दृष्टि हटा ले कि मैं प्रसन्न हो सकूं।”
निस्सन्देह मनुष्य छाया जैसा चलता-फिरता प्राणी है। निस्सन्देह वह व्यर्थ ही उत्तोजित है; मनुष्य धन का ढेर तो लगाता है, पर नहीं जानता कि कौन उसे भोगेगा।
अकुलीन मनुष्य श्वास मात्र है, कुलीन केवल मिथ्या है; तुला पर वे ऊपर उठ जाते हैं, वे सब मिलकर सांस से भी हलके हैं।
मुझे जीवन से घृणा हो गई, क्योंकि आकाश के नीचे पृथ्वी पर किए जाने वाले सब कार्य मुझे बुरे लगने लगे। यह सब व्यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।
इस दुष्ट पीढ़ी के बचे हुए लोग जीवन की नहीं, मृत्यु की कामना करेंगे। जिन देशों में मैं उनको खदेड़ दूंगा, वहां वे जीवित रहना नहीं चाहेंगे,’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यही वाणी है।
इसलिए अब मैं तुझसे यह विनती करता हूं: हे प्रभु, तू मेरा प्राण मुझसे ले ले। मेरे लिए जीवित रहने की अपेक्षा मरना अच्छा है।’
जब सूरज निकला तब परमेश्वर ने पूर्व दिशा से गरम हवा बहाई। योना के सिर पर सूरज की किरणें पड़ीं और वह बेहोश हो गया। योना मृत्यु की इच्छा करने लगा। उसने कहा, ‘मेरे लिए जीवित रहने की अपेक्षा मरना अच्छा है।’