ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




अय्यूब 4:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

पर अब, जब तुम पर विपत्ति आई तो तुमने धीरज छोड़ दिया! विपत्ति ने तुम्‍हें छुआ तो तुम घबरा गए!

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

किन्तु अब तुझ पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है और तेरा साहस टूट गया है। विपदा की मार तुझ पर पड़ी और तू व्याकुल हो उठा।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

परन्तु अब विपत्ति तो तुझी पर आ पड़ी, और तू निराश हुआ जाता है; उसने तुझे छुआ और तू घबरा उठा।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

परन्तु अब विपत्ति तो तुझी पर आ पड़ी, और तू निराश हुआ जाता है; उसने तुझे छुआ और तू घबरा उठा।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

अब तुम स्वयं उसी स्थिति का सामना कर रहे हो तथा तुम अधीर हो रहे हो; उसने तुम्हें स्पर्श किया है और तुम निराशा में डूबे हुए हो!

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

परन्तु अब विपत्ति तो तुझी पर आ पड़ी, और तू निराश हुआ जाता है; उसने तुझे छुआ और तू घबरा उठा।

अध्याय देखें



अय्यूब 4:5
12 क्रॉस रेफरेंस  

यदि आप उसकी धन-सम्‍पत्ति नष्‍ट करने के उद्देश्‍य से उसको हाथ लगाएँ तो वह आपके मुंह पर आपको कोसेगा।’


‘ओ मेरे मित्रो, मुझ पर दया करो, मुझ पर दया करो! क्‍योंकि परमेश्‍वर ने ही मुझे रोगी बनाया है!


उस पर अपना हाथ तो उठाइए, और उसका शरीर स्‍पर्श कीजिए। तब अय्‍यूब आपके मुँह पर आपको कोसेगा।’


तुम्‍हारे शब्‍दों ने गिरते हुए मनुष्‍य को सम्‍भाला, और कांपते हुए घुटनों को स्‍थिर किया।


‘जो व्यक्‍ति अपने दु:खी मित्र पर करुणा नहीं करता, वह सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर की भक्‍ति छोड़ देता है।


प्रभु, मैंने तुझको पुकारा; स्‍वामी, तुझसे ही मैंने यह विनती की:


यदि तुम संकटकाल में हताश हो जाते हो तो निस्‍सन्‍देह तुम में शक्‍ति का अभाव है।


परमेश्‍वर की दया ने हमें यह सेवा-कार्य सौंपा है, इसलिए हम कभी हार नहीं मानते।


यही कारण है कि हम हिम्‍मत नहीं हारते। हमारे शरीर की शक्‍ति भले ही क्षीण होती जा रही हो, किन्‍तु हमारे अभ्‍यन्‍तर में दिन-प्रतिदिन नये जीवन का संचार होता रहता है;


कहीं ऐसा न हो कि आप लोग निराश होकर हिम्‍मत हार जायें, इसलिए आप उनका स्‍मरण करते रहें, जिन्‍होंने पापियों का इतना घोर विरोध सहा।


क्‍या आप लोग धर्मग्रन्‍थ का यह प्रबोधन भूल गये हैं, जिस में परमेश्‍वर आप को अपनी संतान कह कर सम्‍बोधित करता है? “मेरे बच्‍चो†! प्रभु के अनुशासन की उपेक्षा मत करो और उसकी फटकार से हिम्‍मत मत हारो;