मैंने अपनी निन्दा सुनी, तुम्हारी बातों से मेरा अपमान हुआ। मेरी आत्मा अपनी समझ के अनुसार तुम्हें यह उत्तर दे रही है।
अय्यूब 26:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पर तुमने किस की सहायता से ये बातें कहीं? किसकी प्रेरणा से तुम्हारे मुँह से ये बातें निकलीं? पवित्र बाइबल इन बातों को कहने में किसने तुम्हारी सहायता की? किसकी आत्मा ने तुम को प्रेरणा दी? Hindi Holy Bible तू ने किसके हित के लिये बातें कही? और किसके मन की बातें तेरे मुंह से निकलीं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू ने किसके हित के लिये बातें कहीं? और किसके मन की बातें तेरे मुँह से निकलीं?” सरल हिन्दी बाइबल किसने तुम्हें इस बात के लिए प्रेरित किया है? किसकी आत्मा तुम्हारे द्वारा बातें की है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तूने किसके हित के लिये बातें कही? और किसके मन की बातें तेरे मुँह से निकलीं?” |
मैंने अपनी निन्दा सुनी, तुम्हारी बातों से मेरा अपमान हुआ। मेरी आत्मा अपनी समझ के अनुसार तुम्हें यह उत्तर दे रही है।
तुमने निर्बुद्धि मनुष्य को कितनी अच्छी सलाह दी, और उस पर उदारतापूर्वक अपना ज्ञान बिखेरा!
तब मिट्टी मिट्टी में मिल जाएगी, और आत्मा परमेश्वर के पास लौट जाएगी, जिसने उसको प्रदान किया था।
इसलिए मैं आप लोगों को बता देता हूँ कि कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के आत्मा से प्रेरित हो कर यह नहीं कहता,“येशु शापित हो” और कोई भी व्यक्ति पवित्र आत्मा की प्रेरणा के बिना यह नहीं कह सकता,“येशु ही प्रभु है।”