वे रात-भर बिना वस्त्र पड़े रहते हैं; ठण्ड के मौसम में भी, उन्हें ओढ़ने के लिए कुछ नहीं मिलता।
अय्यूब 24:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे पहाड़ों पर वर्षा से भींग जाते हैं; उन्हें वर्षा से बचने के लिए कोई स्थान नहीं मिलता; अत: वे चट्टान से चिपट जाते हैं। पवित्र बाइबल वे वर्षा से पहाड़ों में भीगें हैं, उन्हें बड़ी चट्टानों से सटे हुये रहना होगा, क्योंकि उनके पास कुछ नहीं जो उन्हें मौसम से बचा ले। Hindi Holy Bible वे पहाड़ों पर की झडिय़ों से भीगे रहते, और शरण न पाकर चट्टान से लिपट जाते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे पहाड़ों पर की वर्षा से भीगे रहते, और शरण न पाकर चट्टान से लिपट जाते हैं। सरल हिन्दी बाइबल वे पर्वतीय वृष्टि से भीगे हुए हैं, सुरक्षा के लिए उन्होंने चट्टान का आश्रय लिया हुआ है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे पहाड़ों पर की वर्षा से भीगे रहते, और शरण न पाकर चट्टान से लिपट जाते हैं। |
वे रात-भर बिना वस्त्र पड़े रहते हैं; ठण्ड के मौसम में भी, उन्हें ओढ़ने के लिए कुछ नहीं मिलता।
‘कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो पितृहीन बालक को मां की छाती से छीन लेते हैं; वे गरीब कर्जदार के बच्चे को अपने पास बन्धक में रखते हैं।
‘मैं सोई हुई थी, पर मेरा मन जाग रहा था। सुनो, मेरा प्रियतम द्वार खटखटा रहा है : “ओ मेरी संगिनी, मेरी प्रियतमा, मेरी कपोती, मेरी निष्कलंक सुन्दरी! मेरे लिए द्वार खोल! मेरा सिर ओस से भीग गया है। मेरी लटें रात में टपकती बूंदों से तर हैं।”
जो पहिले छप्पन भोग खाते थे, अब वे सड़कों पर भूख से मरे पड़े हैं। जो कीमती वस्त्र पहिनकर जवान हुए थे, अब वे घूरों को गले लगा रहे हैं।
संसार उनके योग्य नहीं था। उन्हें उजाड़ स्थानों, पहाड़ी प्रदेशों, गुफाओं और धरती के गड्ढों की शरण लेनी पड़ी।