तो भी उन्होंने मुझे धोखा दिया, और दस बार मेरी मजदूरी बदली। परन्तु परमेश्वर ने उनको मेरा अनिष्ट नहीं करने दिया।
अय्यूब 19:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दसों बार तुमने मेरी निन्दा की। मेरे साथ अन्याय करते समय तुम्हें शर्म नहीं आती! पवित्र बाइबल अब देखों, तुमने दसियों बार मुझे अपमानित किया है। मुझ पर वार करते तुम्हें शर्म नहीं आती है। Hindi Holy Bible इन दसों बार तुम लोग मेरी निन्दा ही करते रहे, तुम्हें लज्जा नहीं आती, कि तुम मेरे साथ कठोरता का बरताव करते हो? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इन दसों बार तुम लोग मेरी निन्दा ही करते रहे, तुम्हें लज्जा नहीं आती कि तुम मेरे साथ कठोरता का बरताव करते हो? सरल हिन्दी बाइबल इन दसों अवसरों पर तुम मेरा अपमान करते रहे हो; मेरे साथ अन्याय करते हुए तुम्हें लज्जा तक न आई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इन दसों बार तुम लोग मेरी निन्दा ही करते रहे, तुम्हें लज्जा नहीं आती, कि तुम मेरे साथ कठोरता का बर्ताव करते हो? |
तो भी उन्होंने मुझे धोखा दिया, और दस बार मेरी मजदूरी बदली। परन्तु परमेश्वर ने उनको मेरा अनिष्ट नहीं करने दिया।
यूसुफ ने अपने भाइयों को देखकर पहचान लिया, परन्तु उनसे अपरिचित-सा व्यवहार किया। उसने उनसे कठोरता से बातें कीं। यूसुफ ने उनसे पूछा, ‘तुम लोग कहाँ से आए हो?’ वे बोले, ‘हम भोजन-सामग्री खरीदने के लिए कनान देश से आए हैं।’
पर उनके बीच रहनेवाले यहूदी हमारे पास आकर हमें बार-बार सावधान करते थे कि ‘हमारे शत्रु, जहां-जहां वे रहते हैं, वहां से हम पर आक्रमण करेंगे।’
यदि तुम्हारे हाथ अधर्म से रंगे हैं, तो उनको धो डालो; दुष्कर्म को अपने घर में टिकने मत दो।
क्या तुम्हारी बकवास लोगों को चुप करा सकती है? यदि तुम परमेश्वर के न्याय का मजाक उड़ाओगे तो क्या लोग तुम्हें लज्जित नहीं करेंगे?
मैंने अपनी निन्दा सुनी, तुम्हारी बातों से मेरा अपमान हुआ। मेरी आत्मा अपनी समझ के अनुसार तुम्हें यह उत्तर दे रही है।
वे चारों राजा की सेवा में उपस्थित होने लगे। जब कभी राजा बुद्धि और समझ के विषय में उनसे कोई प्रश्न पूछता, तब उनका उत्तर सुनकर राजा को यह अनुभव होता कि वे उसके राज्य भर के सब ज्योतिषियों और तांत्रिकों से दस गुना अधिक प्रवीण हैं।
मैं तुम्हारे जीवन का आधार चूर-चूर कर दूंगा। दस स्त्रियां एक ही तन्दूर पर रोटियां बनाएंगी, और वे तुम्हें रोटी तौल-तौलकर देंगी। तुम रोटियां खाओगे, पर तृप्त नहीं होगे।
अत: वे सब व्यक्ति जिन्होंने मेरी महिमा के दर्शन किए, मेरे उन अद्भुत कार्यों को देखा जिनको मैंने मिस्र देश तथा निर्जन प्रदेश में किया, फिर भी जिन्होंने दस बार मुझे कसौटी पर कसा और मेरी वाणी नहीं सुनी,