तब मैंने सनबल्लत को यह उत्तर भेजा : ‘ये बातें जो तुम कह रहे हो, कभी नहीं हुईं। ये तुम्हारी मनगढ़न्त बातें हैं।’
अय्यूब 13:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि तुम लोग झूठे हो, और झूठी बातें गढ़ते हो; तुम सब निकम्मे वैद्य हो। पवित्र बाइबल किन्तु तुम तीनो लोग अपने अज्ञान को मिथ्या विचारों से ढकना चाहते हो। तुम वो बेकार के चिकित्सक हो जो किसी को अच्छा नहीं कर सकता। Hindi Holy Bible परन्तु तुम लोग झूठी बात के गढ़ने वाले हो; तुम सबके सब निकम्मे वैद्य हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु तुम लोग झूठी बात के गढ़नेवाले हो; तुम सबके सब निकम्मे वैद्य हो। सरल हिन्दी बाइबल तुम तो झूठी बात का चित्रण कर रहे हो; तुम सभी अयोग्य वैद्य हो! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु तुम लोग झूठी बात के गढ़नेवाले हो; तुम सब के सब निकम्मे वैद्य हो। |
तब मैंने सनबल्लत को यह उत्तर भेजा : ‘ये बातें जो तुम कह रहे हो, कभी नहीं हुईं। ये तुम्हारी मनगढ़न्त बातें हैं।’
मेरे भाई-बन्धु छिछली नदी के समान विश्वासघाती हैं, वे बरसाती नदी के समान हैं जो ग्रीष्म ऋतु में सूख जाती है;
पर वे निराश होते हैं, क्योंकि उनकी आशा झूठी निकलती है, वे नदी के समीप जाते हैं, और धोखा खाते हैं।
अभिमानी व्यक्ति मुझे झूठ से पोतते हैं, किन्तु मैं सम्पूर्ण हृदय से तेरे आदेशों को मानता हूं।
प्रभु की यह वाणी है, ‘देखो, मैं झूठी नबूवत, झूठे दर्शन की बातें करनेवाले नबियों के विरुद्ध हूं। मैंने इन नबियों को नहीं भेजा है, और न ही नबूवत सुनाने का दायित्व सौंपा है। ये अपने झूठ और व्यर्थ बातों से मेरे निज लोगों को पथ-भ्रष्ट करते हैं। इन झूठे नबियों से इस प्रजा को कुछ लाभ नहीं होता है;’ प्रभु की यह वाणी है।
तुझे न्याय दिलानेवाला कोई नहीं है। तेरे घाव की कोई दवा नहीं है; तेरा रोग स्वस्थ नहीं होगा।
ओ मिस्र! ओ कुंआरी कन्या! गिलआद प्रदेश जा, और वहां से बलसान औषधि ला। अब तक तूने व्यर्थ ही अनेक दवाइयां लीं; तू स्वस्थ नहीं होगी।
मेरे निज लोगों के घावों पर झूठ का मलहम लगाते हैं; वे उनसे कहते हैं, “तुम्हारा कल्याण होगा,” जबकि कल्याण होगा ही नहीं।
क्या गिलआद प्रदेश की बलसान औषधि समाप्त हो गई? क्या वहां अब वैद्य भी नहीं रहे? तब मेरे लोगों के घाव क्यों नहीं भर रहे हैं?
तुमने निर्बल को बलवान नहीं बनाया। तुमने बीमार को स्वस्थ नहीं किया। तुमने घायल के घावों की मलहम-पट्टी नहीं की। तुम भटकी हुई भेड़ को वापस नहीं लाए। जो खो गई है, उसको नहीं खोजा। किन्तु तुमने जनता पर जोर-जबरदस्ती से शासन किया।
जब एफ्रइम ने अपना घाव देखा, और यहूदा ने अपना रोग, तब एफ्रइम असीरिया देश को गया। उसने अविलम्ब सम्राट से सहायता मांगी। पर वह उसे स्वस्थ नहीं कर सकता है, वह उसके घाव नहीं भर सकता है।
येशु ने यह सुनकर उन से कहा, “निरोगों को नहीं, बल्कि रोगियों को वैद्य की आवश्यकता होती है। मैं धार्मिकों को नहीं, पापियों को बुलाने आया हूँ।”
अनेकानेक वैद्यों के इलाज के कारण उसे बहुत कष्ट सहना पड़ा था और सब कुछ खर्च करने पर भी उसे कोई लाभ नहीं हुआ था, बल्कि उसकी दशा और भी बिगड़ गयी थी।