अय्यूब 13:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) देखो, मैंने अपने मुकदमे की पूरी तैयारी कर ली है; मुझे निश्चय है कि मैं निर्दोष सिद्ध हो जाऊंगा। पवित्र बाइबल अब मैं अपना बचाव करने को तैयार हूँ। यह मुझे पता है कि मुझको निर्दोष सिद्ध किया जायेगा। Hindi Holy Bible देखो, मैं ने अपने बहस की पूरी तैयारी की है; मुझे निश्चय है कि मैं निर्दोष ठहरूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देखो, मैं ने अपने मुक़द्दमे की पूरी तैयारी की है; मुझे निश्चय है कि मैं निर्दोष ठहरूँगा। सरल हिन्दी बाइबल अब सुन लो, प्रस्तुति के लिए मेरा पक्ष तैयार है, मुझे निश्चय है मुझे न्याय प्राप्त होकर रहेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देखो, मैंने अपने मुकद्दमे की पूरी तैयारी की है; मुझे निश्चय है कि मैं निर्दोष ठहरूँगा। |
मैं अपने दोस्तों के लिए उपहास का पात्र बन गया हूं : मैं परमेश्वर की वन्दना करता था, और वह मेरी प्रार्थना सुनता भी था। मैं धार्मिक और हर दृष्टि से सिद्ध हूं, पर तुम्हारी नजरों में हंसी का पात्र बन गया हूं।
ताकि मेरा गवाह परमेश्वर के सामने मेरे पक्ष का समर्थन करे, जैसे कोई व्यक्ति अपने पड़ोसी के पक्ष में मुकदमा लड़ता है।
मैं अपने धर्म को कसकर पकड़े हुए हूँ, मैं उसको हाथ से न जाने दूंगा; मेरा हृदय मुझे अपने पिछले जीवन के लिए दोषी नहीं ठहराता।
अय्यूब के तीनों मित्रों ने यह देखा कि अय्यूब अपनी दृष्टि में धार्मिक है; अत: अन्होंने उससे तर्क-वितर्क करना छोड़ दिया, और वे चुप हो गए।
क्योंकि अय्यूब ने यह कहा है; “मैं धार्मिक हूं, परमेश्वर ने मुझे दु:ख देकर मेरे साथ अन्याय किया है।
सच्चाई की ओर लौटो, और विचार करो, जिससे मेरे साथ अन्याय न हो। कृपया पुन: सच्चाई से सोचो, मैंने अपने पक्ष में जो कहा है, वह सच है।
यद्यपि मैं निर्दोष हूं तो भी मेरा मुँह मुझे दोषी ठहराएगा; यद्यपि मैं प्रत्येक दृष्टि से सिद्ध हूं, तो भी वह मुझे कुटिल प्रमाणित कर देगा।
यद्यपि मैं हर दृष्टि से सिद्ध हूं, तो भी मुझे अपनी परवाह नहीं, मैं अपने जीवन से घृणा करता हूं।
मुझे स्मरण करा, यदि मैंने तेरे किसी सत्कर्म पर ध्यान नहीं दिया : आ, हम परस्पर विवाद करें। अपना पक्ष प्रस्तुत कर ताकि तू निर्दोष प्रमाणित हो सके।
हमें एक बात का गर्व है-हमारा अन्त:करण हमें विश्वास दिलाता है कि हमने मनुष्यों के साथ और विशेष कर आप लोगों के साथ जो व्यवहार किया है, वह संसार की बुद्धिमानी के अनुसार नहीं, बल्कि उस सच्चाई और ईमानदारी के अनुसार था जो परमेश्वर की कृपा का वरदान है।