इस प्रकार परमेश्वर ने बड़े-बड़े जल-जन्तुओं और गतिमान जलचरों को, जो झुण्ड के झुण्ड समुद्र में तैरते हैं, उनकी जाति के अनुसार उत्पन्न किया। उसने सब पंखवाले पक्षियों को भी उनकी जाति के अनुसार उत्पन्न किया। परमेश्वर ने देखा कि वे अच्छे हैं।
अय्यूब 12:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘पर तुम जंगल के पशुओं से उनका अनुभव पूछो, और वे तुम्हें सीख देंगे; तुम आकाश के पक्षियों से पूछताछ करो, और वे तुम्हें बताएँगे। पवित्र बाइबल “चाहे तू पशु से पूछ कर देख, वे तुझे सिखादेंगे, अथवा हवा के पक्षियों से पूछ वे तुझे बता देंगे। Hindi Holy Bible पशुओं से तो पूछ और वे तुझे दिखाएंगे; और आकाश के पक्षियों से, और वे तुझे बता देंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “पशुओं से तो पूछ और वे तुझे सिखाएँगे; और आकाश के पक्षियों से, और वे तुझे बताएँगे। सरल हिन्दी बाइबल “किंतु अब जाकर पशुओं से परामर्श लो, अब वे तुम्हें शिक्षा देने लगें, आकाश में उड़ते पक्षी तुम्हें सूचना देने लगें; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “पशुओं से तो पूछ और वे तुझे सिखाएँगे; और आकाश के पक्षियों से, और वे तुझे बताएँगे। |
इस प्रकार परमेश्वर ने बड़े-बड़े जल-जन्तुओं और गतिमान जलचरों को, जो झुण्ड के झुण्ड समुद्र में तैरते हैं, उनकी जाति के अनुसार उत्पन्न किया। उसने सब पंखवाले पक्षियों को भी उनकी जाति के अनुसार उत्पन्न किया। परमेश्वर ने देखा कि वे अच्छे हैं।
परमेश्वर ने धरती के वन पशुओं, पालतू पशुओं और भूमि पर रेंगनेवाले जन्तुओं को उनकी जाति के अनुसार बनाया। परमेश्वर ने देखा कि वे अच्छे हैं।
चोर-लुटेरे दिन दूनी रात चैगुनी उन्नति करते हैं, और अपने घर में सुख-चैन की बन्सी बजाते हैं; जो अपने आचरण से परमेश्वर को क्रोध दिलाते हैं, वास्तव में वे ही सुरक्षित रहते हैं, उनका ईश्वर उनकी मुट्ठी में रहता है!
या फिर पृथ्वी के वृक्षों से पूछो, वे तुम्हें सिखाएँगे, सागर की मछलियां भी तुम पर ये ही बातें प्रकट करेंगी।
क्या तुम्हारे पूर्वज तुम्हें शिक्षा न देंगे, तुम्हें नहीं सिखाएँगे? निस्सन्देह वे तुम्हें हृदय से शिक्षा देंगे।
बैल अपने मालिक को जानता है, गधा अपने स्वामी की नांद को पहचानता है; पर इस्राएल मुझे नहीं जानता, मेरे निज लोगों में समझ नहीं!’
आकाश का लकलक पक्षी भी अपने नियत समय को जानता है; पण्डुकी, सूपाबेनी और सारस भी अपने लौटने का समय जानते हैं। किन्तु शोक! मेरे निज लोग अपने प्रभु के न्याय-सिद्धान्तों को नहीं जानते।
संसार की सृष्टि के समय से ही परमेश्वर के अदृश्य स्वरूप को, अर्थात् उसकी शाश्वत शक्तिमत्ता और उसके ईश्वरत्व को, बुद्धि की आँखों द्वारा उसके कार्यों में देखा जा सकता है। इसलिए वे अपने आचरण की सफाई देने में असमर्थ हैं;