वे आए। हामान ने उनके सामने अपनी धन-सम्पत्ति का वैभव प्रदर्शित किया। उसने उन्हें बताया कि उसके कितने पुत्र हैं। उसने यह भी बताया कि सम्राट ने उसका कितना सम्मान किया, और उसकी पदोन्नति की, अपने सब दरबारियों और पदाधिकारियों में उसको सर्वोच्च पद प्रदान किया।
जब अय्यूब अपने मित्रों की क्षमा के लिए प्रार्थना कर चुका तब प्रभु ने उसकी स्थिति पहले जैसी ही कर दी। उसने उसका दु:ख दूर कर दिया। जितनी धन-सम्पत्ति अय्यूब के पास पहले थी, उसका दुगुना प्रभु ने अय्यूब को लौटा दिया।
जो आशिष प्रभु ने अय्यूब को पहले दी थी, उससे कहीं अधिक अब दी: अय्यूब के पास चौदह हजार भेड़-बकरियाँ, छ: हजार ऊंट, एक हजार जोड़ी बैल, और एक हजार गदहियाँ हो गईं।