“वह विश्वास-पात्र और बुद्धिमान सेवक कौन है, जिसे उसके स्वामी ने अपने घर के अन्य सेवक-सेविकाओं पर नियुक्त किया है, ताकि वह निश्चित् समय पर उन्हें भोजन सामग्री बाँटा करे?
3 यूहन्ना 1:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रियवर! आप भाई-बहिनों के लिए − और ऐसे भाई-बहिनों के लिए जिन से आप अपरिचित हैं − जो कुछ कर रहे हैं, वह एक सच्चे विश्वासी के योग्य है। पवित्र बाइबल हे मेरे प्यारे मित्र, तुम हमारे भाइयों के हित में जो कुछ कर सकते हो, उसे विश्वास के साथ कर रहे हो। यद्यपि वे लोग तुम्हारे लिए अनजाने हैं! Hindi Holy Bible हे प्रिय, जो कुछ तू उन भाइयों के साथ करता है, जो परदेशी भी हैं, उसे विश्वासी की नाईं करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे प्रिय, जो कुछ तू उन भाइयों के साथ करता है, जो परदेशी हैं, उसे विश्वासी के रूप में करता है। नवीन हिंदी बाइबल हे प्रिय, जो कुछ तू उन अपरिचित भाइयों के लिए करता है, वह विश्वासयोग्यता से करता है। सरल हिन्दी बाइबल प्रिय भाई बहनो, जो कुछ तुम साथी विश्वासियों, विशेष रूप से परदेशी साथी विश्वासियों की भलाई में कर रहे हो, तुम्हारी सच्चाई का सबूत है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे प्रिय, जब भी तू भाइयों के लिए कार्य करे और अजनबियों के लिए भी तो विश्वासयोग्यता के साथ कर। |
“वह विश्वास-पात्र और बुद्धिमान सेवक कौन है, जिसे उसके स्वामी ने अपने घर के अन्य सेवक-सेविकाओं पर नियुक्त किया है, ताकि वह निश्चित् समय पर उन्हें भोजन सामग्री बाँटा करे?
जिसे पाँच सिक्के मिले थे, उसने तुरन्त जा कर उनके साथ लेन-देन किया तथा और पाँच सिक्के कमा लिये।
प्रभु ने कहा, “कौन ऐसा ईमानदार और बुद्धिमान प्रबंधक है, जिसे उसका स्वामी अपने सेवक-सेविकाओं पर नियुक्त करे ताकि वह निश्चित् समय पर उन्हें निर्धारित भोजन दे?
उन्हीं दिनों पतरस विश्वासी भाई-बहिनों के बीच खड़े हुए, जो लगभग एक सौ बीस व्यक्तियों का समुदाय था। पतरस ने कहा,
इसलिए जब तक हमें अवसर मिल रहा है, हम सब की भलाई करते रहें, विशेष रूप से उन लोगों की, जो विश्वास के कारण हमारे परिवार के हैं।
आप जो भी कहें या करें, वह सब प्रभु येशु के नाम पर किया करें। उन्हीं के द्वारा आप लोग पिता-परमेश्वर को धन्यवाद देते रहें।
आप लोग आतिथ्य-सत्कार भूलें नहीं, क्योंकि इसी के कारण कुछ लोगों ने अनजाने ही अपने यहाँ स्वर्गदूतों का सत्कार किया है।
इसलिए मैं जब आऊंगा तो उसके आचरण की निन्दा करूँगा। वह न केवल हमारी बदनामी करता है, बल्कि वह स्वयं भाई-बहिनों का आतिथ्य-सत्कार करना नहीं चाहता और जो लोग ऐसा करना चाहते हैं, वह उन्हें रोकता और कलीसिया से उनका बहिष्कार करता है।
क्योंकि जब कुछ भाई-बहिन यहाँ आये और उन्होंने आपकी सच्चाई के विषय में साक्षी दी और बताया कि किस प्रकार आप सत्य के मार्ग पर चलते हैं, तो मैं बड़ा आनन्दित हुआ।