किन्तु गरीब के पास केवल एक छोटी-सी भेड़ थी। उसने उसको खरीदा था। वह उसका पालन करने लगा। भेड़ उसके बच्चों के साथ बड़ी होने लगी। वह उसके साथ ही रोटी खाती थी। उसके प्याले में पानी पीती थी। उसकी गोद में सोती थी। वह उसके लिए बेटी के समान थी।
2 शमूएल 12:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘एक दिन धनी मनुष्य के पास एक यात्री आया। किन्तु धनी मनुष्य उस पथिक को, जो उसके पास आया था, भोजन के लिए अपने रेवड़ में से पशु देने को तैयार न था। अत: उसने गरीब की भेड़ छीन ली, और अपने यहाँ आए हुए यात्री के लिए उसका मांस पकाया।’ पवित्र बाइबल “तब एक यात्री धनी व्यक्ति से मिलने के लिये वहाँ आया। धनी व्यक्ति यात्री को भोजन देना चाहता था। किन्तु धनी व्यक्ति अपनी भेड़ या अपने पशुओं में से किसी को यात्री को खिलाने के लिये नहीं लेना चाहता था। उस धनी व्यक्ति ने उस गरीब से उसका मेमना ले लिया। धनी व्यक्ति ने उसके मेमने को मार डाला और अपने अतिथि के लिये उसे पकाया।” Hindi Holy Bible और धनी के पास एक बटोही आया, और उसने उस बटोही के लिये, जो उसके पास आया था, भोजन बनवाने को अपनी भेड़-बकरियों वा गाय बैलों में से कुछ न लिया, परन्तु उस निर्धन मनुष्य की भेड़ की बच्ची ले कर उस जन के लिये, जो उसके पास आया था, भोजन बनवाया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर धनी के पास एक यात्री आया, और उसने उस यात्री के लिये, जो उसके पास आया था, भोजन बनवाने को अपनी भेड़–बकरियों या गाय बैलों में से कुछ न लिया, परन्तु उस निर्धन मनुष्य की भेड़ की बच्ची लेकर उस जन के लिये, जो उसके पास आया था, भोजन बनवाया।” सरल हिन्दी बाइबल “उस धनी के पास एक यात्री आया हुआ था. उस धनिक ने उस यात्री के सत्कार के लिए अपनी भेड़ों में से कोई भेड़ न ली, बल्कि उस निर्धन की भेड़ लेकर उस यात्री के लिए भोजन तैयार कर लिया.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और धनी के पास एक यात्री आया, और उसने उस यात्री के लिये, जो उसके पास आया था, भोजन बनवाने को अपनी भेड़-बकरियों या गाय बैलों में से कुछ न लिया, परन्तु उस निर्धन मनुष्य की भेड़ की बच्ची लेकर उस जन के लिये, जो उसके पास आया था, भोजन बनवाया।” |
किन्तु गरीब के पास केवल एक छोटी-सी भेड़ थी। उसने उसको खरीदा था। वह उसका पालन करने लगा। भेड़ उसके बच्चों के साथ बड़ी होने लगी। वह उसके साथ ही रोटी खाती थी। उसके प्याले में पानी पीती थी। उसकी गोद में सोती थी। वह उसके लिए बेटी के समान थी।
यह सुनकर दाऊद का क्रोध उस धनी मनुष्य के प्रति बहुत भड़क उठा। उसने नातान से कहा, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! यह अन्याय करनेवाला मनुष्य निश्चय ही मृत्यु-दण्ड के योग्य है।
बूढ़े मनुष्य ने अपनी आँखें ऊपर उठाईं। उसने नगर-चौक में एक यात्री को देखा। बूढ़े मनुष्य ने उससे पूछा, ‘तुम कहाँ से आए हो और कहाँ जा रहे हो?’