अभी दिन का समय था। लोग दाऊद को भोजन कराने के लिए आए। परन्तु दाऊद ने यह शपथ खाई, ‘यदि मैं सूर्यास्त के पहले भोजन अथवा अन्य वस्तु खाऊं तो परमेश्वर मेरे साथ अपनी इच्छा के अनुसार कठोर व्यवहार करे।’
2 शमूएल 1:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने शाऊल, उसके पुत्र योनातन और प्रभु के निज लोग, इस्राएली परिवार के लिए सन्ध्या तक शोक मनाया। वे रोते रहे। उन्होंने उपवास किया; क्योंकि शाऊल, योनातन और इस्राएली सैनिक तलवार से मारे गए थे। पवित्र बाइबल वे बहुत दुःखी थे और रोये। उन्होंने शाम तक कुछ खाया नहीं। वे रोये क्योंकि शाऊल और उसका पुत्र योनातन मर गए थे। दाऊद और उसके लोग यहोवा से उन लोगों के लिये रोये जो मर गये थे, और वे इस्राएल के लिये रोये। वे इसलिये रोये कि शाऊल, उसका पुत्र योनातान और बहुत से इस्राएली युद्ध में मारे गये थे। Hindi Holy Bible और वे शाऊल, और उसके पुत्र योनातन, और यहोवा की प्रजा, और इस्राएल के घराने के लिये छाती पीटने और रोने लगे, और सांझ तक कुछ न खाया, इस कारण कि वे तलवार से मारे गए थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और वे शाऊल, और उसके पुत्र योनातान, और यहोवा की प्रजा, और इस्राएल के घराने के लिये छाती पीटने और रोने लगे, और साँझ तक कुछ न खाया, इस कारण कि वे तलवार से मारे गए थे। सरल हिन्दी बाइबल शाऊल, उनके पुत्र योनातन और तलवार से घात किए गए याहवेह की प्रजा और इस्राएल वंश के लिए वे सांझ तक विलाप करते रहे और उन्होंने उपवास किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और वे शाऊल, और उसके पुत्र योनातान, और यहोवा की प्रजा, और इस्राएल के घराने के लिये छाती पीटने और रोने लगे, और साँझ तक कुछ न खाया, इस कारण कि वे तलवार से मारे गए थे। |
अभी दिन का समय था। लोग दाऊद को भोजन कराने के लिए आए। परन्तु दाऊद ने यह शपथ खाई, ‘यदि मैं सूर्यास्त के पहले भोजन अथवा अन्य वस्तु खाऊं तो परमेश्वर मेरे साथ अपनी इच्छा के अनुसार कठोर व्यवहार करे।’
मेरे पुत्र, अपने शत्रु के पतन से आनन्दित मत होना; जब उसको ठोकर लगे तब तू हृदय में आनन्द मत मनाना।
काश, मेरा मस्तिष्क सागर होता, मेरी आंखें आँसुओं की झील होती, तो मैं अपने लोगों के महासंहार के कारण दिन-रात फूट-फूट कर रोता।
तुम प्याले-पर-प्याला शराब पीते हो; और सर्वोत्तम तेल से सिर की मालिश कराते हो! पर तुम्हें यूसुफ वंश के विनाश का कुछ भी दु:ख नहीं।
परन्तु मैं तुम से कहता हूँ − अपने शत्रुओं से प्रेम करो और जो तुम पर अत्याचार करते हैं, उनके लिए प्रार्थना करो।
जब कोई दुर्बल है, तो क्या मैं उसकी दुर्बलता से प्रभावित नहीं? जब किसी का पाप में पतन होता है, तो क्या मैं इसका तीखा अनुभव नहीं करता?
उन्होंने राख में से मृतकों की अस्थियाँ निकालीं, और उनको याबेश नगर में झाऊ वृक्ष के नीचे गाड़ दिया। उन्होंने शोक प्रकट करने के लिए सात दिन तक उपवास किया।