अत: एलियाह ने वहाँ से प्रस्थान किया। उन्हें एलीशा बेन-शाफट मिला। वह हल जोत रहा था। उसके आगे बारह जोड़ी बैल हल में जुते हुए थे। वह स्वयं बैल की बारहवीं जोड़ी के साथ था। एलियाह उसके पास से गुजरे। उन्होंने अपनी चादर उसके ऊपर फेंक दी।
2 राजाओं 2:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने एलियाह की चादर उठा ली, जो उनके ऊपर से नीचे गिर गई थी। वह यर्दन नदी की ओर लौटे, और उसके तट पर खड़े हो गए। पवित्र बाइबल एलिय्याह का अंगरखा भूमि पर गिर पड़ा था अतः एलीशा ने उसे उठा लिया। एलीशा ने पानी पर चोट की और कहा, “एलिय्याह का परमेश्वर यहोवा, कहाँ है” Hindi Holy Bible फिर उसने एलिय्याह की चद्दर उठाई जो उस पर से गिरी थी, और वह लौट गया, और यरदन के तीर पर खड़ा हुआ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उसने एलिय्याह की चद्दर उठाई जो उस पर से गिरी थी, और वह लौट गया, और यरदन के तट पर खड़ा हुआ। सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद उन्होंने एलियाह की देह से नीचे गिरी चादर को उठा लिया, और लौटकर यरदन के तट पर जा पहुंचे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उसने एलिय्याह की चद्दर उठाई जो उस पर से गिरी थी, और वह लौट गया, और यरदन के तट पर खड़ा हुआ। |
अत: एलियाह ने वहाँ से प्रस्थान किया। उन्हें एलीशा बेन-शाफट मिला। वह हल जोत रहा था। उसके आगे बारह जोड़ी बैल हल में जुते हुए थे। वह स्वयं बैल की बारहवीं जोड़ी के साथ था। एलियाह उसके पास से गुजरे। उन्होंने अपनी चादर उसके ऊपर फेंक दी।
राजा सुलेमान ने एस्योन-गेबेर के बन्दरगाह में एक जहाजी बेड़ा बनाया। यह बन्दरगाह अकाबा की खाड़ी के तट पर स्थित एलोत नगर के समीप एदोम देश में था।
एलीशा यह देखता रहा। वह रो-रोकर पुकारता रहा, ‘ओ मेरे पिता! ओ मेरे पिता! ओ इस्राएली राष्ट्र के सारथी! ओ हमारे अश्वारोही!’ उसके पश्चात् एलियाह उसकी आंखों से ओझल हो गए। एलीशा ने शोक प्रकट करने के लिए अपना अंगरखा पकड़ा, और उसको दो टुकड़ों में फाड़ दिया।
उन्होंने एलियाह की चादर ली, और उससे यर्दन नदी के जल पर प्रहार किया। उन्होंने यह कहा, ‘एलियाह का प्रभु परमेश्वर कहां है?’ जब एलीशा ने जल पर प्रहार किया, तब जल इधर और उधर दो भागों में बंट गया। एलीशा उस पार चले गए।
तब एलियाह ने अपनी चादर ली। उन्होंने चादर को ऐंठा और यर्दन नदी के जल पर प्रहार किया। तब जल इधर और उधर दो भागों में बंट गया। वे सूखी भूमि से होकर उस पार जाने लगे।
कुछ लोग पत्थरों से मारे गये, कुछ आरे से चीर दिये गये और कुछ तलवार से मौत के घाट उतारे गये। कुछ लोग दरिद्रता, अत्याचार और उत्पीड़न के शिकार बन कर भेड़ों और बकरियों की खाल ओढ़े, इधर-उधर भटकते रहे।
शाऊल ने स्त्री से पूछा, ‘वह कैसा दिखाई दे रहा है?’ स्त्री ने उत्तर दिया, ‘एक बूढ़ा आदमी ऊपर आ रहा है। वह लबादा ओढ़े हुए है।’ शाऊल समझ गया कि वह शमूएल है उसने भूमि की ओर सिर झुकाया, और उसका अभिवादन किया।