उस समय तक प्रभु-नाम की महिमा के लिए मन्दिर नहीं बना था। इसलिए लोग पहाड़ी शिखर की वेदियों पर बलि चढ़ाते थे।
2 राजाओं 12:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एक दिन योआश ने पुरोहितों को आदेश दिया, ‘जो चांदी के सिक्के पवित्र भेंट के रूप में प्रभु के भवन में चढ़ाए जाते हैं, वे सिक्के जो प्रत्येक व्यक्ति निर्धारित मन्दिर-कर के रूप में, अथवा स्वेच्छा से उत्प्रेरित होकर प्रभु के भवन में चढ़ाता है, पवित्र बाइबल योआश ने याजकों से कहा, “यहोवा के मन्दिर में बहुत धन है। लोगों ने मन्दिर में चीज़ें दी हैं। लोगों ने गणना के समय मन्दिर का कर दिया है और लोगों ने धन इसलिये दिया है कि वे स्वत: ही देना चाहते थे। याजको, आप लोग उस धन को ले लें और यहोवा के मन्दिर की मरम्मत करवा दें। हर एक याजक उस धन का इसमें उपयोग करे जो उसे उन लोगों से मिलता है जिनकी वे सेवा करते हैं। उसे उस धन का उपयोग यहोवा के मन्दिर की टूट—फूट की मरम्मत में करना चाहिये।” Hindi Holy Bible और योआश ने याजकों से कहा, पवित्र की हुई वस्तुओं का जितना रुपया यहोवा के भवन में पहुंचाया जाए, अर्थात गिने हुए लोगों का रुपया और जितने रुपये के जो कोई योग्य ठहराया जाए, और जितना रुपया जिसकी इच्छा यहोवा के भवन में ले आने की हो, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) योआश ने याजकों से कहा, “पवित्र की हुई वस्तुओं का जितना रुपया यहोवा के भवन में पहुँचाया जाए, अर्थात् गिने हुए लोगों का रुपया और जितना रुपया देने के जो कोई योग्य ठहराया जाए, और जितना रुपया जिसकी इच्छा यहोवा के भवन में ले आने की हो, सरल हिन्दी बाइबल योआश ने पुरोहितों से कहा, “याहवेह के मंदिर में पवित्र दान के लिए चढ़ाया गया पैसा, जो प्रचलित सिक्कों के रूप में हैं, चाहे वह हर एक व्यक्ति के लिए मूल्यांकित रूप में हो, या हर एक व्यक्ति द्वारा स्वैच्छिक रूप में याहवेह के भवन में लाई जाती है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 योआश ने याजकों से कहा, “पवित्र की हुई वस्तुओं का जितना रुपया यहोवा के भवन में पहुँचाया जाए, अर्थात् गिने हुए लोगों का रुपया और जितना रुपया देने के जो कोई योग्य ठहराया जाए, और जितना रुपया जिसकी इच्छा यहोवा के भवन में ले आने की हो, |
उस समय तक प्रभु-नाम की महिमा के लिए मन्दिर नहीं बना था। इसलिए लोग पहाड़ी शिखर की वेदियों पर बलि चढ़ाते थे।
सुलेमान को प्रभु से प्रेम था। वह अपने पिता दाऊद की संविधियों पर चलता था। परन्तु वह भी पहाड़ी शिखर की वेदी पर पशु-बलि चढ़ाता था और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाता था।
यहूदा के राजा योआश ने अपनी अर्पण की समस्त भेंट की वस्तु और अपने पूर्वजों − यहोशाफट, योराम और अहज्याह − के द्वारा प्रभु को अर्पित की गई भेंट की वस्तुएं लीं। उसने प्रभु-भवन के कोषागार का तथा राजमहल का समस्त सोना भी लिया, और उनको सीरिया के राजा हजाएल के पास भेज दिया। तब हजाएल यरूशलेम से लौट गया।
वे आप लें। इसके अतिरिक्त, आप अपने परिचित लोगों से भी चन्दा लीजिए। जिस-जिस स्थान पर भवन की मरम्मत की जरूरत है, वहां आप इस धन से मरम्मत कराइए।’
किन्तु पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग उन पर पशु-बलि चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे।
फिर भी पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग उन पर पशु-बलि चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे।
वह पहाड़ी शिखर की वेदियों पर, पहाड़ियों पर तथा प्रत्येक हरे वृक्ष के नीचे पशु-बलि चढ़ाता और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाता था।
वहां वे उन जातियों के समान, जिन्हें प्रभु ने उनके सम्मुख से खदेड़ दिया था, पहाड़ी शिखर की वेदियों पर सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाया करते थे। उन्होंने दुष्कर्म किए, और प्रभु के क्रोध को भड़काया।
‘महापुरोहित हिल्कियाह के पास जाओ। तुम उससे यह कहना कि वह प्रभु-भवन में चढ़ाई गई उस चांदी को गला दे, जिसको द्वारपालों ने आराधकों से एकत्र किया है।
राजा दाऊद ने इन पात्रों को भी प्रभु को अर्पित कर दिया। जिन राष्ट्रों−एदोम, मोआब, अम्मोन, पलिश्ती और अमालेक−से उसने सोना-चाँदी छीना था, उसको उसने प्रभु को अर्पित किया था।
हे मेरे परमेश्वर! मैं जानता हूं, तू हृदय को परखता है। तू निष्कपट हृदय के व्यक्ति से प्रसन्न होता है। मैं निष्कपट हृदय से यह सब भेंट स्वेच्छापूर्वक तुझे अर्पित करता हूँ। अब मैंने तेरे निज लोगों को भी देखा जिन्होंने आनन्दपूर्वक स्वेच्छा से तुझे भेंट चढ़ाई।
जो सोना-चांदी तथा कीमती पात्र उसके पिता ने तथा स्वयं उसने परमेश्वर को अर्पित किए थे, उन सब को उसने परमेश्वर के भवन में रख दिया।
इस्राएली लोग सच्चाई से प्रभु को दशमांश तथा उसके लिए अलग की गई पवित्र वस्तुएँ भेंट में चढ़ाने लगे। इस भेंट की देखभाल करनेवाला मुख्य अधिकारी कोनन्याह था। वह लेवीय उप-पुरोहित था। उसका सहायक उसका भाई शिमई था।
उसने पुरोहितों को उन के पदों पर नियुक्त किया। उसने उन्हें उत्साहित किया कि वे प्रभु के भवन के सेवा-कार्यों को करें।
उनके पड़ोसियों ने चांदी के पात्रों, सोना, माल-असबाब, पशु और कीमती वस्तुओं से उनकी सहायता की। इनके अतिरिक्त उन्होंने स्वेच्छा से भेंट भी चढ़ाई।
उन्होंने अपने-अपने सामर्थ्य के अनुसार इकसठ हजार स्वर्ण-मुद्राएं, पांच हजार चान्दी के सिक्के और पुरोहितों के लिए एक सौ पोशाकें भवन के कोष में दीं।
तुम उस सोना-चांदी को भी ले जा सकोगे, जो तुम बेबीलोन प्रदेश में प्राप्त करोगे। इस्राएली लोग और पुरोहित मन्नत के रूप में स्वेच्छा से परमेश्वर के भवन के लिए, जो यरूशलेम में है, भेंट चढ़ाएंगे। तुम उनको भी ले जा सकते हो।
स्त्री और पुरुष आए। जिनके हृदय इच्छुक थे, वे जुगनू, बालियाँ, अंगूठियाँ और कंगन आदि सब प्रकार के सोने के आभूषण लाए। जो जो व्यक्ति प्रभु को भेंट चढ़ाना चाहता था, उसने सोना चढ़ाया।
अत: जिन कार्यों को सम्पन्न करने का आदेश प्रभु ने मूसा के द्वारा दिया था, उनके लिए स्त्रियाँ और पुरुष, जिनके हृदय ने स्वेच्छा से देने को प्रेरित किया, भेंट ले आए। इस प्रकार इस्राएली समाज ने प्रभु को स्वेच्छा-बलि चढ़ाई।
तुम अपने पास से प्रभु के लिए भेंट लो। जो स्वेच्छा से देना चाहे, वह प्रभु के लिए भेंट लाए : सोना, चांदी तथा पीतल,
उन्होंने मूसा के हाथ से समस्त स्वेच्छाबलि ग्रहण की, जिसे इस्राएली समाज पवित्र-स्थान के निर्माण-कार्य के लिए लाया था। किन्तु लोग प्रतिदिन सबेरे मूसा के पास स्वेच्छा-बलि लाते रहे।
यदि कोई मनुष्य अपने किसी दशमांश को मूल्य देकर मुक्त करना चाहेगा, तो वह मूल्य का पांचवां भाग उसमें जोड़कर उसको छुड़ा लेगा।
क्योंकि अन्य सब ने अपनी समृद्धि से दान दिया, परन्तु इसने तंगी में रहते हुए भी, जीविका के लिए उसके पास जो कुछ था, वह सब अर्पित कर दिया।”