येहू के राज्य-काल के सातवें वर्ष में योआश ने राज्य करना आरम्भ किया। वह राजधानी यरूशलेम में चालीस वर्ष तक राज्य करता रहा। उसकी मां का नाम सिब्याह था। वह बएर-शेबा नगर की रहने वाली थी।
2 राजाओं 12:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) योआश ने अपने जीवन-भर वे ही कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे; क्योंकि पुरोहित यहोयादा उसको धार्मिक शिक्षा देता था। पवित्र बाइबल योआश ने वे कार्य किये जिन्हें यहोवा ने अच्छा कहा तथा। योआश ने पूरे जीवन यहोवा की आज्ञा का पालन किया। उसने वे कार्य किये जिनकी शिक्षा याजक यहोयादा ने उसे दी थी। Hindi Holy Bible और जब तक यहोयादा याजक योआश को शिक्षा देता रहा, तब तक वह वही काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब तक यहोयादा याजक योआश को शिक्षा देता रहा, तब तक वह वही काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। सरल हिन्दी बाइबल योआश ने आजीवन वही किया, जो याहवेह की दृष्टि में ठीक है, क्योंकि उसे पुरोहित यहोयादा ने शिक्षा दी थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जब तक यहोयादा याजक योआश को शिक्षा देता रहा, तब तक वह वही काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। |
येहू के राज्य-काल के सातवें वर्ष में योआश ने राज्य करना आरम्भ किया। वह राजधानी यरूशलेम में चालीस वर्ष तक राज्य करता रहा। उसकी मां का नाम सिब्याह था। वह बएर-शेबा नगर की रहने वाली थी।
फिर भी पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग पहाड़ी शिखर की वेदियों पर बलि-पशु चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे।
अत: राजा योआश ने राजपुरोहित यहोयादा तथा अन्य पुरोहितों को बुलाया। उसने उनसे पूछा, ‘आप भवन की मरम्मत क्यों नहीं कर रहे हैं? अब से आप अपने परिचितों से स्वयं चन्दा नहीं लेंगे, परन्तु उसको आप भवन की मरम्मत के लिए कोष में जमा करेंगे।’
अमस्याह ने वही किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित था। फिर भी उसने अपने पूर्वज दाऊद के समान कार्य नहीं किया। उसने अपने सब कार्यों से अपने पिता योआश का अनुसरण किया,
राजा अमस्याह ने वही किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित था। किन्तु उसका हृदय पूर्णत: निर्दोष नहीं था।
जैसे उसके पिता अमस्याह ने उन कार्यों को किया था जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे, वैसे ही उसने भी किया।