जब याकूब और उसके पुत्रों ने प्रस्थान किया, तब उनके आसपास के नगरों पर परमेश्वर का आतंक छा गया। अतएव वहाँ के निवासी याकूब के पुत्रों का पीछा नहीं कर सके।
2 कुरिन्थियों 5:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस कारण प्रभु का भय हम में बना रहता है। हम मनुष्यों को समझाने का प्रयत्न करते रहते हैं। हमारा सारा जीवन परमेश्वर के लिए प्रकट है और मैं आशा करता हूँ कि वह आप लोगों के अन्त:करण के लिए भी प्रकट होगा। पवित्र बाइबल इसलिए प्रभु से डरते हुए हम सत्य को ग्रहण करने के लिये लोगों को समझाते-बुझाते हैं। हमारे और परमेश्वर के बीच कोई पर्दा नहीं है। और मुझे आशा है कि तुम भी हमें पूरी तरह जानते हो। Hindi Holy Bible सो प्रभु का भय मानकर हम लोगों को समझाते हैं और परमेश्वर पर हमारा हाल प्रगट है; और मेरी आशा यह है, कि तुम्हारे विवेक पर भी प्रगट हुआ होगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये प्रभु का भय मानकर हम लोगों को समझाते हैं; परन्तु परमेश्वर पर हमारा हाल प्रगट है, और मेरी आशा यह है कि तुम्हारे विवेक पर भी प्रगट हुआ होगा। नवीन हिंदी बाइबल अतः हम प्रभु का भय मानते हुए लोगों को समझाते हैं, परंतु परमेश्वर के सामने हमारी दशा स्पष्ट है और मैं आशा करता हूँ कि तुम्हारे विवेक में भी स्पष्ट होगी। सरल हिन्दी बाइबल हमें यह अहसास है कि प्रभु का भय क्या है, इसलिये हम सभी को समझाने का प्रयत्न करते हैं. परमेश्वर के सामने यह स्पष्ट है कि हम क्या हैं और मैं आशा करता हूं कि तुम्हारे विवेक ने भी इसे पहचान लिया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए प्रभु का भय मानकर हम लोगों को समझाते हैं और परमेश्वर पर हमारा हाल प्रगट है; और मेरी आशा यह है, कि तुम्हारे विवेक पर भी प्रगट हुआ होगा। |
जब याकूब और उसके पुत्रों ने प्रस्थान किया, तब उनके आसपास के नगरों पर परमेश्वर का आतंक छा गया। अतएव वहाँ के निवासी याकूब के पुत्रों का पीछा नहीं कर सके।
मैं परमेश्वर के द्वारा ढाही गई विपत्तियों के कारण आतंकित था, इसलिए मैं यह अधर्म कर नहीं सकता था। मैं परमेश्वर के प्रताप का सामना करने में असमर्थ था।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के जहर-बुझे तीरों ने मुझे बेधा है, मेरी आत्मा उनका विष-पान कर रही है, परमेश्वर का आतंक मेरे विरुद्ध आक्रमण के लिए पंिक्तबद्ध खड़ा है।
तेरे कितने भक्त तेरे क्रोध की शक्ति को जान सकते हैं; तेरे रोष को कौन अनुभव कर सकता है?
उस दिन मिस्र-निवासी स्त्रियों के सदृश भयभीत होंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु उन पर अपना हाथ उठाएगा, और वे डर से कांपेंगे।
सियोन में रहनेवाले पापी भयभीत हैं; डर ने अधार्मिकों को दबोच लिया है। वे यह कहते हैं, “हम में से कौन व्यक्ति भस्म करनेवाली अग्नि में रह सकता है? हम में कौन व्यक्ति शाश्वत अग्नि में वास कर सकता है?”
प्रभु के क्रोध के सम्मुख कौन खड़ा रह सकता है? उसकी क्रोधाग्नि को कौन सह सकता है? उसका कोप अग्नि की तरह बरसता है, और प्रभु के सामने चट्टानें फूट जाती हैं।
“उन से नहीं डरो, जो शरीर को मार डालते हैं, किन्तु आत्मा को नहीं मार सकते; बल्कि उससे डरो, जो शरीर और आत्मा, दोनों को नरक में नष्ट कर सकता है।
मैं तुम्हें बताता हूँ कि किस से डरना चाहिए। उस से डरो, जिसमें तुम्हें मारने के बाद नरक में डालने की शक्ति है। हाँ, मैं तुम से कहता हूँ, उसी से डरो।
पर अब्राहम ने उससे कहा, ‘जब वे मूसा और नबियों की नहीं सुनते, तब यदि मुरदों में से कोई जी उठे, तो वे उसकी बात भी नहीं मानेंगे।’ ”
सभा के विसर्जन के बाद बहुत-से यहूदी और भक्त नव-यहूदी पौलुस और बरनबास के पीछे हो लिये। पौलुस और बरनबास ने उन से बात की और आग्रह किया कि वे परमेश्वर की कृपा में बने रहें।
उन्होंने यह आरोप लगाया, “यह व्यक्ति परमेश्वर की ऐसी उपासना-पद्धति सिखलाता है, जो व्यवस्था के विरुद्ध है।”
पौलुस प्रत्येक विश्राम-दिवस पर सभागृह में तर्क-वितर्क करते और यहूदियों तथा यूनानियों को समझाने का प्रयत्न करते थे।
लेकिन आप देखते और सुनते हैं कि उस पौलुस ने न केवल इफिसुस में, बल्कि प्राय: समस्त आसिया में बहुत-से लोगों को समझा-बुझा कर बहका दिया है। उसका कहना है कि हाथ के बनाये हुए देवता, देवता नहीं हैं।
महाराज को इन बातों की जानकारी है, इसलिए मैं उनके सामने निस्संकोच बोल रहा हूं। मुझे निश्चय है कि इन बातों में एक भी इन से छिपी हुई नहीं है; क्योंकि यह घटना किसी अंधेरी कोठरी में नहीं घटी है।
अत: यहूदियों ने पौलुस के साथ एक दिन निश्चित किया और बड़ी संख्या में उनके यहाँ एकत्र हुए। पौलुस सुबह से शाम तक उनके लिए व्याख्या करते रहे। उन्होंने परमेश्वर के राज्य के विषय में साक्षी दी और मूसा की व्यवस्था तथा नबी-ग्रंथों के आधार पर उनको येशु के संबंध में समझाने का प्रयत्न किया।
हम उन बहुसंख्यक लोगों के समान नहीं हैं, जो परमेश्वर के वचन का सौदा करते हैं, बल्कि हम परमेश्वर से प्रेरित हो कर और मसीह से संयुक्त रह कर, परमेश्वर की आंखों के सामने, सच्चाई से वचन का प्रचार करते हैं।
इसलिए हम मसीह के राजदूत हैं, मानो परमेश्वर हमारे द्वारा आप लोगों से अनुरोध कर रहा है। हम मसीह के नाम पर आप से यह विनती करते हैं कि आप परमेश्वर से मेल कर लें।
परमेश्वर के सहकर्मी होने के नाते हम आप लोगों से यह अनुरोध करते हैं कि परमेश्वर की जो कृपा आप को मिली है, उसे व्यर्थ न होने दें;
मैं अब किसका कृपापात्र बनने की कोशिश कर रहा हूँ—मनुष्यों का अथवा परमेश्वर का? क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता, तो मैं मसीह का सेवक नहीं होता।
कुछ लोगों को आग में से निकाल कर उनकी रक्षा करें। किंतु कुछ लोगों पर दया करते समय आप सतर्क रहें और विषय-वासना से दूषित उनके वस्त्र से भी घृणा करें।