फिर मैंने परमेश्वर के आत्मा के द्वारा यह दर्शन देखा : आत्मा ने मुझे उठाया और कसदी देश में निष्कासित मेरे जाति-बन्धुओं में मुझे पहुंचा दिया। इसके पश्चात् दर्शन लुप्त हो गया।
2 कुरिन्थियों 12:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) डींग मारने से कोई लाभ नहीं, फिर भी मुझे ऐसा ही करना पड़ रहा है। इसलिए दिव्य दर्शनों और प्रभु द्वारा दिए गए प्रकाशनों की चर्चा करूँगा। पवित्र बाइबल अब तो मुझे गर्व करना ही होगा। इससे कुछ मिलना नहीं है। किन्तु मैं तो प्रभु के दर्शनों और प्रभु के दैवी संदेशों पर गर्व करता ही रहूँगा। Hindi Holy Bible यद्यपि घमण्ड करना तो मेरे लिये ठीक नहीं तौभी करना पड़ता है; सो मैं प्रभु के दिए हुए दर्शनों और प्रकाशों की चर्चा करूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यद्यपि घमण्ड करना मेरे लिये ठीक नहीं तौभी करना पड़ता है; इसलिये मैं प्रभु के दिए हुए दर्शनों और प्रकाशनों की चर्चा करूँगा। नवीन हिंदी बाइबल अब मुझे गर्व करना ही होगा। यद्यपि इससे लाभ नहीं, फिर भी मैं प्रभु के दर्शनों और प्रकाशनों की चर्चा करूँगा। सरल हिन्दी बाइबल अपनी बड़ाई करना मेरे लिए ज़रूरी हो गया है—हालांकि इसमें कोई भी लाभ नहीं है—इसलिये मैं प्रभु के द्वारा दिए गए दर्शनों तथा दिव्य प्रकाशनों के वर्णन की ओर बढ़ रहा हूं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यद्यपि घमण्ड करना तो मेरे लिये ठीक नहीं, फिर भी करना पड़ता है; पर मैं प्रभु के दिए हुए दर्शनों और प्रकाशनों की चर्चा करूँगा। |
फिर मैंने परमेश्वर के आत्मा के द्वारा यह दर्शन देखा : आत्मा ने मुझे उठाया और कसदी देश में निष्कासित मेरे जाति-बन्धुओं में मुझे पहुंचा दिया। इसके पश्चात् दर्शन लुप्त हो गया।
प्रभु ने कहा, ‘मेरे वचन सुनो : यदि तुम्हारे मध्य कोई नबी है, तो मैं-प्रभु दर्शन के माध्यम से उस पर स्वयं को प्रकट करता हूं, मैं स्वप्न में उससे वार्तालाप करता हूं।
फिर भी मैं तुम से सच कहता हूँ : तुम्हारा कल्याण इसमें है कि मैं चला जाऊं। यदि मैं नहीं जाऊंगा, तो सहायक तुम्हारे पास नहीं आएगा। यदि मैं जाऊंगा, तो मैं उसे तुम्हारे पास भेजूँगा।
यह वही काइफा था, जिसने धर्मगुरुओं को यह परामर्श दिया था : “अच्छा यही है कि जनता के लिए केवल एक मनुष्य मरे।”
उसी रात प्रभु ने पौलुस के समीप खड़े होकर कहा, “निर्भय हो! जैसे तूने यरूशलेम में मेरे विषय में साक्षी दी है, वैसे ही तुझे रोम में भी साक्षी देनी होगी।”
“सब कुछ करने की अनुमति है,” किन्तु सब कुछ हितकर नहीं। “सब कुछ करने की अनुमति है,” किन्तु सब कुछ से निर्माण नहीं होता।
भाइयो और बहिनो! मान लीजिए कि मैं आप लोगों के यहाँ आकर अध्यात्म भाषाओं में बोलूँ और परमेश्वर द्वारा प्रकाशित सत्य, ज्ञान, नबूवत अथवा शिक्षा न प्रदान करूँ, तो मेरे बोलने से आप को क्या लाभ होगा?
आप में से कोई यह कहेगा, “मुझे सब कुछ करने की अनुमति है।” हां, किन्तु सब कुछ हितकर नहीं। मैं कह सकता हूँ, “मुझे सब कुछ करने की अनुमति है,” किन्तु मैं किसी चीज का गुलाम नहीं बनूंगा।
मैं मूर्खतापूर्ण बातें कर रहा हूँ-आप लोगों ने मुझे इसके लिए बाध्य किया। आप को मेरी सिफारिश करनी चाहिए थी, क्योंकि यद्यपि मैं कुछ भी नहीं हूँ, फिर भी मैं उन महान् प्रेरितों से किसी भी तरह कम नहीं हूँ।
मैं ऐसे व्यक्ति पर गर्व करना चाहूँगा। अपनी दुर्बलताओं के अतिरिक्त मैं अपने विषय में किसी और बात पर गर्व नहीं करूँगा।
मुझ पर बहुत-से ईश्वरीय प्रकाशन प्रकट किए गए हैं। मैं इन पर घमण्ड न करूँ, इसलिए मेरे शरीर में एक कांटा चुभा दिया गया है। मुझे शैतान का दूत मिला है, ताकि वह मुझे घूंसे मारता रहे और मैं घमण्ड न करूँ।
किन्तु प्रभु ने कहा-“मेरी कृपा तुम्हारे लिए पर्याप्त है, क्योंकि तुम्हारी दुर्बलता में मेरा सामर्थ्य पूर्ण रूप से प्रकट होता है।” इसलिए मैं बड़ी खुशी से अपनी दुर्बलताओं पर गौरव करूँगा, जिससे मसीह का सामर्थ्य मुझ पर छाया रहे।
मैं इस सम्बन्ध में एक सुझाव देता हूँ। आप लोगों ने पिछले वर्ष जो कार्य प्रारम्भ किया और जिसकी योजना आपने स्वयं बनायी थी, अब उसे पूरा करने में ही आपका कल्याण है।
मैंने किसी मनुष्य के हाथ से उसे न तो ग्रहण किया और न सीखा, बल्कि स्वयं येशु मसीह ने उसे मुझ पर प्रकट किया।
परमेश्वर ने मुझ पर प्रकट किया था कि मुझे जाना चाहिए। मैंने उन लोगों के सामने-परन्तु एकान्त में प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सामने-वह शुभ समाचार प्रस्तुत किया जिसका प्रचार मैं गैर-यहूदियों के बीच करता हूँ, जिससे ऐसा न हो कि जो दौड़-धूप मैं कर रहा हूँ अथवा कर चुका हूँ, वह व्यर्थ हो जाए।
यह रहस्य मुझ पर ईश्वरीय प्रकशन द्वारा प्रकट हुआ है। इसका संिक्षप्त विवरण मैं ऊपर दे चुका हूँ।
हमें प्रभु से जो शिक्षा मिली है, उसके आधार पर हम आप से यह कहते हैं: हम, जो जीवित हैं और जो प्रभु के आने तक शेष रहेंगे, मृतकों से पहले महिमा में प्रवेश नहीं करेंगे;
हम जानते हैं कि परमेश्वर-पुत्र आया है और उसने हमें सच्चे परमेश्वर को पहचानने की समझ दी है। हम सच्चे परमेश्वर में निवास करते हैं; क्योंकि हम उसके पुत्र येशु मसीह में निवास करते हैं। यही सच्चा परमेश्वर और शाश्वत जीवन है।