कुछ लोगों का कहना है-उसके पत्र कठोर और प्रभावशाली हैं, किन्तु जब वह स्वयं आता है, तो उसका शरीर दुर्बल लगता है और उसकी बोलने की शक्ति नहीं के बराबर है।
2 कुरिन्थियों 11:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं लज्जा के साथ स्वीकार करता हूँ कि आप लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार करने का मुझे साहस नहीं हुआ। आप इसे मेरी नादानी समझें, किन्तु जिन बातों के विषय में वे लोग डींग मारने का साहस करते हैं, मैं भी उन बातों के विषय में वही कर सकता हूँ। पवित्र बाइबल मैं लज्जा के साथ कह रहा हूँ, हम बहुत दुर्बल रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति किसी वस्तु पर गर्व करने का साहस करता है तो वैसा ही साहस मैं भी करूँगा। (मैं मूर्खतापूर्वक कह रहा हूँ) Hindi Holy Bible मेरा कहना अनादर की रीति पर है, मानो कि हम निर्बल से थे; परन्तु जिस किसी बात में कोई हियाव करता है (मैं मूर्खता से कहता हूं) तो मैं भी हियाव करता हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरा कहना अनादर ही की रीति पर है, मानो हम इसके लिए निर्बल से थे। परन्तु जिस किसी बात में कोई साहस करता है–मैं मूर्खता से कहता हूँ–तो मैं भी साहस करता हूँ। नवीन हिंदी बाइबल मैं लज्जा के साथ कहता हूँ कि हम निर्बल ही रहे हैं। परंतु जिस किसी बात में कोई साहस रखता है—मैं मूर्खता से कहता हूँ—तो मैं भी उतना ही साहस रखता हूँ। सरल हिन्दी बाइबल मुझे स्वयं लज्जित हो कहना पड़ रहा है कि हम इन सब की तुलना में बहुत दुर्बल थे. कोई किसी भी विषय का अभिमान करने का साहस करे—मैं यह मूर्खतापूर्वक कह रहा हूं—मैं भी उसी प्रकार अभिमान करने का साहस कर रहा हूं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरा कहना अनादर की रीति पर है, मानो कि हम निर्बल से थे; परन्तु जिस किसी बात में कोई साहस करता है, मैं मूर्खता से कहता हूँ तो मैं भी साहस करता हूँ। |
कुछ लोगों का कहना है-उसके पत्र कठोर और प्रभावशाली हैं, किन्तु जब वह स्वयं आता है, तो उसका शरीर दुर्बल लगता है और उसकी बोलने की शक्ति नहीं के बराबर है।
इस सम्बन्ध में मैं जो कहने वाला हूँ, वह प्रभु के अधिकार से नहीं, वरन् नासमझ के समान निस्संकोच गर्व से कहूँगा :
मैं दूर रहते हुए ये बातें इसलिए लिख रहा हूँ कि आप के यहाँ रहते हुए मुझे, प्रभु द्वारा प्रदत्त अधिकार के अनुसार, आप लोगों के साथ कठोर व्यवहार न करना पड़े; क्योंकि मुझे यह अधिकार आप के विनाश के लिए नहीं, बल्कि आप के आध्यात्मिक निर्माण के लिए मिला है।
सम्मान तथा अपमान, प्रशंसा तथा निन्दा-यह सब हमें प्राप्त हुआ। हम कपटी समझे गए, किन्तु हम सत्य बोलते हैं।