2 कुरिन्थियों 1:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और हम यह समझ रहे थे कि हमें प्राणदण्ड मिल चुका है। यह इसलिए हुआ कि हम अपने पर नहीं, बल्कि परमेश्वर पर भरोसा रखें, जो मृतकों को पुनर्जीवित करता है। पवित्र बाइबल हाँ अपने-अपने मन में हमें ऐसा लगता था जैसे हमें मृत्युदण्ड दिया जा चुका है ताकि हम अपने आप पर और अधिक भरोसा न रख कर उस परमेश्वर पर भरोसा करें जो मरे हुए को भी फिर से जिला देता है। Hindi Holy Bible वरन हम ने अपने मन में समझ लिया था, कि हम पर मृत्यु की आज्ञा हो चुकी है कि हम अपना भरोसा न रखें, वरन परमेश्वर का जो मरे हुओं को जिलाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वरन् हम ने अपने मन में समझ लिया था कि हम पर मृत्यु की आज्ञा हो चुकी है, ताकि हम अपना भरोसा न रखें वरन् परमेश्वर का जो मरे हुओं को जिलाता है। नवीन हिंदी बाइबल बल्कि हमें ऐसा लग रहा था मानो हम पर मृत्युदंड की आज्ञा हो चुकी हो। यह इसलिए था कि हम स्वयं पर नहीं बल्कि परमेश्वर पर भरोसा रखें जो मृतकों को जिलाता है। सरल हिन्दी बाइबल हमें ऐसा लग रहा था, मानो हम पर दंड की आज्ञा ही प्रसारित हो चुकी है. यह इसलिये हुआ कि हम स्वयं पर नहीं परंतु परमेश्वर में विश्वास स्थिर रखें, जो मरे हुओं को जीवित करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वरन् हमने अपने मन में समझ लिया था, कि हम पर मृत्यु की सजा हो चुकी है कि हम अपना भरोसा न रखें, वरन् परमेश्वर का जो मरे हुओं को जिलाता है। |
निश्चय धरती के समस्त अहंकारी प्रभु के सम्मुख झुकेंगे; वह, जो स्वयं को जीवित नहीं रख सकता, और वे, जो मिट्टी में मिल जाते हैं, घुटने टेकेंगे।
दुर्जन को उसके दुष्कर्म ही उखाड़ फेंकते हैं, पर धार्मिक मनुष्य अपनी सत्यनिष्ठा के कारण आश्रय पाता है।
जो मनुष्य केवल अपने ऊपर भरोसा रखता है, वह मूर्ख है; पर बुद्धि के मार्ग पर चलनेवाला मनुष्य बचाया जाएगा।
मैंने यह सोचा था : मुझे अपने जीवनकाल के मध्य में ही यहां से प्रस्थान करना होगा; मुझे अधोलोक के द्वारों से प्रवेश करना होगा! जीवन के शेष वर्ष मुझ से छिन गए!
‘यदि मैं धार्मिक मनुष्य से कहूँ कि तू जीवित रहेगा, और वह अपनी धार्मिकता पर भरोसा करके अधर्म करे, तो उस के सत्कर्म उसको नहीं बचा सकेंगे। मैं उन को स्मरण नहीं करूंगा। वह अपने अधर्म में मरेगा।
कुछ लोग बड़े आत्मविश्वास के साथ अपने को धर्मी मानते और दूसरों को तुच्छ समझते थे। येशु ने ऐसे लोगों के लिए यह दृष्टान्त सुनाया,
जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है, “तेरे कारण दिन-भर हमारा वध किया जाता है। हमें वध होने वाली भेड़ जैसा समझा गया।”
उसने हमें उस महान् मरण-संकट से बचाया और वह ऐसा ही करता रहेगा। उसी पर हमारी यह आशा आधारित है कि वह भविष्य में भी हमें बचायेगा।
भाइयो और बहिनो! हम आप लोगों से यह नहीं छिपाना चाहते कि आसिया में जो कष्ट हमें सहना पड़ा, वह बहुत ही भारी और हमारी सहनशक्ति के परे था-यहां तक कि हमने जीवित रहने की आशा भी छोड़ दी थी
इसका अर्थ यह नहीं है कि हमारी कोई अपनी योग्यता है। हम अपने को किसी बात का श्रेय नहीं दे सकते। हमारी योग्यता का स्रोत परमेश्वर है।
यह अमूल्य निधि हममें-मिट्टी के पात्रों में रखी रहती है, जिससे यह स्पष्ट हो जाये कि यह अलौकिक सामर्थ्य हमारा अपना नहीं, बल्कि परमेश्वर का है।
अब्राहम यह मानते थे कि परमेश्वर मृतकों को भी जिला सकता है। और एक प्रकार से प्रतीक रूप में उन्होंने अपने पुत्र को फिर प्राप्त किया।