राजा सुलेमान के पास समुद्र में हीराम के जहाजी बेड़े के साथ तर्शीशी जलयानों का एक बेड़ा था। जहाजी बेड़े के जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते, और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे।
2 इतिहास 9:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा सुलेमान के जलयान हूराम के सेवकों के साथ तर्शीश तक जाते थे। ये तर्शीशी जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे। पवित्र बाइबल राजा सुलैमान के पास जहाज थे जो तर्शीश को जाते थे। हूराम के आदमी सुलैमान के जहाजों को चलाते थे। हर तीसरे वर्ष जहाज तर्शीश से सोना, चाँदी हाथी—दाँत, बन्दर और मोर लेकर सुलैमान के पास लौटते थे। Hindi Holy Bible क्योंकि हूराम के जहाजियों के संग राजा के तशींश को जाने वाले जहाज थे, और तीन तीन वर्ष के बाद वे तशींश के जहाज सोना, चान्दी, हाथीदांत, बन्दर और मोर ले आते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि हूराम के जहाजियों के संग राजा के जहाज तर्शीश को जाते थे; और तीन तीन वर्ष के बाद तर्शीश के ये जहाज सोना, चाँदी, हाथीदाँत, बन्दर और मोर लेकर आते थे। सरल हिन्दी बाइबल राजा शलोमोन का तरशीश के सागर में राजा हीराम के साथ जहाजों का एक समूह था. हर तीन साल में तरशीश के जहाज़ वहां सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लेकर आते थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि हीराम के जहाजियों के संग राजा के जहाज तर्शीश को जाते थे, और तीन-तीन वर्ष के बाद तर्शीश के ये जहाज सोना, चाँदी, हाथी दाँत, बन्दर और मोर ले आते थे। |
राजा सुलेमान के पास समुद्र में हीराम के जहाजी बेड़े के साथ तर्शीशी जलयानों का एक बेड़ा था। जहाजी बेड़े के जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते, और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे।
यहोशाफट ने ओपीर देश से सोना लाने के लिए तर्शीश का एक जहाजी बेड़ा बनाया था। परन्तु उसके नाविक ओपीर देश नहीं जा सके; क्योंकि जलयान एस्योन-गेबेर बन्दरगाह में डूब गए।
राजा हूराम ने जहाजी बेड़े में अपने सेवकों को, जो नाविक थे और समुद्र-मार्ग से परिचित थे, सुलेमान के सेवकों के पास भेजा। वे ओपीर देश गए और वहां से प्राय: पन्द्रह हजार किलो सोना लेकर लौटे। उन्होंने यह सोना राजा सुलेमान को दे दिया।
राजा सुलेमान के सब पेय-पात्र सोने के थे। लबानोन-वन के भवन के सब पात्र भी शुद्ध सोने के थे। सुलेमान के राज्य-काल में चांदी का कुछ भी मूल्य नहीं था।
‘शुतुरमुर्गी अण्डे देते समय आनन्द से अपने पंख फुलाती है; किन्तु क्या उसके ये पंख और डैने अण्डों के प्रति उसके स्नेह को प्रकट करते हैं?
स्पेन देश तथा द्वीप-द्वीप के राजा उसे भेंट चढ़ाएं, अरब और इथियोपिया देश के राजा उपहार लाएं।
मूर्तियों के आभूषण के लिए तर्शीश देश से चांदी की पत्तियां और उफाज देश से सोना लाया जाता है। मूर्तियां कारीगर के हाथों का काम है, सुनार के हाथों की कारीगरी है। मूर्तियों के वस्त्र नीले और बैंगनी रंग के हैं। पर यह सब कुशल कारीगर के हाथ से बनाई गई है।
‘ओ सोर नगर-राज्य! तू अत्यन्त धन-सम्पन्न था, इसलिए तर्शीश देश के व्यापारी तुझ से व्यापार करते थे। वे चांदी, लोहा, रांगा और सीसा दे कर तेरा माल मोल लेते थे।
ददान नगर के व्यापारी भी तेरे साथ व्यापार करते थे। अनेक समुद्र-तटीय देश तेरे व्यापार की मण्डी थे। तू उनसे अपने माल के बदले में हाथी-दांत और आबनूस की लकड़ी लेता था।
योना उठा। वह प्रभु के सम्मुख से भागा। वह समुद्र पार तर्शीश नगर जाने के लिए याफा बन्दरगाह गया। वहां उसे एक जलयान मिला जो तर्शीश नगर जा रहा था। अत: उसने जलयान का किराया चुकाया, और उस पर चढ़ गया। वह नाविकों के साथ तर्शीश नगर जाना चाहता था ताकि वह प्रभु के सम्मुख से दूर हो जाए।