12 ‘ओ सोर नगर-राज्य! तू अत्यन्त धन-सम्पन्न था, इसलिए तर्शीश देश के व्यापारी तुझ से व्यापार करते थे। वे चांदी, लोहा, रांगा और सीसा दे कर तेरा माल मोल लेते थे।
12 “ ‘सभी प्रकार की चीज़ों की अधिकता के कारण तरशीश के लोगों ने तुम्हारे साथ व्यापार किया; उन्होंने तुम्हारे सामानों को चांदी, लोहा, टीन और सीसा देकर खरीदा.
शबा और ददान देशों के निवासी तथा तर्शीश महानगर तथा उसके गांवों के व्यापारी, वस्तुत: सब व्यापार करने वाले तुझसे पूछेंगे, “क्या आप लूटने के लिए आए हैं? जो आपने यह विशाल सेना इकट्ठी की है, वह क्या केवल लूट का माल ढोने के लिए है? क्या आपने इस सेना को सोना, चांदी, पशु, माल-सम्पत्ति ढोने, यह बड़ी लूट ले जाने के लिए एकत्र किया है?”
राजा सुलेमान के पास समुद्र में हीराम के जहाजी बेड़े के साथ तर्शीशी जलयानों का एक बेड़ा था। जहाजी बेड़े के जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते, और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे।
योना उठा। वह प्रभु के सम्मुख से भागा। वह समुद्र पार तर्शीश नगर जाने के लिए याफा बन्दरगाह गया। वहां उसे एक जलयान मिला जो तर्शीश नगर जा रहा था। अत: उसने जलयान का किराया चुकाया, और उस पर चढ़ गया। वह नाविकों के साथ तर्शीश नगर जाना चाहता था ताकि वह प्रभु के सम्मुख से दूर हो जाए।
तू हर प्रकार के माल से अत्यन्त समृद्ध था। तेरे पास व्यापार के लिए बहुत वस्तुएं थीं। इसलिए दमिश्क नगर के व्यापारी भी तुझ से व्यापार करते थे। वे तुझ को हेलबोन नगर की शराब और सफेद ऊन,
तेरे नगर-राज्य में अनेक प्रकार की वस्तुओं का बहुत उत्पादन होता था। इसलिए एदोम देश भी तेरे साथ व्यापार करता था। एदोम देश के व्यापारी तेरे माल के बदले में तुझ को ये वस्तुएं देते थे: मरकत मणि, बैंजनी रंग के बढ़िया कपड़े, परदा जिस पर कसीदा कढ़ा होता था, महीन सूती वस्त्र, मूंगा और गोमेद मणि।
मूर्तियों के आभूषण के लिए तर्शीश देश से चांदी की पत्तियां और उफाज देश से सोना लाया जाता है। मूर्तियां कारीगर के हाथों का काम है, सुनार के हाथों की कारीगरी है। मूर्तियों के वस्त्र नीले और बैंगनी रंग के हैं। पर यह सब कुशल कारीगर के हाथ से बनाई गई है।
समुद्रतट के द्वीप प्रभु की प्रतीक्षा करेंगे; सर्वप्रथम तर्शीश के जलयान दूर देश से सोना और चांदी के साथ तेरे पुत्र-पुत्रियों को लाएँगे। प्रभु ने मुझे और सुन्दर बनाया है, अत: वे तेरे प्रभु परमेश्वर के नाम के लिए, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर के लिए उन्हें लाएंगे।
यहोशाफट ने ओपीर देश से सोना लाने के लिए तर्शीश का एक जहाजी बेड़ा बनाया था। परन्तु उसके नाविक ओपीर देश नहीं जा सके; क्योंकि जलयान एस्योन-गेबेर बन्दरगाह में डूब गए।
सोना और चाँदी, रत्न और मोती; मलमल, बैंगनी, रेशमी और लाल वस्त्र; हर प्रकार की सुगन्धित लकड़ियाँ; हाथी-दाँत, बहुमूल्य लकड़ी, पीतल, लोहे और संगमरमर के हर प्रकार के पात्र;
तेरी शहरपनाह की चौकसी अर्वद नगर के सैनिक करते थे, जो तेरी सेना में भरती हुए थे। गम्मद नगर के निवासी भी तेरी सेवा में थे जो तेरी मीनारों में पहरा देते थे। तेरी दीवारों से उनके शिरस्त्राण और ढाल लटकते थे। उनके कारण तेरा सौन्दर्य परिपूर्ण हुआ था।
समुद्र के जलमार्ग से देश-विदेश की सामग्री तेरे पास आती थी, तू अनेक जातियों-राष्ट्रों को तृप्त करता था। तेरे प्रचुर माल और धन से पृथ्वी के अनेक राजा अत्यन्त समृद्ध हो गए थे।
जब तेरा व्यापार बढ़ा, तब तुझ में हिंसावृत्ति भर गई, और तू पाप करने लगा। मैंने तुझको अपवित्र प्राणी के सदृश परमेश्वर के पर्वत से हटा दिया। तेरे अंगरक्षक करूब ने भी अग्नि सदृश चमकनेवाली मणियों के मध्य से तुझ को निकाल दिया।
राजा सुलेमान के जलयान हूराम के सेवकों के साथ तर्शीश तक जाते थे। ये तर्शीशी जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे।