‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है, जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं;
2 इतिहास 6:36 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ में सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं पवित्र बाइबल “लोग तेरे विरुद्ध पाप करेंगे—कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जो पाप न करता हो और तू उन पर क्रोधित होगा। तू किसी शत्रु को उन्हें हराने देगा और उनसे पकड़े जाने देगा तथा बहुत दूर या निकट के देश में जाने पर मजबूर किये जाने देगा। Hindi Holy Bible निष्पाप तो कोई मनुष्य नहीं है, यदि वे भी तेरे विरुद्ध पाप करें और तू उन पर कोप कर के उन्हें शत्रुओं के हाथ कर दे, और वे उन्हें बन्धुआ कर के किसी देश को, चाहे वह दूर हो, चाहे निकट, ले जाएं, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “निष्पाप तो कोई मनुष्य नहीं है–यदि वे भी तेरे विरुद्ध पाप करें और तू उन पर कोप करके उन्हें शत्रुओं के हाथ कर दे, और वे उन्हें बन्दी बनाकर किसी देश को, चाहे वह दूर हो चाहे निकट, ले जाएँ, सरल हिन्दी बाइबल “जब वे आपके विरुद्ध पाप करें-वास्तव में तो कोई भी मनुष्य ऐसा नहीं जिसने पाप किया ही न हो और आप उन पर क्रोधित हो जाएं और उन्हें किसी शत्रु के अधीन कर दें, कि शत्रु उन्हें बंदी बनाकर किसी दूर या पास के देश में ले जाए; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “निष्पाप तो कोई मनुष्य नहीं है यदि वे भी तेरे विरुद्ध पाप करें और तू उन पर कोप करके उन्हें शत्रुओं के हाथ कर दे, और वे उन्हें बन्दी बनाकर किसी देश को, चाहे वह दूर हो, चाहे निकट, ले जाएँ, |
‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है, जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं;
तू उनके पाप और अपराध, जो उन्होंने तेरे विरुद्ध किए थे, क्षमा करना। उन्हें बन्दी बनाने वालों के हृदय में उनके प्रति दया उत्पन्न करना कि वे उनके प्रति दया करें।
मनहेम के शेष कार्यों का विवरण, उसके सब कार्यों का विवरण, ‘इस्राएल प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ में लिखा हुआ है।
अत: प्रभु इस्राएलियों से बहुत नाराज हुआ, और उसने उनको अपनी आंखों के सामने से हटा दिया। केवल यहूदा कुल के वंशज शेष रहे।
अत: अन्त में प्रभु ने इस्राएलियों को अपने सम्मुख से निकाल दिया, जैसा उसने अपने सेवक नबियों के मुख से कहा था। इस्राएली लोग स्वदेश से निकाल दिए गए, और असीरिया देश में आज तक निर्वासित हैं।
होशे के राज्य-काल के नौवें वर्ष में असीरिया देश के राजा ने राजधानी सामरी नगर पर अधिकार कर लिया। वह इस्राएलियों को बन्दी बनाकर असीरिया देश में ले गया। उसने इस्राएलियों को हलह नगर में तथा गोजान क्षेत्र की हाबोर नदी के तट पर, और मादय देश के नगरों में बसाया।
तब यदि वे बन्दी देश में होश में आएंगे, पश्चात्ताप करेंगे, और अपने निष्कासन के देश में तुझसे विनती करेंगे, और यह कहेंगे, “हमने पाप किया, हमने अधर्म और दुष्कर्म किया,”
हे प्रभु, यदि तू मेरे अधर्म पर ध्यान देगा, तो, हे स्वामी, तेरे सम्मुख कौन खड़ा रह सकेगा?
हे प्रभु, अपने सेवक के साथ न्याय में प्रवेश न कर; क्योंकि एक भी प्राणी तेरी दृष्टि में धार्मिक नहीं है।
कौन यह दावा कर सकता है, कि मैंने अपना हृदय शुद्ध कर लिया है, मैं पाप से मुक्त होकर पवित्र हो गया हूँ?
निश्चय ही संसार में कोई ऐसा धार्मिक व्यक्ति नहीं है जो सदा भलाई ही करता है, और कभी पाप नहीं करता।
लोग तलवार की धार से मृत्यु के घाट उतारे जाएँगे। उन को बन्दी बना कर सब राष्ट्रों में ले जाया जाएगा और यरूशलेम गैर-यहूदी राष्ट्रों द्वारा तब तक रौंदा जाएगा, जब तक उन राष्ट्रों का समय पूरा न हो जाए।
‘प्रभु तुझ को और तेरे राजा को, जिसे तूने अपने ऊपर प्रतिष्ठित किया है, ऐसे देश में ले जाएगा, जिसको न तू जानता है और न तेरे पूर्वज जानते थे। वहाँ तू पराए देवताओं की, लकड़ी और पत्थर की मूर्तियों की पूजा करेगा।
हम सब बारम्बार गलत काम करते हैं। जो कभी गलत बात नहीं कहता, वह पहुँचा हुआ मनुष्य है और वह अपने पूर्ण शरीर को नियंत्रण में रख सकता है।