सुलेमान ने उस समय प्रभु परमेश्वर के सम्मुख सात दिन तक यात्रा-पर्व मनाया। उसने एक विशाल भोज का आयोजन किया। पर्व में विशाल जनसमूह उपस्थित हुआ। हमात घाटी की सीमा से मिस्र देश की बरसाती नदी तक के समस्त इस्राएली एकत्र हुए।
2 इतिहास 30:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सात दिन की समाप्ति पर आराधकों की धर्मसभा ने परस्पर विचार-विमर्श कर यह निश्चय किया कि पर्व सात दिन और मनाया जाए। अत: उन लोगों ने और सात दिन तक आनन्द-उल्लास से पर्व मनाया। पवित्र बाइबल सभी लोग सात दिन और ठहरने को सहमत हो गए। वे फसहपर्व मनाते समय सात दिन तक बड़े प्रसन्न रहे। Hindi Holy Bible तब सारी सभा ने सम्मति की कि हम और सात दिन पर्व्व मानेंगे; सो उन्होंने और सात दिन आनन्द से पर्व्व मनाया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब सारी सभा ने सम्मति की कि हम और सात दिन पर्व मानेंगे; अत: उन्होंने और सात दिन आनन्द से पर्व मनाया। सरल हिन्दी बाइबल उपस्थित सारी भीड़ ने यह निर्णय लिया कि इस उत्सव को सात दिन और मनाया जाए. तब बहुत ही खुशी से उन्होंने सात दिन इस उत्सव को मनाया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब सारी सभा ने सम्मति की कि हम और सात दिन पर्व मानेंगे; अतः उन्होंने और सात दिन आनन्द से पर्व मनाया। |
सुलेमान ने उस समय प्रभु परमेश्वर के सम्मुख सात दिन तक यात्रा-पर्व मनाया। उसने एक विशाल भोज का आयोजन किया। पर्व में विशाल जनसमूह उपस्थित हुआ। हमात घाटी की सीमा से मिस्र देश की बरसाती नदी तक के समस्त इस्राएली एकत्र हुए।
इसके पश्चात् राजा हिजकियाह और उसके उच्चाधिकारियों ने उप-पुरोहितों को आदेश दिया कि वे राजा दाऊद तथा द्रष्टा आसाफ के रचे हुए गीतों से प्रभु का स्तुति-गान करें। अत: उप-पुरोहितों ने हर्ष और उल्लास से स्तुति-गान गाए, और राजा तथा उसके साथ उपस्थित आराधकों ने प्रभु के सम्मुख सिर झुकाकर आराधना की।
यहूदा प्रदेश के राजा हिजकियाह ने बलि चढ़ाने के लिए धर्मसभा को एक हजार बछड़े और सात हजार भेड़ें दी थीं। उसके उच्चाधिकारियों ने धर्मसभा को एक हजार बछड़े और दस हजार भेड़ें दी थीं। बहुत बड़ी संख्या में पुरोहितों ने स्वयं को शुद्ध किया।
आठवें दिन उन्होंने महा-धर्मसभा की; क्योंकि उन्होंने सात दिन तक वेदी का अर्पण और यात्रा-पर्व मनाया था।
इस प्रकार समस्त धर्मसभा ने, अर्थात् उन सब लोगों ने, जो निष्कासन से लौटे थे, मण्डप बनाए और वे उनमें पर्व मनाने के लिए रहने लगे। यहोशुअ बेन-नून के समय से अब तक इस्राएलियों ने इस प्रकार पर्व नहीं मनाया था। अत: लोगों ने खूब उत्साह से यह पर्व मनाया।