रहबआम यरूशलेम नगर में आया। उसने यहूदा कुल और बिन्यामिन कुल के पुरुषों को एकत्र किया। वे एक लाख अस्सी हजार चुने हुए योद्धा थे। रहबआम इस्राएली लोगों से युद्ध कर अपना राज्य वापस लेना चाहता था।
2 इतिहास 26:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उनके नियन्त्रण में तीन लाख साढ़े सात हजार सैनिक थे। यह मुख्य कुमुक दल था, जो शत्रु के आक्रमण के समय राजा की सहायता पूरी शक्ति और बल से करता था। पवित्र बाइबल वे परिवार प्रमुख तीन लाख सात हज़ार पाँच सौ पुरुषों की उस सेना के अधिपति थे जो बड़ी शक्ति से लड़ती थी। वे सैनिक राजा को शत्रुओं के विरुद्ध सहायता करते थे। Hindi Holy Bible और उनके अधिकार में तीन लाख साढ़े सात हजार की एक बड़ी बड़ी सेना थी, जो शत्रुओं के विरुद्ध राजा की सहायता करने को बड़े बल से युद्ध करने वाले थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनके अधिकार में तीन लाख साढ़े सात हज़ार की एक बड़ी सेना थी, जो शत्रुओं के विरुद्ध राजा की सहायता करने को बड़े बल से युद्ध करनेवाले थे। सरल हिन्दी बाइबल इनके अधिकार में थी एक बड़ी सेना, जिसकी गिनती थी तीन लाख साढ़े सात हज़ार. ये राजा के विरुद्ध उठे किसी भी शत्रु पर बहुत बल से वार कर सकते थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनके अधिकार में तीन लाख साढ़े सात हजार की एक बड़ी सेना थी, जो शत्रुओं के विरुद्ध राजा की सहायता करने को बड़े बल से युद्ध करनेवाले थे। |
रहबआम यरूशलेम नगर में आया। उसने यहूदा कुल और बिन्यामिन कुल के पुरुषों को एकत्र किया। वे एक लाख अस्सी हजार चुने हुए योद्धा थे। रहबआम इस्राएली लोगों से युद्ध कर अपना राज्य वापस लेना चाहता था।
जब यहूदा प्रदेश पर रहबआम का राज्य स्थिर हो गया और वह स्वयं शक्तिशाली हो गया, तब उसने प्रभु की व्यवस्था को त्याग दिया। उसके साथ यहूदा प्रदेश में रहने वाले इस्राएलियों ने भी प्रभु की व्यवस्था छोड़ दी, और दुष्कर्म करने लगे।
अबियाह और यारोबआम के मध्य युद्ध छिड़ गया। अबियाह सशक्त सैनिकों की एक विशाल सेना लेकर युद्ध करने निकला। उसकी सेना में चार लाख चुनिन्दे सैनिक थे। यारोबआम ने उसका सामना करने के लिए अपनी सेना को पंिक्तबद्ध किया। उसकी सेना में आठ लाख चुनिन्दे सैनिक थे।
उसने यहूदा प्रदेश के निवासियों से कहा, ‘आओ, हम अपने नगरों का पुनर्निर्माण करें, और उनको शहरपनाह से घेरें। उनमें किले और दरवाजे बनाएं, दरवाजों में पल्ले और बेड़ें लगवाएं। यह देश अब तक हमारा है; क्योंकि हम अपने प्रभु परमेश्वर के खोजी हैं। हमने उसको खोजा, और उसने हमें चहुंओर शान्ति प्रदान की।’ अत: उन्होंने नगरों का पुनर्निर्माण-कार्य आरम्भ किया, और वे अपने कार्य में सफल भी हुए।
राजा आसा के पास यहूदा प्रदेश तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के सैनिक थे: यहूदा प्रदेश के तीन लाख सैनिक तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के दो लाख अस्सी हजार सैनिक। यहूदा प्रदेश के सैनिक ढाल और बर्छी रखते थे, और बिन्यामिन के सैनिक फरी और धनुष धारण करते थे। सब सैनिक सशक्त और शूरवीर थे।
राजा अमस्याह ने यहूदा प्रदेश के निवासियों को एकत्र किया और उन्हें पितृ-कुल के अनुसार सेना के सहस्रपतियों और शतपतियों के अधीन समस्त यहूदा प्रदेश तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र में नियुक्त किया।
प्रत्येक पितृकुल से सशक्त और शूरवीर योद्धा चुने गए थे। उनकी संख्या दो हजार छ: सौ थी।
राजा उज्जियाह ने अपनी समस्त सेना के लिए ढालें, शिरस्त्राण, कवच, धनुष और गोफन तथा चिकने पत्थर तैयार करवाए थे।