सीरिया देश के सैनिक इस्राएल प्रदेश पर छापा मारते थे। एक बार वे छापा के दौरान इस्राएल प्रदेश से एक छोटी लड़की को पकड़ कर ले गए। वह नामान की पत्नी की सेवा करने लगी।
2 इतिहास 26:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उज्जियाह के पास एक विशाल सेना थी। उसके सैनिक युद्ध के लिए सर्वथा उपयुक्त थे। सेना का विभाजन दलों में गिनती के अनुसार होता था। सेना का संचालन राजसचिव यीएल, प्रशासक मासेयाह और राज-सेनापति हनन्याह करते थे। सेना पंिक्तबद्ध और दलों में विभाजित होकर युद्ध में जाती थी। पवित्र बाइबल उज्जिय्याह के पास प्रशिक्षित सैनिकों की एक सेना थी। वे सैनिक सचिव यीएल और अधिकारी मासेयाह द्वारा वर्गों में बँटे थे। हनन्याह उनका प्रमुख था। यीएल और मासेयाह ने उन सैनिकों को गिना और उन्हें वर्गों में रखा। हनन्याय राजा के अधिकारियों में से एक था। Hindi Holy Bible फिर उज्जिय्याह के योद्धाओं की एक सेना थी जिनकी गिनती यीएल मुंशी और मासेयाह सरदार, हनन्याह नामक राजा के एक हाकिम की आज्ञा से करते थे, और उसके अनुसार वह दल बान्ध कर लड़ने को जाती थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उज्जिय्याह के योद्धाओं की एक सेना थी जिनकी गिनती यीएल मुंशी और मासेयाह सरदार, हनन्याह नामक राजा के एक हाकिम की आज्ञा से करते थे, और उसके अनुसार वह दल बाँधकर लड़ने को जाती थी। सरल हिन्दी बाइबल इसके अलावा उसकी वीर सेना युद्ध के लिए तैयार रहती थी. इसको दलों के रूप में बांटा गया था. इनकी भर्ती और संगठन राजा के अधिकारी हननियाह की आज्ञा में सचिव येइएल और अधिकारी मआसेइयाह द्वारा की गई थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उज्जियाह के योद्धाओं की एक सेना थी जिनकी गिनती यीएल मुंशी और मासेयाह सरदार, हनन्याह नामक राजा के एक हाकिम की आज्ञा से करते थे, और उसके अनुसार वह दल बाँधकर लड़ने को जाती थी। |
सीरिया देश के सैनिक इस्राएल प्रदेश पर छापा मारते थे। एक बार वे छापा के दौरान इस्राएल प्रदेश से एक छोटी लड़की को पकड़ कर ले गए। वह नामान की पत्नी की सेवा करने लगी।
इसी प्रकार उसने निर्जन प्रदेश में भी मीनारें बनाईं। राजा उज्जियाह खेती-किसानी पसन्द करता था। उसके पहाड़ी क्षेत्रों और उपजाऊ भूमिक्षेत्र में अनेक किसान और अंगूर-उद्यान के माली थे, जो अंगूर-रस निकालते थे। उसके पास शफेलाह के चरागाह तथा मैदानी इलाके में विशाल रेवड़ थे, जिनके लिए उसने वहां कुएँ खुदवाए थे।
प्रत्येक पितृकुल से सशक्त और शूरवीर योद्धा चुने गए थे। उनकी संख्या दो हजार छ: सौ थी।