जैसा अहाब के राज-परिवार ने किया था, वैसा ही अहज्याह ने भी किया। वह अहाब के राज-परिवार के मार्ग पर चला; क्योंकि उसको परामर्श देने वाली उसकी मां थी। अपनी मां के कारण ही उसने दुराचरण किया।
2 इतिहास 22:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो कार्य प्रभु की दृष्टि में बुरा था, उसने वही किया। उसके पिता के मरने के बाद अहाब के राज-परिवार के लोग ही उसको सलाह देते थे। अत: उसका पतन हो गया। पवित्र बाइबल अहज्याह ने यहोवा की दृष्टि में बुरे काम किये। यही अहाब के परिवार ने किया था। अहाब के परिवार ने अहज्याह को उसके पिता के मरने के बाद सलाह दी। उन्होंने अहज्याह को बुरी सलाह दी। उस बुरी सलाह ने उसे मृत्यु तक पहुँचा दिया। Hindi Holy Bible और वह अहाब के घराने की नाईं वह काम करता था जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, क्योंकि उसके पिता की मृत्यु के बाद वे उसको ऐसी सम्मति देते थे, जिस से उसका विनाश हुआ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह अहाब के घराने के समान वह काम करता था जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, क्योंकि उसके पिता की मृत्यु के बाद वे उसको ऐसी सम्मति देते थे, जिससे उसका विनाश हुआ। सरल हिन्दी बाइबल उसने वह किया, जो याहवेह की दृष्टि में बुरा था, अहाब के परिवार के समान, क्योंकि उसके पिता की मृत्यु के बाद ऐसी उसकी सलाह थी, जिसका परिणाम था सर्वनाश. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह अहाब के घराने के समान वह काम करता था जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, क्योंकि उसके पिता की मृत्यु के बाद वे उसको ऐसी सलाह देते थे, जिससे उसका विनाश हुआ। |
जैसा अहाब के राज-परिवार ने किया था, वैसा ही अहज्याह ने भी किया। वह अहाब के राज-परिवार के मार्ग पर चला; क्योंकि उसको परामर्श देने वाली उसकी मां थी। अपनी मां के कारण ही उसने दुराचरण किया।
जो मनुष्य बुद्धिमानों का सत्संग करता है, वह स्वयं बुद्धिमान बनता है; पर मूर्खों का साथी विपत्ति में पड़ता है।
प्रिय शिष्य! यदि तू शिक्षा की बातों की ओर कान बन्द कर लेगा, तो निस्सन्देह ज्ञान के द्वार तेरे लिए बन्द हो जाएंगे।
उसके बाद उसने अपने साम्राज्य के सब प्रदेशों के क्षत्रपों, हाकिमों, राज्यपालों, मंत्रियों, खजांचियों, न्यायाधीशों, दंडाधिकारियों तथा प्रदेशों के सब उच्चाधिकारियों के पास सन्देश भेजा कि वे महाराज नबूकदनेस्सर द्वारा स्थापित स्वर्ण-मूर्ति के प्रतिष्ठान के अवसर पर उपस्थित हों।
राजा नबूकदनेस्सर को आश्चर्य हुआ। वह शीघ्र उठा। उसने अपने मंत्रियों से पूछा, ‘क्या हमने तीन ही व्यक्तियों को भट्ठी में डाला था?’ उन्होंने राजा को उत्तर दिया, “हां, महाराज।’
ओ यहूदा कुल! तूने राजा ओमरी की संविधियों को माना, तूने अहाब के राजवंश के कार्यों के अनुरूप कार्य किया। तूने उनके परामर्श के अनुसार आचरण किया। अत: मैं तुझे उजाड़ दूंगा। तेरे नागरिकों को उपहास का पात्र बना दूंगा। तू अन्य कौमों की निन्दा सहेगा।’